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हिन्दुत्व से होगा विश्व-कल्याणराष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक श्री कुप्.सी. सुदर्शन गत 8 से 31 अगस्त तक अनेक देशों के प्रवास पर गए। इस बीच वे न्यूयार्क, मियामी (अमरीका), त्रिनिदाद, सूरीनाम, गुयाना, हालैण्ड तथा ब्रिटेन में विभिन्न कार्यक्रमों में सम्मिलित हुए तथा वहां के हिन्दू समाज को उद्बोधन दिया। 31 अगस्त की रात्रि को वे लन्दन से दिल्ली लौटे।26 से 29 अगस्त के मध्य वे ब्रिटेन में थे। सरसंघचालक बनने के बाद उनकी यह प्रथम ब्रिटेन यात्रा थी। ब्रिटेन में 10 लाख से अधिक हिन्दू रहते हैं । वहां का हिन्दू समाज राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सामाजिक एवं सहायता कार्यों को बहुत सम्मान की दृष्टि से देखता है। इस प्रवास में श्री सुदर्शन संघ विचार परिवार के वरिष्ठ अधिकारियों तथा तरुण स्वयंसेवकों से मिले। 27 अगस्त को हाउन्सलो में उन्होंने 500 से अधिक स्वयंसेवकों को सम्बोधित किया। अपने सम्बोधन में उन्होंने हिन्दुत्व आन्दोलन के सार्वभौमिक चरित्र की व्याख्या की और आह्वान किया कि विश्व शांति और समन्वय के लिए हिन्दुओं को अपनी मुख्य भूमिका निभानी चाहिए।इसी दिन सायंकाल श्री सुदर्शन ने लंदन के पास नीस्डन में यूरोप के एक प्रमुख आकर्षण स्वामिनारायण हिन्दू मंदिर में 2000 से अधिक हिन्दुओं की सभा को सम्बोधित किया। इस सभा में मंदिर के संतों द्वारा उनका अभिनंदन किया गया। यहां श्री सुदर्शन ने हिन्दू पुनर्जागरण और उनकी सांस्कृतिक प्रगतिगाथा के सम्बंध में विस्तार से बताया। विशेष रूप से उन्होंने भारत के बाहर रहने वाले हिन्दुओं के योगदान की चर्चा की ।लंदन में श्री सुदर्शन भारतीय उच्चायोग द्वारा उनके सम्मान में दिए गए एक भोज में भी सम्मिलित हुए। वाटफोर्ड के हरे कृष्ण मंदिर में भी उनका अभिनन्दन किया गया। यहां एक अन्य कार्यक्रम में विभिन्न समुदायों के वरिष्ठ अग्रणी व्यक्ति भी उनसे मिले जिनमें स्वामिनारायण हिन्दू मिशन, हरेकृष्ण मंदिर, ब्रोन्ट हिन्दू एसोशिएसन तथा गुजराती संगठनों की राष्ट्रीय कांग्रेस शामिल थे।28
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