शंकराचार्य जी से मिले आडवाणी
कांची मठ में स्वामी विजयेन्द्र सरस्वती के साथ श्री लालकृष्ण आडवाणी
यह आपातकाल जैसी ही दुर्भाग्यपूर्ण घड़ी
-लालकृष्ण आडवाणी,
भाजपा अध्यक्ष
भाजपा अध्यक्ष श्री लालकृष्ण आडवाणी गत 22 नवम्बर को वेल्लोर गए थे। सर्वप्रथम उन्होंने जेल में पूज्य शंकराचार्य स्वामी जयेन्द्र सरस्वती जी से भेंट की। बाद में चेन्नै में पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा, “शंकराचार्य जयेन्द्र सरस्वती को गिरफ्तार करके तमिलनाडु सरकार ने कांची पीठ को कलंकित किया है।” इससे पूर्व श्री आडवाणी श्री वेंकैया नायडू के साथ कांची मठ भी गए। वहां उन्होंने लगभग आधे घंटे तक स्वामी विजयेन्द्र सरस्वती जी से भेंट की। उन्होंने शंकराचार्य जी की गिरफ्तारी को अभूतपूर्व घटना बताते हुए कहा कि 50 वर्षों के सार्वजनिक जीवन में कई अवसर आए, जब उनके और सहयोगियों के विरुद्ध मामले दर्ज किए गए और गिरफ्तार किया गया। लेकिन तब भी उनके साथ ऐसा अनुचित और अपमानजनक व्यवहार नहीं किया गया था, पर शंकराचार्य जी के मामले में सारी मर्यादाएं तोड़ दी गर्इं। शाम को चेन्नै में एक सार्वजनिक सभा को सम्बोधित करते हुए श्री आडवाणी ने कहा कि दीपावली के दिन शंकराचार्य जी की गिरफ्तारी 1975 में कांग्रेस सरकार द्वारा लगाए गए आपातकाल की याद ताजा कर गई। उस समय खबरों पर प्रतिबंध था और विरोध प्रदर्शन भी अधिक नहीं दिखाई देते थे। लेकिन 1977 के चुनावों में मतदाताओं ने सरकार के विरुद्ध अपना गुस्सा जाहिर कर दिया था। उन्होंने कहा कि इस गिरफ्तारी के लिए जो भी जिम्मेदार है उसे इसके परिणाम की कल्पना भी नहीं रही होगी।
प्रतिनिधि
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