दिंनाक: 10 Jul 2001 00:00:00 |
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प्राचीन काल में गणित और ज्योतिष का केन्द्र रहा था असम। इसीलिए असम की प्राचीन राजधानी का नाम है प्राग् ज्योतिषपुर। गत 4 से 12 सितम्बर को गुवाहाटी में विद्या भारती द्वारा वैदिक गणित प्रशिक्षण हेतु कार्यशाला आयोजित की गई। इस अवसर पर शिशु शिक्षा समिति, असम के 41 विद्यालयों के 70 आचार्य-आचार्याओं तथा अधिकारियों का चयन किया गया। विद्याभारती के राष्ट्रीय वैदिक गणित प्रमुख-डा. देवी प्रसाद वर्मा के नेतृत्व में मध्य प्रदेश के क्षेत्रीय वैदिक गणित प्रमुख-श्री देवेन्द्र राव देशमुख, बिहार के वैदिक गणित प्रशिक्षक श्री रामचन्द्र आर्य, असम के श्री पेनुराम नाथ, पूर्व प्राचार्य, मरिगांव हायर सैकेन्डरी स्कूल और श्री जगन्नाथ दास, पूर्व प्राचार्य, बरपेटा हायर सैकेन्डरी स्कूल के सहयोग से यह प्रशिक्षण वर्ग सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ। प्रशिक्षार्थियों का मत था कि वैदिक गणित व्यावहारिक कार्यों में बड़ा उपयोगी है। इसके माध्यम से बड़ी गणनाएं आश्चर्यजनक रूप से कम समय में की जा सकती हैं। छात्र-छात्राओं को आज का गणित बोझिल लगता है। इसी गणित को वैदिक गणित की विधियों से पढ़ाने पर यह रुचिकर और आनन्ददायक हो जाएगा। विद्या भारती के अतिरिक्त अन्य विद्यालयों के छात्र-छात्राओं, आचार्यों तथा अभिभावकों को भी वैदिक गणित का प्रशिक्षण देने की योजना बनाई गयी है। इस तरह की वैदिक गणित कार्यशालाएं पहले तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, हिमाचल, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखण्ड, पश्चिम बंगाल, आदि प्रान्तों में भी सफलतापूर्वक आयोजित की जा चुकी हैं। — प्रतिनिधि29
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