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इतनी ऊर्जा चाहिए शरीर को– डा. हर्षवर्धनगत कुछ अंकों में हमने अपने अच्छे स्वास्थ्य के लिए सबसे आवश्यक और सबसे महत्त्वपूर्ण भोजन के बारे में चर्चा की। भोजन कब, कितना और क्या किया जाए, इसके बारे में कुछ जानकारियां हमने प्राप्त कीं। इस लेख में हम शरीर की विभिन्न क्रियाओं के लिए आवश्यक ऊर्जा की मात्रा तथा भोजन से उसके सम्बन्ध की चर्चा प्रारम्भ करेंगे। जिस प्रकार वजन को नापने के लिए किलोग्राम तथा लम्बाई को नापने के लिए मीटर और किलोमीटर है, वैसे ही ऊर्जा को नापने के लिए उसकी इकाई कैलोरी है। हम जो भी काम करते हैं, उसके लिए कैलोरी को हम किलो कैलरी कहते हैं। शरीर की किसी भी प्रक्रिया, चाहे वह सोना हो, सांस लेना हो, दिल का धड़कना हो, सबके लिए कैलोरी की आवश्यकता होती है। अगर हम दिनभर कोई काम न करें और दिन-रात सोयें तब भी हमें दिनभर में 800 कैलोरी की आवश्यकता है और हममें से अधिकांश लोगों को, जो साधारण किस्म की गतिविधियां दिनभर में करते हैं, उन्हें 1600 कैलोरी की आवश्यकता है। जबकि मेहनतकश मजदूर अथवा कुली को शायद 3000 कैलोरी की आवश्यकता पड़े। नीचे दी गई तालिका में एक औसत 60 किलोग्राम वजन के मनुष्य की एक मिनट में विभिन्न क्रियाओं में कैलोरी की आवश्यकताओं का विवरण दिया गया है। क्रिया के अनुसार शरीर आवश्यकता के अनुरूप कैलोरी की मात्रा को अवशोषित करता है।विभिन्न क्रियाकलापों में कैलोरी कीआवश्यकता (कैलोरी प्रति मिनट)निद्रावस्था-0.6, विरामावस्था-1.0, पढ़ना-1.4, भोजन करना-1.8, वार्तालाप-1.8, लिखना-1.9, खड़े रहना-2.2, कार चलाना-2.1, धीमी गति से टहलने (5 किमी. प्रति घंटा)-3.0, औसत गति से टहलने (7 किमी. प्रति घंटा)-4.5, तेज गति से टहलने (9 किमी. प्रति घंटा)-9.0, अपने स्थान पर उछल-कूद करना-7-9, दौड़ते समय- 10-12, झाडू लगाते समय, कपड़ा प्रेस करते समय-2.2, साइकिल चलाते समय-3.5-8.0, नाव खेते समय-12.0, नृत्य करते समय-5.0, टेनिस खेलते समय 6.0, तैरते समय (3 किमी. प्रति घंटा)-9.0, हल्के व्यायाम-2.5, औसत व्यायाम-4.0, अधिक व्यायाम-8.0।ऊपर दी गई तालिका से विभिन्न प्रकार की क्रियाओं में खर्च होने वाली ऊर्जा का तुलनात्मक अनुमान लगाया जा सकता है। किसी भी व्यक्ति के लिए आवश्यक ऊर्जा की मात्रा उसकी आयु, उसके वजन तथा मेटाबोलिक रेट पर निर्भर करेगी। नीचे दी जा रही तालिका में विभिन्न आयु के बच्चों, नौजवानों एवं पुरुषों की दिनभर की औसत कैलोरी की आवश्यकता का वर्णन दिया जा रहा है।प्रतिदिन कैलोरी की आवश्यकताआयु/ मात्रा,6 माह-120 कैलोरी प्रति किग्रा., 6-12 माह- 100 कैलोरी प्रति किग्रा., 1-3 वर्ष-1200 कैलोरी, 4-6 वर्ष-1500 कैलोरी, 7-9 वर्ष-1800 कैलोरी, 10-12 वर्ष-2100 कैलोरी, 13-15 वर्ष (बालक)-2500 कैलोरी, 13-15 वर्ष (बालिका) 2200 कैलोरी, 16-18 वर्ष (युवक)-3000 कैलोरी, 16-18 वर्ष (युवती)-2200 कैलोरी, पुरुष-हल्के श्रम-2200 कैलोरी, औसत श्रम-2800 कैलोरी, अत्यधिक श्रम-3400 कैलोरी, स्त्री-हल्के श्रम-1900 कैलोरी, औसत श्रम-2200 कैलोरी, अत्यिधक श्रम-2800 कैलोरी।