जनसंघ से लेकर भाजपा तक की यात्रा
Wednesday, May 25, 2022
  • Circulation
  • Advertise
  • About Us
  • Contact Us
Panchjanya
  • ‌
  • भारत
  • विश्व
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • बिजनेस
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • मत अभिमत
    • रक्षा
    • संस्कृति
    • विज्ञान और तकनीक
    • खेल
    • मनोरंजन
    • शिक्षा
    • साक्षात्कार
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • श्रद्धांजलि
SUBSCRIBE
No Result
View All Result
Panchjanya
  • ‌
  • भारत
  • विश्व
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • बिजनेस
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • मत अभिमत
    • रक्षा
    • संस्कृति
    • विज्ञान और तकनीक
    • खेल
    • मनोरंजन
    • शिक्षा
    • साक्षात्कार
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • श्रद्धांजलि
No Result
View All Result
Panchjanya
No Result
View All Result
  • होम
  • भारत
  • विश्व
  • सम्पादकीय
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • संघ
  • Subscribe
होम Archive

जनसंघ से लेकर भाजपा तक की यात्रा

Archive Manager by Archive Manager
Dec 3, 2000, 12:00 am IST
in Archive
Share on FacebookShare on TwitterTelegramEmail

दिंनाक: 03 Dec 2000 00:00:00

1952 में बिहार विधानसभा की 320 में से 47 सीटों पर चुनाव लड़ने के बावजूद जनसंघ को कोई स्थान प्राप्त नहीं हुआ था और मत भी मात्र 1.2 प्रतिशत ही मिले। पर जनसंघ की संघर्षमय यात्रा तो प्रारम्भ हो ही चुकी थी और वह सतत् चलती रही। 1972 में जनसंघ ने विधानसभा की 270 सीटों पर चुनाव लड़ा और 25 सीटें जीत भी लीं। इस बार मत प्रतिशत भी बढ़कर 11.7 हो गया। 1980 में भाजपा बनने के बाद भी उतार-चढ़ाव चलता रहा। फिर भी 1952से लेकर 1995 के 11 विधानसभा चुनावी नतीजों को देखें तो नहीं लगता कि बिहार में जनसंघ/भाजपा के लिए अच्छी संभावनाएं रही हैं। लेकिन 1995 में जब भाजपा बिहार विधानसभा में दूसरे स्थान पर पहुंच गई तो लगा कि भाजपा भी राज्य में सरकार बना सकती है। उल्लेखनीय है कि 1962 से 1972 के चुनाव आते-आते जनसंघ शक्ति का निरन्तर विस्तार हुआ। भाजपा का प्रादुर्भाव होने पर 1980 के विधानसभा चुनाव में उसे 18.84 लाख (8.4 प्रतिशत) मत मिले तथा 20 सीटें भी प्राप्त हुईं। 1985 का चुनाव उनके लिए अच्छा नहीं रहा। मात्र 16 सीटें मिलीं और मतों में भी गिरावट आयी।

राम मन्दिर आन्दोलन और कांग्रेस के कमजोर होने के बाद भाजपा का उदय एक राष्ट्रवादी पार्टी के रूप में हुआ और इसके बाद भाजपा ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। 1990 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को 36.54 लाख (11.6 प्रतिशत) वोट मिले तथा 39 सीटें उनके हिस्से में आईं। 1995 में तो भाजपा कांग्रेस को पीछे छोड़कर मुख्य विपक्षी पार्टी बन गई। उसे 41 सीटों पर जीत हासिल हुई। दक्षिणी बिहार में पृथक वनाञ्चल के मुद्दे को समर्थन देने के कारण उन्हें अच्छी सफलता मिली। 95 के चुनाव में दक्षिण की 82 सीटों में भाजपा को 21 पर सफलता मिली थी। इसके बाद तो दक्षिणी बिहार जैसे भाजपा का गढ़ बन गया। पिछले तीन लोकसभा चुनावों 1996, 1998 और 1999 में कुल 14 सीटों में से क्रमश: 12, 12 और 11 सीटें प्राप्त हुईं।

इसके पश्चात् अभी हुए विधानसभा चुनावों में भाजपा ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के तहत चुनाव लड़ा। भाजपा ने कुल 150 सीटों पर चुनाव लड़ते हुए 67 स्थान प्राप्त किए।

18

ShareTweetSendShareSend
Previous News

साहस और धैर्य ऐसे गुण हैं जिनकी कठिन परिस्थितियों में आ पड़ने पर बड़ी आवश्यकता होती है।

Next News

राष्ट्र की नवअर्चना का एक छोटा दीप हूं मैं………….श्री अशोक सिंहल

संबंधित समाचार

जम्मू कश्मीर : पुलिस पदकों से हटेगा शेख अब्दुल्ला का चित्र, अब राष्ट्रीय प्रतीक चिह्न बनेगा पहचान

