दिंनाक: 04 Aug 2001 00:00:00 |
|
न्यायालय की अवमानना है- अशोक सिंहल, अन्तरराष्ट्रीय कार्याध्यक्ष, वि·श्व हिन्दू परिषद्गत 11 मार्च को इस्पात नगरी राउरकेला (उड़ीसा) में वि·श्व हिन्दू परिषद् के अन्तरराष्ट्रीय कार्याध्यक्ष श्री अशोक सिंहल का अमृत महोत्सव मनाया गया। इस अवसर पर एक विशाल वनवासी सम्मेलन का आयोजन भी किया गया। इस सम्मेलन में दूर-दराज के गांवों से आए वनवासियों को सम्बोधित करते हुए श्री सिंहल ने कहा कि आज कुछ लोग वनवासियों और गैर-वनवासियों के बीच यह भ्रम फैलाने की कोशिश कर रहे हैं कि वनवासी ही भारत के मूल निवासी हैं और गैर-वनवासी बाहर से आए हुए हैं। उन्होंने कहा कि सारे वि·श्व में हिन्दुओं पर अत्याचार हो रहे हैं। श्री सिंहल ने वनवासी बन्धुओं का आह्वान करते हुए कहा कि सभी यह शपथ लें कि हम अपने क्षेत्र में मतान्तरण नहीं होने देंगे और शिक्षा का प्रसार करेंगे।इसी दिन एक पत्रकार वार्ता में उन्होंने अयोध्या के राम जन्मभूमि मंदिर को बाबरी मस्जिद कहे जाने पर आपत्ति करते हुए कहा कि, “मंदिर को मस्जिद कहना न्यायालय की अवमानना है, क्योंकि श्रीराम जन्म भूमि पर उच्च न्यायालय के आदेश से पूजा-अर्चना हो रही है। इसका अर्थ यह है कि न्यायालय उसे मंदिर मानता है मस्जिद नहीं। जब न्यायालय उसे मंदिर मानता है, तो बारंबार उस स्थान को मस्जिद कहना न्यायालय की अवमानना है। उन्होंने कहा कि वहां कोई मस्जिद थी ही नहीं अत: उसे ढहाने का प्रश्न ही नहीं है। वहां एक खंडहर था जिसे कारसेवकों ने गिरा दिया ताकि उसके स्थान पर एक भव्य मंदिर का निर्माण हो सके। मंदिर निर्माण के सम्बंध में श्री सिंहल ने कहा कि महाकुंभ के दौरान संत सम्मेलन में यह निर्णय लिया जा चुका है कि अगले वर्ष शिवरात्रि के बाद किसी भी समय मंदिर निर्माण का कार्य शुरू हो जाएगा। अत: मंदिर निर्माण के प्रति किसी प्रकार की शंका करने की आवश्यकता नहीं है। संत गण जब भी चाहेंगे, मंदिर निर्माण का कार्य प्रारंभ किया जाएगा। श्री सिंहल ने यह भी कहा कि संतों ने जब जो चाहा, वही हुआ है। मंदिर का ताला खुलवाने की बात हो या शिलान्यास की बात हो। हम लोगों ने जब भी जो चाहा है, उसे पूरा किया है और अब अगले वर्ष मंदिर निर्माण का कार्य भी संतों के निर्णयानुसार अवश्य शुरू किया जाएगा।क्या वाजपेयी सरकार भी अल्पसंख्यकों के तुष्टीकरण के मार्ग पर चल रही है? श्री सिंहल ने इसके जवाब में कहा कि राजग के अधिकांश घटक तुष्टीकरण के मार्ग पर चल रहे हैं। ऐसे में अकेले भाजपा के लिए कुछ भी कर पाना संभव नहीं है। कश्मीर में संघर्ष विराम की उवधि बढ़ाए जाने के सम्बंध में श्री सिंहल ने कहा कि उनके विचार से इसका कोई लाभ होने वाला नहीं है। एक अन्य प्रश्न के उत्तर में श्री सिंहल ने देश में बढ़ रही हिंसक और विध्वंसकारी कार्रवाइयों के लिए पाकिस्तानी संस्था आई.एस.आई. को पूरी तरह जिम्मेदार बताया और कहा कि यह संस्था सभी हिंसक कार्रवाइयों को बढ़ावा दे रही है।– सतीश शर्मा26
टिप्पणियाँ