दिंनाक: 02 Oct 2002 00:00:00 |
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स्वयंसेवकों में अपूर्व उत्साहगत 19 दिसम्बर से 8 जनवरी तक सिलीगुड़ी के खोरीबाड़ी क्षेत्र में सम्पूर्ण पूर्वाञ्चल के पर्वतीय जिलों का एक अभूतपूर्व शीतकालीन संघ शिक्षा वर्ग आयोजित हुआ। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के 75 वर्ष के इतिहास में पूर्वाञ्चल के पर्वतीय जिलों का यह प्रथम वर्ग था। इस वर्ग में कुल 66 स्वयंसेवकों ने भाग लिया, इनमें सिक्किम के 32, दार्जिलिंग के 11, नागालैण्ड के 10 और मणिपुर के 13 स्वयंसेवक थे। ये सभी स्वयंसेवक इन प्रदेशों के केवल पर्वतीय जिलों से थे। इन स्वयंसेवकों में 39 छात्र, 4 कृषक तथा 19 अध्यापक थे।शिविर का प्रारम्भ अखिल भारतीय बौद्धिक प्रमुख श्री रंगाहरि के उद्बोधन से हुआ। जबकि खोरीबाड़ी प्रखण्ड के प्रखण्ड विकास अधिकारी श्री पालदेन शेरपा समापन कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे। समापन समारोह में अखिल भारतीय हिन्दू जागरण मंच के प्रांतीय अध्यक्ष श्री हरिहर नन्द ने स्वयंसेवकों का मार्गदर्शन किया।शिविर में प्रशिक्षार्थियों को रा.स्व.संघ के सभी क्षेत्रीय अधिकारियों सहित अ.भा.सेवा प्रमुख श्री भैया जी जोशी का मार्गदर्शन प्राप्त हुआ। पूर्वाञ्चल के पर्वतीय क्षेत्रों में संघ कार्य की दृष्टि से इस शिविर का आयोजन बहुत महत्वपूर्ण माना जा रहा है।द विद्युत मुखर्जी15
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