पाञ्चजन्य, माघ शुक्ल 8, 2059 वि. (9 फरवरी, 2003)कुत: कृतघ्नस्य यश: कुत: स्थानं कुत: सुखम्।अश्रद्धेय:
July 11, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम Archive

पाञ्चजन्य, माघ शुक्ल 8, 2059 वि. (9 फरवरी, 2003)कुत: कृतघ्नस्य यश: कुत: स्थानं कुत: सुखम्।अश्रद्धेय:

by
Sep 2, 2003, 12:00 am IST
in Archive
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

दिंनाक: 02 Sep 2003 00:00:00

पाञ्चजन्य, माघ शुक्ल 8, 2059 वि. (9 फरवरी, 2003)कुत: कृतघ्नस्य यश: कुत: स्थानं कुत: सुखम्।अश्रद्धेय: कृतघ्नो हि कृतघ्ने नास्ति निष्कृति:।।कृतघ्न को यश कैसे प्राप्त हो सकता है? उसे कैसे स्थान और सुख की उपलब्धि हो सकती है? कृतघ्न वि·श्वास के योग्य नहीं होता। कृतघ्न के उद्धार के लिए शास्त्रों में कोई प्रायश्चित नहीं बताया जाता है।-वेदव्यास (महाभारत, शांतिपर्व, 173/20)बंगलादेश समझ ले!भारत में बंगलादेशी घुसपैठियों की बढ़ती संख्या भारत की आंतरिक सुरक्षा के लिए किस प्रकार खतरा बनी हुई है, यह बात अब किसी से छिपी नहीं है। लेकिन पिछले दिनों नई दिल्ली में उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी ने जब घोषणा की कि अवैध रूप से भारत में रह रहे बंगलादेशी व पाकिस्तानियों को खदेड़ने का अभियान चलाया जाएगा तो इसका असर भारत में तो हुआ ही, साथ ही साथ विदेशों में भी इस घोषणा का असर हुआ। अमरीका ने बंगलादेशी नागरिकों पर अंगुली उठाना शुरू कर दिया, कड़ी नजर रखनी शुरू कर दी। अब हालत यह है कि अमरीका में अस्थायी रूप से रह रहे या किसी भी काम से वहां जाने वाले बंगलादेशियों के अंगुली के निशान और चित्र पंजीकरण कार्यालय में रखना आवश्यक कर दिया गया है। अमरीका ने बंगलादेश को उन 25 देशों की सूची में शामिल कर लिया है, जिनसे उसे अपनी सुरक्षा को खतरा है। बंगलादेश से इतनी दूर अमरीका में बसे कुछ बंगलादेशियों को जब अमरीकी सुरक्षा संस्थाएं खतरा मान रही हैं, तब भारत की स्थिति की कल्पना की जा सकती है, जहां 2 करोड़ से ज्यादा बंगलादेशी घुसपैठिए हैं। इनमें एक करोड़ तो सिर्फ असम और पश्चिम बंगाल में हैं। आंकड़ा सचमुच चौंकाने वाला है। सरकार ने इन घुसपैठियों की पहचान करने और इन्हें वापस बंगलादेश भेजने के लिए मुहिम छेड़ दी है। इनकी पहचान हो सके, इसके लिए सरकार ने राष्ट्रीय नागरिकता पहचानपत्र और राष्ट्रीय नागरिकता पंजी बनाने का काम जल्दी ही शुरू करने के संकेत दिए हैं।भारत सरकार के इन संकेतों और अमरीका के बंगलादेशियों के बारे में फैसले से बौखलाए बंगलादेश ने भारत-विरोधी प्रचार कर खुद भारत को अपराधी के कठघरे में खड़ा करने की मुहिम शुरू कर दी है। बंगलादेश ने आरोप लगाया है कि भारत ने पिछले कुछ दिनों में सैकड़ों बंगलाभाषी मुसलमानों को उसकी सीमा में जबरन खदेड़ना शुरू कर दिया है। उसका कहना है कि भारतीय सीमा सुरक्षा बल ने 30 बार ऐसे प्रयास किए और 4,000 बंगलादेशी मुसलमानों को जबरन खदेड़ा, लेकिन बंगलादेश राइफल्स ने भारत के इरादे कामयाब नहीं होने दिए। कैसी विडम्बना है कि सैकड़ों, हजारों नहीं, लाखों में भी नहीं, करोड़ों की संख्या में बंगलादेशी भारत में अवैध रूप से रह रहे हैं और उन्हें वापस अपने देश भेजे जाने की मुहिम को बंगलादेश राजनीतिक रूप दे रहा है। क्या दुनिया में और भी कोई ऐसा देश है जो अपने ही नागरिकों को पहचानने और देश में रहने से रोके? बंगलादेश अपने करोड़ों नागरिकों को पहचानने से इंकार कर रहा है। बंगलादेश अपने नागरिकों को उनकी अपनी जमीन पर नहीं रहने देगा तो क्या भारत उनका बोझा ढोएगा? भारत यह बोझा तो 1971 से ढोता चला आ रहा है, लेकिन जब इससे देश की आंतरिक सुरक्षा को खतरा पैदा होने लगा तो कान खड़े होने स्वाभाविक ही थे। इन बंगलादेशी घुसपैठियों ने न केवल भारत के पूर्वोत्तर राज्यों का जनसांख्यिक संतुलन बिगाड़ा, अपितु वहां अलगाव का भाव भी पैदा किया और अर्थव्यवस्था तो बिगाड़ी ही। लेकिन इनका एक और खतरनाक चेहरा सामने आया, आतंकवादियों के दाएं हाथ के रूप में। पाकिस्तानी गुप्तचर संस्था आई.एस.आई. भारत को अस्थिर करने के लिए इनका जमकर इस्तेमाल कर रही है। सीमा पार बंगलादेश में स्थापित आतंकवादी शिविरों में इनके प्रशिक्षण के सबूत भी मिले हैं। भारत के पूर्वोत्तर राज्यों में हिंसक और विद्रोही गतिविधियों में भी इनका हाथ पाया गया है। बंगलादेशियों को वापस उनके देश भेजने की भारत की इस मुहिम को बंगलादेश भारत सरकार का खालिदा जिया सरकार से व्यक्तिगत विरोध बता रहा है। खालिदा जिया सरकार के शासन में वहां अल्पसंख्यक हिन्दुओं पर जिस तरह कहर बरपाया जा रहा है, वह अकल्पनीय है। उस पर यह भारत-विरोधी प्रचार। भारत तो इस खतरे का अहसास बहुत पहले ही कर चुका था। 11 सितम्बर के बाद अमरीका को भी इसका अहसास हुआ, लेकिन अमरीकी कार्रवाई के लिए भी वह भारत को ही दोषी ठहरा रहा है। आतंकवाद का नाम आते ही विश्व में इस्लामी जिहाद का बर्बर चेहरा सामने आ जाता है। और भारत तो इस जिहाद का एक लम्बे अरसे से शिकार बना हुआ है। बंगलादेश बौखला क्यों रहा है? वह भारत की सुरक्षा सम्बंधी चिंताओं को समझने की कोशिश क्यों नहीं कर रहा? क्या वह हिन्दू-धैर्य की परीक्षा ले रहा है? माना हिन्दू मानस स्वभाव से शांत है, लेकिन सहनशीलता की भी एक सीमा है, बंगलादेश को समझ जाना चाहिए।3

ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

Uttarakhand Illegal Majars

हरिद्वार: टिहरी डैम प्रभावितों की सरकारी भूमि पर अवैध मजार, जांच शुरू

Pushkar Singh Dhami ped seva

सीएम धामी की ‘पेड़ सेवा’ मुहिम: वन्यजीवों के लिए फलदार पौधारोपण, सोशल मीडिया पर वायरल

Britain Schools ban Skirts

UK Skirt Ban: ब्रिटेन के स्कूलों में स्कर्ट पर प्रतिबंध, समावेशिता या इस्लामीकरण?

Aadhar card

आधार कार्ड खो जाने पर घबराएं नहीं, मुफ्त में ऐसे करें डाउनलोड

जब केंद्र में कांग्रेस और UP में मायावती थी तब से कन्वर्जन करा रहा था ‘मौलाना छांगुर’

Maulana Chhangur Hazrat Nizamuddin conversion

Maulana Chhangur BREAKING: नाबालिग युवती का हजरत निजामुद्दीन दरगाह में कराया कन्वर्जन, फरीदाबाद में FIR

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

Uttarakhand Illegal Majars

हरिद्वार: टिहरी डैम प्रभावितों की सरकारी भूमि पर अवैध मजार, जांच शुरू

Pushkar Singh Dhami ped seva

सीएम धामी की ‘पेड़ सेवा’ मुहिम: वन्यजीवों के लिए फलदार पौधारोपण, सोशल मीडिया पर वायरल

Britain Schools ban Skirts

UK Skirt Ban: ब्रिटेन के स्कूलों में स्कर्ट पर प्रतिबंध, समावेशिता या इस्लामीकरण?

Aadhar card

आधार कार्ड खो जाने पर घबराएं नहीं, मुफ्त में ऐसे करें डाउनलोड

जब केंद्र में कांग्रेस और UP में मायावती थी तब से कन्वर्जन करा रहा था ‘मौलाना छांगुर’

Maulana Chhangur Hazrat Nizamuddin conversion

Maulana Chhangur BREAKING: नाबालिग युवती का हजरत निजामुद्दीन दरगाह में कराया कन्वर्जन, फरीदाबाद में FIR

केंद्र सरकार की पहल से मणिपुर में बढ़ी शांति की संभावना, कुकी-मैतेई नेताओं की होगी वार्ता

एक दुर्लभ चित्र में डाॅ. हेडगेवार, श्री गुरुजी (मध्य में) व अन्य

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ @100 : उपेक्षा से समर्पण तक

Nepal Rasuwagadhi Flood

चीन ने नहीं दी बाढ़ की चेतावनी, तिब्बत के हिम ताल के टूटने से नेपाल में तबाही

Canada Khalistan Kapil Sharma cafe firing

खालिस्तानी आतंकी का कपिल शर्मा के कैफे पर हमला: कनाडा में कानून व्यवस्था की पोल खुली

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies