दिंनाक: 06 Feb 2002 00:00:00 |
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दानीएक व्यक्ति को, जिसकी आय का कोई नियमित साधन न हो, कहीं से एक छोटी-सी राशि भी मिल जाए तो वह चाहेगा कि इस पैसे से घर-परिवार का कुछ काम कर लें। किसी बेरोजगार ही नहीं, बल्कि रोजगार में लगे व्यक्ति की भी यह इच्छा होगी। किन्तु पिछले दिनों उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर में इससे उलट बात देखने को मिली। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, मिर्जापुर जिले के जिला कार्यवाह हैं श्री सोहनलाल। पेशे से ये भारतीय जीवन बीमा निगम के अभिकर्ता हैं। पिछले दिनों इन्होंने एक खास काम किया है। इनका यह काम ऐसा है, जिसका पूरे समाज को अनुकरण करना चाहिए। हुआ यूं कि कुछ दिन पहले इनके पुत्र का मुंडन संस्कार था। मुंडन संस्कार में आए स्वजनों ने आशीर्वाद स्वरूप बालक को उपहार और राशि भेंट की थी। आशीर्वाद राशि के रूप में कुल 3700 रुपए मिले थे। श्री सोहनलाल ने इस पैसे को अपने पर खर्च करने के बजाए एक स्थानीय छात्रावास को दान कर दिए। उल्लेखनीय है कि यह छात्रावास वनवासी कल्याण आश्रम से सम्बद्ध सेवा समर्पण संस्थान द्वारा संचालित होता है। इस छात्रावास में वनवासी छात्र रहते हैं। यहां रहने वाले छात्रों की पढ़ाई, खाने-पीने आदि की व्यवस्था ऐसे ही दानियों से प्राप्त राशि से होती है। द कृष्णमुरारी लाल श्रीवास्तव7
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