गर्भवती महिलाओं को गर्भधारण के अंतिम कुछ महीनों में हर रोज 300 कैलोरी अधिक तथा बच्चे को दूध पिला रही माता को 700 कैलोरी अधिक ऊर्जा की आवश्यकता होती है। एक व्यक्ति जो दिन भर में 1600 कैलोरी ऊर्जा खर्च करता है और उतनी ही मात्रा में भोजन लेता है जो उसे दिन भर में 1600 कैलोरी ऊर्जा प्रदान करेगा तो उसके शरीर में न कोई ऊर्जा की कभी होगी न ही ऊर्जा अधिक होगी। अगर आप एक निश्चित समय में अपनी शरीर की आवश्यकताओं से 3000 कैलोरी अधिक लेते हैं तो आपके शरीर का वजन 1 किलोग्राम बढ़ जाएगा और इसी प्रकार की आवश्यकताओं से 3500 कैलोरी एक निश्चित समय में कम लेने से यह वजन एक किलोग्राम कम हो जाएगा। यह प्रक्रिया बिल्कुल बैंक खाते के समान है और पूरी तरह वैज्ञानिक है। संतुलित भोजन में 70 प्रतिशत कैलोरी की आवश्यकता कार्बोहाइड्रेट से, 20 प्रतिशत वसा से तथा 10 प्रतिशत प्रोटीन से प्राप्त होती है। साधारणत: अधिकांश भोजन के प्रकारों पर आजकल उनके द्वारा उपलब्ध कैलोरी, प्रोटीन, विटामिन, खनिज लवण, एन्जाइम तथा प्राकृतिक ग्लूकोज की मात्रा अंकित होती है, पर इसका मतलब यह नहीं कि उस भोजन के शरीर में जाते ही उतनी कैलोरी (ऊर्जा) शरीर को उपलब्ध हो जाती है। यह उपलब्धता शरीर के विभिन्न अंगों के स्वास्थ्य इत्यादि पर भी निर्भर करती है। किसी भी समय पर शरीर के द्वारा भोजन से प्राप्त की गयी ऊर्जा हमारे उस समय के शारीरिक, मानसिक एवं आध्यात्मिक स्तर पर भी निर्भर करती है।इस प्रकार हमने यह देखा कि शरीर में भोजन की मात्रा व प्रकार को शरीर की कैलोरी की आवश्यकताओं के परिप्रेक्ष्य में देखना और समझना भी आवश्यक है। मोटापे तथा शारीरिक कमजोरी से पीड़ित व्यक्तियों के लिए तो कैलोरी का ज्ञान होना अतिआवश्यक हो जाता है। द——————————————————————————–हमारे विशेषज्ञ1. डा. हर्षवर्धन, (एम.बी.बी.एस., एम.एस.) नाक, कान एवं गले के देश के सुप्रसिद्ध चिकित्सक हैं। वह दिल्ली सरकार में स्वास्थ्य मंत्री भी रह चुके हैं। सम्प्रति वि·श्व स्वास्थ्य संगठन के दक्षिण एशिया के सलाहकार हैं।2. डा. इन्द्रनील बसु राय, (एम.बी.बी.एस., एम.डी.) कलकत्ता के सुप्रसिद्ध हृदय रोग विशेषज्ञ हैं।3. डा योगेन्द्र सिंह, (आयुर्वेदाचार्य) राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, दिल्ली कार्यालय स्थित केशव चिकित्सालय एवं वि·श्व हिन्दू परिषद् के मुख्यालय रामकृष्णपुरम्, नई दिल्ली स्थित चिकित्सालय के मुख्य चिकित्साधिकारी हैं।पाठकगण अपनी समस्याएं इस पते पर भेज सकते हैं। रोग का विवरण, अपना नाम एवं पता साफ-साफ अक्षरों में लिखें। उत्तर पाने के लिए आवश्यक है कि बगल में लिखा गया पता लिफाफे पर चिपकाया जाए।आरोग्य चर्चाद्वारा सम्पादक, पाञ्चजन्यसंस्कृति भवन, झण्डेवालादेशबन्धु गुप्ता मार्ग, नई दिल्ली-11005512
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