माटी का मन सजा पिछड़ेपन की
July 13, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम Archive

माटी का मन सजा पिछड़ेपन की

by
Feb 6, 2002, 12:00 am IST
in Archive
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

दिंनाक: 06 Feb 2002 00:00:00

द डा. रवीन्द्र अग्रवालउत्तर प्रदेश शासन ने निर्णय किया है कि जिन विद्युतीकृत गांवों में 25 वैध कनेक्शन नहीं हैं, वहां से लाइनें व ट्रांसफार्मर हटवा लिए जाएं। शासन को यह निर्णय लेने से पूर्व यह सोचना चाहिए था कि किसी गांव में 25 कनेक्शन भी क्यों नहीं लिए जा सके? स्पष्ट है कि गांव के लोगों की आर्थिक स्थिति ऐसी नहीं थी कि वह बिजली के कनेक्शन का खर्च वहन कर सकंे। होना तो यह चाहिए था कि विद्युत विभाग गांव के सभी परिवारों को बिजली के कनेक्शन लेने के लिए प्रेरित करता। परन्तु हो इसका उलटा रहा है। 25 कनेक्शन न होने की स्थिति में गांव को अन्धकार के गर्त में धकेला जा रहा है।अब ऐसे गांवों को निकट भविष्य में बिजली के प्रकाश की आशा नहीं करनी चाहिए जिन गांवों की बिजली की तारें दण्ड स्वरूप समेट ली गईं हैं। इन गांवों को उस पूरी दुनिया से काटा जा रहा है जिसके विकास का आधार विद्युत आपूर्ति है।उत्तर प्रदेश शासन इन गांवों को विकास की मुख्यधारा से काटकर इन्हें किस बात का दंड दे रहा है-इनके पिछड़पन का या विद्युत विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार और उसके नाकारापन का?अगर किसी गांव से बिजली की तारें केवल इसलिए समेटी जा रही हैं कि उस गांव के 25 परिवार भी बिजली का कनेक्शन लेने में समर्थ नहीं है तो उन्हें उनके पिछड़ेपन की सजा देना किसी भी प्रकार से न्यायसंगत नहीं है। इन गांवों की बिजली काट कर इन्हें विकास की मुख्यधारा से अलग-थलग किया जा रहा है। यह कैसा विरोधाभास है? एक ओर तो गांवों के विकास की बात कही जा रही है और दूसरी ओर किसी गांव को विकास की मुख्यधारा से इसलिए काटा जा रहा है कि वहां 25 परिवारों में बिजली का कनेक्शन लेने की सामथ्र्य नहीं है। अगर विकास के ऐसे ही मानदण्ड अपनाए जाएं तो कुछ गांव ही नहीं, मानव विकास के मानदण्डों के आधार पर पिछड़ रहा पूरा प्रदेश ही अलग-थलग पड़ जाएगा और प्रदेश में पिछड़ेपन का अन्धकार पैर पसार लेगा।जो विकसित है, समृद्ध है, उसे विकास और साधन उपलब्ध कराने का कोई विशेष महत्व नहीं है। महत्व तो इस बात का है कि साधनहीन को कितने साधन उपलब्ध कराए गए जिससे कि वह विकास की दौड़ में अन्यों के समकक्ष खड़ा हो सके। उत्तर प्रदेश शासन जो करने जा रहा है वह बाजारवादी व्यवस्था का अंग तो हो सकता है, किसी संवेदनशील शासन का नहीं। लोकतंत्र ही नहीं राजतन्त्र में भी राजा अपनी प्रजा की सुख-सुविधा का ध्यान रखते थे। सड़के बनवाते थे, पेयजल की व्यवस्था करते थे। सिंचाई के साधन उपलब्ध कराते थे। अगर ऐसा न होता तो देश में न तो शेरशाह सूरी मार्ग(जीटी रोड) होता और न ही राजस्थान में स्थान-स्थान पर विशाल सरोवर।हां, अगर मामला गांव में चल रहे अवैध कनेक्शनों का है तो निश्चित मानिए यह अवैध कनेक्शन विद्युत विभाग के भ्रष्ट अफसरों के कारण हैं जो गांव वालों से नियमित तौर पर वसूली करते हैं। भ्रष्ट अफसरों की सजा गांव वालों को क्यों? गांव वाले अपनी मर्जी से तो ऐसा नहीं करते। अक्सर देखने में आया है कि जो ग्रामीण वैध कनेक्शन लेकर काम करना चाहता है उसे बिजली चोरी के आरोप में फंसा दिया जाता है। ऐसे में उसकी मजबूरी बन जाता है अवैध कनेक्शन लेना और अफसरों को पैसा देना। तो भ्रष्ट अफसरों की सजा गांव वालों को क्यों? सजा देनी है तो बिजली विभाग के मुख्य अफसरों को दी जाए। इसके बिना बिजली विभाग सुधरने वाला नहीं और न ही प्रदेश का विकास होने वाला है। द13

ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

RSS का शताब्दी वर्ष : संघ विकास यात्रा में 5 जनसंपर्क अभियानों की गाथा

Donald Trump

Tariff war: अमेरिका पर ही भारी पड़ सकता है टैरिफ युद्ध

कपिल शर्मा को आतंकी पन्नू की धमकी, कहा- ‘अपना पैसा वापस ले जाओ’

देश और समाज के खिलाफ गहरी साजिश है कन्वर्जन : सीएम योगी

जिन्होंने बसाया उन्हीं के लिए नासूर बने अप्रवासी मुस्लिम : अमेरिका में समलैंगिक काउंसिल वुमन का छलका दर्द

कार्यक्रम में अतिथियों के साथ कहानीकार

‘पारिवारिक संगठन एवं विघटन के परिणाम का दर्शन करवाने वाला ग्रंथ है महाभारत’

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

RSS का शताब्दी वर्ष : संघ विकास यात्रा में 5 जनसंपर्क अभियानों की गाथा

Donald Trump

Tariff war: अमेरिका पर ही भारी पड़ सकता है टैरिफ युद्ध

कपिल शर्मा को आतंकी पन्नू की धमकी, कहा- ‘अपना पैसा वापस ले जाओ’

देश और समाज के खिलाफ गहरी साजिश है कन्वर्जन : सीएम योगी

जिन्होंने बसाया उन्हीं के लिए नासूर बने अप्रवासी मुस्लिम : अमेरिका में समलैंगिक काउंसिल वुमन का छलका दर्द

कार्यक्रम में अतिथियों के साथ कहानीकार

‘पारिवारिक संगठन एवं विघटन के परिणाम का दर्शन करवाने वाला ग्रंथ है महाभारत’

नहीं हुआ कोई बलात्कार : IIM जोका पीड़िता के पिता ने किया रेप के आरोपों से इनकार, कहा- ‘बेटी ठीक, वह आराम कर रही है’

जगदीश टाइटलर (फाइल फोटो)

1984 दंगे : टाइटलर के खिलाफ गवाही दर्ज, गवाह ने कहा- ‘उसके उकसावे पर भीड़ ने गुरुद्वारा जलाया, 3 सिखों को मार डाला’

नेशनल हेराल्ड घोटाले में शिकंजा कस रहा सोनिया-राहुल पर

‘कांग्रेस ने दानदाताओं से की धोखाधड़ी’ : नेशनल हेराल्ड मामले में ईडी का बड़ा खुलासा

700 साल पहले इब्न बतूता को मिला मुस्लिम जोगी

700 साल पहले ‘मंदिर’ में पहचान छिपाकर रहने वाला ‘मुस्लिम जोगी’ और इब्न बतूता

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies