राजस्थान के सीमान्त क्षेत्रों में गूंज रही है आवाजअब लड़ाई हो आर-पार कीद भगीरथ चौधरीरेत के टीलों से आ
July 19, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • ऑपरेशन सिंदूर
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • जनजातीय नायक
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • ऑपरेशन सिंदूर
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • जनजातीय नायक
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम Archive

राजस्थान के सीमान्त क्षेत्रों में गूंज रही है आवाजअब लड़ाई हो आर-पार कीद भगीरथ चौधरीरेत के टीलों से आ

by
Jun 1, 2002, 12:00 am IST
in Archive
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

दिंनाक: 01 Jun 2002 00:00:00

राजस्थान के सीमान्त क्षेत्रों में गूंज रही है आवाजअब लड़ाई हो आर-पार कीद भगीरथ चौधरीरेत के टीलों से आच्छादित, सुनसान सा दिखाई देने वाला राजस्थान का सीमावर्ती क्षेत्र इन दिनों भारतीय सेना के जवानों की पदचापों से सजीव हो उठा है। भारतीय संसद पर हुए आतंकवादी हमले के पश्चात् सेना निरंतर पश्चिमी सीमा की ओर बढ़ रही है। राजस्थान का 1,040 किमी. क्षेत्र पाकिस्तानी सीमा से लगता है। उत्तर में हिन्दूमल कोट से दक्षिण में बाखासर तक चार जिले सीमावर्ती हैं- श्रीगंगानगर, बीकानेर, जैसलमेर और बाड़मेर। इस सम्पूर्ण क्षेत्र में सैनिक तैनात हो गए हैं। हर परिस्थिति में दुश्मन को मुंहतोड़ जवाब देने की पूर्ण तैयारियां दिखाई दे रही हैं।सीमावर्ती क्षेत्र के लोगों में गजब का उत्साह है। बाड़मेर जिले के सीमा से लगते गांव गडरा रोड के लोगों ने प्रत्येक घर से धन संग्रह करके सेना के लिए चाय आदि की व्यवस्था की है। सीमा पर अन्तिम रेलवे स्टेशन मुनाबाब के आस-पास का 10 किमी. क्षेत्र खाली करवाया जा रहा है। 1971 में हमारी सेनाएं गडरा रोड सेक्टर में ही सबसे आगे बढ़ी थीं। बाड़मेर की तीन तहसीलें सीमावर्ती हैं- चौहरन, रामसर व शिव। इन तहसीलों में सीमा-जन कल्याण समिति, राजस्थान का सघन कार्य चल रहा है।जैसलमेर जिले के तनोट व लोंगेवाला क्षेत्र को सेना ने अपने कब्जे में ले लिया है। युद्ध के समय पश्चिमी सीमा का यही क्षेत्र मुख्य रणक्षेत्र बनता है। पोकरण क्षेत्र में जो जवान पहले समान्य रूप से गश्त करते थे, अब सभी हथियारों से लैस होकर उत्साह से गश्त करते दिखाई देते हैं।बीकानेर जिले के सीमावर्ती कस्बे खाजूवाला में जनता का जोश देखने लायक है। यहां राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवक सेना की सहायता में जुट गए हैं। अभी तक स्वयंसेवक दस हजार छोटी बोरियां एकत्र करके सेना को दे चुके हैं। नहरों की रक्षा के लिए बंकर बनाने में भी स्वयंसेवक लगे हुए हैं। पूर्व सैनिक सेवा परिषद्, राजस्थान के महामंत्री कर्नल रघुराज सिंह व सीमा-जन कल्याण समिति के महामंत्री डा. जालमसिंह इस क्षेत्र में लोगों से मिलकर उनका मार्गदर्शन कर रहे हैं।बीकानेर व गंगानगर जिले का सीमावर्ती क्षेत्र सिंचित है। लोगों की खड़ी फसलें पाट दी गईं हैं और गांव भी खाली करवाए जा रहे हैं। इस स्थिति में भी किसानों के हौंसले बुलन्द हैं। लोगों को कठिनाइयां तो काफी हो रही है लेकिन चारों तरफ से एक ही स्वर सुनाई दे रहा है कि इस बार युद्ध हो ही जाए ताकि रोज-रोज की परेशानी समाप्त हो।सम्पूर्ण सीमावर्ती क्षेत्र में सेना ही नहीं आम जनता ने भी युद्ध की पूरी तैयारियां प्रारम्भ कर दी हैं। एकदम सीमा से सटे गांवों से महिला एवं बच्चों को अन्य स्थानों पर भेजना, अपना कीमती सामान भेजना, गांवों की सुरक्षा की रचना करना, सेना व सीमा सुरक्षा बल की हर प्रकार से मदद की तैयारी गांवों में हलचल और उत्साह का वातावरण है। लोगों में ऐसा उत्साह तो कारगिल युद्ध के समय भी दिखाई नहीं दिया था।सेना व आमजनों में आर-पार की जंग करने की मन:स्थिति है। दूसरी ओर अराष्ट्रीय तत्व भी अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं। जोधपुर के पीपाड़ कस्बे में भारतविरोधी नारे लिखकर मंदिरों की दीवारों पर चिपकाने से हिन्दू समाज के लोग सड़कों पर उतर आए। यहां अभी तनाव है। हालांकि चारों ओर उत्साह है लेकिन मुस्लिम बस्तियों में मायूसी का माहौल दिखाई देता है। सीमावर्ती क्षेत्र के 300 से अधिक मदरसों में सन्नाटा छाया हुआ है। पूर्व मुख्यमंत्री श्री भैंरोसिंह शेखावत अराष्ट्रीय तत्वों को उजागर करने और उनके विरुद्ध कार्रवाई करवाने हेतु सीमा क्षेत्रों का प्रवास कर चुके हैं। लेकिन वर्तमान मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत इन बातों से सहमत नहीं हैं।राजस्थान से लगती सीमा पर पाकिस्तान की तैयारियां भी दिखाई दे रहीं है। अमरकोट क्षेत्र में सभी सीमावर्ती गांव खाली करवा लिए गए हैं। रेंजरों के वेश में सैनिक अग्रिम सीमा चौकियों तक आ गए हैं। पाकिस्तान रेडियो पर भारत विरोधी दुष्प्रचार और तेज कर दिया गया है।24

ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

ज्ञान सभा 2025 : विकसित भारत हेतु शिक्षा पर राष्ट्रीय सम्मेलन, केरल के कालड़ी में होगा आयोजन

सीबी गंज थाना

बरेली: खेत को बना दिया कब्रिस्तान, जुम्मा शाह ने बिना अनुमति दफनाया नाती का शव, जमीन के मालिक ने की थाने में शिकायत

प्रतीकात्मक चित्र

छत्तीसगढ़ के अबूझमाड़ में सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में छह नक्सली ढेर

पन्हाला दुर्ग

‘छत्रपति’ की दुर्ग धरोहर : सशक्त स्वराज्य के छ सशक्त शिल्पकार

जहां कोई न पहुंचे, वहां पहुंचेगा ‘INS निस्तार’ : जहाज नहीं, समंदर में चलती-फिरती रेस्क्यू यूनिवर्सिटी

जमानत मिलते ही करने लगा तस्करी : अमृतसर में पाकिस्तानी हथियार तस्करी मॉड्यूल का पर्दाफाश

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

ज्ञान सभा 2025 : विकसित भारत हेतु शिक्षा पर राष्ट्रीय सम्मेलन, केरल के कालड़ी में होगा आयोजन

सीबी गंज थाना

बरेली: खेत को बना दिया कब्रिस्तान, जुम्मा शाह ने बिना अनुमति दफनाया नाती का शव, जमीन के मालिक ने की थाने में शिकायत

प्रतीकात्मक चित्र

छत्तीसगढ़ के अबूझमाड़ में सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में छह नक्सली ढेर

पन्हाला दुर्ग

‘छत्रपति’ की दुर्ग धरोहर : सशक्त स्वराज्य के छ सशक्त शिल्पकार

जहां कोई न पहुंचे, वहां पहुंचेगा ‘INS निस्तार’ : जहाज नहीं, समंदर में चलती-फिरती रेस्क्यू यूनिवर्सिटी

जमानत मिलते ही करने लगा तस्करी : अमृतसर में पाकिस्तानी हथियार तस्करी मॉड्यूल का पर्दाफाश

Pahalgam terror attack

घुसपैठियों पर जारी रहेगी कार्रवाई, बंगाल में गरजे PM मोदी, बोले- TMC सरकार में अस्पताल तक महिलाओं के लिए सुरक्षित नहीं

अमृतसर में BSF ने पकड़े 6 पाकिस्तानी ड्रोन, 2.34 किलो हेरोइन बरामद

भारतीय वैज्ञानिकों की सफलता : पश्चिमी घाट में लाइकेन की नई प्रजाति ‘Allographa effusosoredica’ की खोज

डोनाल्ड ट्रंप, राष्ट्रपति, अमेरिका

डोनाल्ड ट्रंप को नसों की बीमारी, अमेरिकी राष्ट्रपति के पैरों में आने लगी सूजन

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • जीवनशैली
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies