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–नरेन्द्र कोहली वनवासब्राह्मण को उसका गोधन उपलब्ध कराकर जब अर्जुन लौटा तो उसने वनवास की तैयारी कर ली। युधिष्ठिर और द्रौपदी दोनों ही उसे समझाते रहे कि उसके कारण उन्हें कोई असुविधा नहीं हुई और उसने कोई अपराध नहीं किया है। किन्तु अर्जुन नहीं माना और वह वनवा
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