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हिन्दू समाज चुप नहीं बैठेगा?- अशोक सिंहलअंतरराष्ट्रीय कार्याध्यक्ष, विश्व हिन्दू परिषद्बंगलादेश में चुनाव सम्पन्न हुए और बेगम खालिदा जिया की सरकार बने एक महीना पूरा हो गया है। और पिछले एक महीने से बंगलादेश में हिन्दुओं पर जितने बर्बर अत्याचार हो रहे हैं, उतने सन् 1971 में वहां पाकिस्तानी सेना ने भी नहीं किए थे। वहां पर स्थिति 1971 से भी अधिक भयानक है। माता-पिता के सामने उनकी लड़कियों से बलात्कार किए गए, घर की गाय को काटकर परिवार के लोगों को जबरदस्ती गोमांस खिलाया गया। बंगलादेश की भूमि में चप्पे-चप्पे पर बेगम खालिदा के आतंकवादी जत्थे सुनियोजित रूप से इन कुकृत्यों में लगे हुए हैं। आज 40 हजार हिन्दू बंगलादेश छोड़कर भारत आ चुके हैं और लगभग एक लाख वापस आने के लिए तैयार हैं। विहिप के अंतरराष्ट्रीय कार्याध्यक्ष श्री अशोक सिंहल ने गत 1 नवम्बर को नई दिल्ली में एक पत्रकार वार्ता में उक्त वक्तव्य दिया।उन्होंने कहा कि इन अत्याचारों के विरुद्ध भारत के नौजवानों का खून खौल रहा है। उनमें आक्रोश है, यह साफ दिखाई देने लगा है। अब जो परिस्थितियां बनती जा रही हैं, उनमें युवकों का आक्रोश दबा पाना कठिन काम है। हमारा संगठन उन्हें रोक रहा है, लेकिन अगर वे हमारे संगठन की गिरफ्त से बाहर चले गए और किन्हीं दूसरे संगठनों ने उन्हें शह दी तो स्थितियां नियंत्रण से बाहर भी हो सकती हैं। क्योंकि जब पड़ोस में भावनाएं भड़काने का काम हो रहा हो तो उसकी प्रतिक्रिया को रोकना इतना सहज नहीं है। महाराष्ट्र में मालेगांव में क्या हुआ? जुम्मे की नमाज खत्म हुई और लोग निकले पड़े सड़कों पर, 200-250 दुकानों में आग लगा दी। यह पागलपन, यह उन्माद किसे दिखाया जा रहा है? और अगर अफगानिस्तान में हार का बदला इस तरह से लिया जाएगा तो यह सच मानिए, अब हिन्दू समाज चुप नहीं बैठेगा।श्री सिंहल ने चेतावनी स्वरूप कहा कि सत्तारूढ़ पार्टी की नेता बेगम खालिदा जिया इस बात को समझ लें कि भारत का हिन्दू नौजवान इसका उत्तर देने के लिए मजबूर हो जाएगा। वे यह भी याद रखें कि बंगलादेश को भारत की सेनाओं ने जन्म दिया है। बेगम खालिदा जिया ने अपने भाषणों में इस्लामी कट्टरता को बंगलादेश में जिस तरह उभारा है, उसी के फलस्वरूप ये घटनाएं घट रही हैं। उन्होंने यहां तक कह डाला कि भारत में कार्यरत आतंकवादी संगठनों को बंगलादेश की पूरी सहायता मिलेगी। भारत अपने पड़ोसियों से अच्छे सम्बंध रखना चाहता है। बंगलादेश यदि इन कृत्यों के लिए माफी नहीं मांगता है तो इन सम्बंधों को बिगाड़ने की जिम्मेदारी स्वयं बंगलादेश की होगी। पूरे भारत में, विशेषकर बंगाल के हर जिले में बजरंग दल और हिन्दू संस्थाएं मिलकर बंगलादेश के विरुद्ध जबरदस्त प्रदर्शन करें।15
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