|
संत चेतावनी यात्रा के दिल्ली पहुंचने पर 27 जनवरी को संतों के एक प्रतिनिधिमण्डल ने प्रधानमंत्री श्री वाजपेयी से उनके निवास पर भेंट की। श्रीराम जन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष महंत परमहंस रामचन्द्र दास जी महाराज के नेतृत्व में प्रधानमंत्री से मिलने गए संतों के इस प्रतिनिधिमण्डल में जगद्गुरु मध्वाचार्य स्वामी वि·श्वेशतीर्थ जी महाराज (उडुपी), महंत नृत्यगोपालदास जी महाराज (उपाध्यक्ष, श्रीराम जन्मभूमि न्यास),रामलीला मैदान की ओर बढ़ता रामभक्तों का सैलावगोरक्षपीठाधीश्वर महंत अवेद्यनाथ जी महाराज (अध्यक्ष, श्रीराम जन्मभूमि मुक्ति यज्ञ समिति), महामण्डलेश्वर संतोषीमाता जी (हरिद्वार), महामण्डलेश्वर स्वामी विश्वदेवानंद जी महाराज (अमदाबाद), महामण्डलेश्वर स्वामी विद्यानंदगिरि जी महाराज (ऋषिकेश), महामण्डलेश्वर स्वामी सत्यमित्रानंद जी महाराज (हरिद्वार), महामण्डलेश्वर स्वामी सत्यानंद जी महाराज (केरल) और युगपुरुष स्वामी परमानंद जी महाराज (हरिद्वार) सम्मिलित हुए। संतों के साथ विश्व हिन्दू परिषद् के अध्यक्ष श्री विष्णुहरि डालमिया तथा अन्तरराष्ट्रीय कार्याध्यक्ष श्री अशोक सिंहल भी थे।प्रधानमंत्री निवास पर संतों के साथ चली बैठक में प्रधानमंत्री श्री वाजपेयी के साथ गृहमंत्री श्री लालकृष्ण आडवाणी, रक्षामंत्री एवं राजग के संयोजक श्री जार्ज फर्नांडीस तथा प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्यमंत्री श्री विजय गोयल भी उपस्थित थे। यह बैठक लगभग तीन घण्टे तक चली। प्रधानमंत्री श्री वाजपेयी ने संतों को आ·श्वस्त किया कि सरकार न्यायालय से मुकदमे की सुनवाई में तेजी लाने का अनुरोध करेगी, साथ ही विधि मंत्रालय से निर्विवादित भूमि श्रीराम जन्मभूमि मंदिर न्यास को सौंपने की राह में आ रही अड़चनों को दूर करने को कहेगी। बैठक के बाद श्री जार्ज फर्नांडीस ने पत्रकारों को बताया कि सभी की मंशा है कि इस विवाद का शीघ्र से शीघ्र हल निकाला जाए। श्री फर्नांडीस ने इस बात से इनकार किया कि प्रधानमंत्री श्री वाजपेयी ने 12 मार्च से पूर्व इसके हल के लिए कोई वादा किया है। प्रधानमंत्री आवास से बाहर आते हुए महंत नृत्यगोपालदास जी महाराज ने कहा कि हम सरकार पर अधिक दबाव नहीं डाल रहे हैं, क्योंकि देश की वर्तमान स्थिति बहुत चुनौतीपूर्ण है। लेकिन हम राममंदिर की तैयारी तथा यज्ञादि अनुष्ठान करते रहेंगे।23
टिप्पणियाँ