जम्मू कश्मीर : पुलिस पदकों से हटेगा शेख अब्दुल्ला का चित्र, अब राष्ट्रीय प्रतीक चिह्न बनेगा पहचान

निकाह में “मैउद्द्दीन” को चहिए थी बुलेट, नहीं मिली तो लड़की के पिता व भाइयों को पीटा

निकाह में “मैउद्द्दीन” को चहिए थी बुलेट, नहीं मिली तो लड़की के पिता व भाइयों को पीटा

भारत के साथ सबसे अच्छी दोस्ती के लिए अमेरिका प्रतिबद्ध : बाइडेन

भारत के साथ सबसे अच्छी दोस्ती के लिए अमेरिका प्रतिबद्ध : बाइडेन

स्कूलों में राष्ट्रगान की तरह वन्दे मातरम् भी गाया जाए, अश्विनी उपाध्याय ने दायर की याचिका

स्कूलों में राष्ट्रगान की तरह वन्दे मातरम् भी गाया जाए, अश्विनी उपाध्याय ने दायर की याचिका

आतंकियों की कायराना हरकत, पुलिसकर्मी और बेटी पर हमला, जांबाज बलिदान

आतंकियों की कायराना हरकत, पुलिसकर्मी और बेटी पर हमला, जांबाज बलिदान

बर्फबारी और बारिश से प्रभावित हुई केदारनाथ धाम यात्रा

बर्फबारी और बारिश से प्रभावित हुई केदारनाथ धाम यात्रा

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

जम्मू कश्मीर : पुलिस पदकों से हटेगा शेख अब्दुल्ला का चित्र, अब राष्ट्रीय प्रतीक चिह्न बनेगा पहचान

जम्मू कश्मीर : पुलिस पदकों से हटेगा शेख अब्दुल्ला का चित्र, अब राष्ट्रीय प्रतीक चिह्न बनेगा पहचान

निकाह में “मैउद्द्दीन” को चहिए थी बुलेट, नहीं मिली तो लड़की के पिता व भाइयों को पीटा

निकाह में “मैउद्द्दीन” को चहिए थी बुलेट, नहीं मिली तो लड़की के पिता व भाइयों को पीटा

भारत के साथ सबसे अच्छी दोस्ती के लिए अमेरिका प्रतिबद्ध : बाइडेन

भारत के साथ सबसे अच्छी दोस्ती के लिए अमेरिका प्रतिबद्ध : बाइडेन

स्कूलों में राष्ट्रगान की तरह वन्दे मातरम् भी गाया जाए, अश्विनी उपाध्याय ने दायर की याचिका

स्कूलों में राष्ट्रगान की तरह वन्दे मातरम् भी गाया जाए, अश्विनी उपाध्याय ने दायर की याचिका

आतंकियों की कायराना हरकत, पुलिसकर्मी और बेटी पर हमला, जांबाज बलिदान

आतंकियों की कायराना हरकत, पुलिसकर्मी और बेटी पर हमला, जांबाज बलिदान

बर्फबारी और बारिश से प्रभावित हुई केदारनाथ धाम यात्रा

बर्फबारी और बारिश से प्रभावित हुई केदारनाथ धाम यात्रा

आंध्र प्रदेश में जिले का नाम बदलने पर हिंसा, मंत्री और विधायक के घरों में लगाई आग

आंध्र प्रदेश में जिले का नाम बदलने पर हिंसा, मंत्री और विधायक के घरों में लगाई आग

श्रीकृष्ण जन्मभूमि-ईदगाह मामला : हाईकोर्ट के आदेश की कॉपी मथुरा न्यायालय में दाखिल, सुनवाई एक जुलाई को

श्रीकृष्ण जन्मभूमि-ईदगाह मामला : हाईकोर्ट के आदेश की कॉपी मथुरा न्यायालय में दाखिल, सुनवाई एक जुलाई को

लक्ष्य सेन ने बढ़ाया भारत और उत्तराखंड का मान : सीएम धामी

लक्ष्य सेन ने बढ़ाया भारत और उत्तराखंड का मान : सीएम धामी

यूपी के सभी 18 मंडल मुख्यालयों पर हर माह लगेगा रोजगार मेला

यूपी के सभी 18 मंडल मुख्यालयों पर हर माह लगेगा रोजगार मेला

  • About Us
  • Contact Us
  • Advertise
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Privacy Policy
  • Cookie Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

No Result
View All Result
  • होम
  • भारत
  • विश्व
  • सम्पादकीय
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • संघ
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • Vocal4Local
  • विज्ञान और तकनीक
  • खेल
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • साक्षात्कार
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • श्रद्धांजलि
  • Subscribe
  • About Us
  • Contact Us
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies