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अब कानूनी कार्रवाई होगीईसाई मिशनरियों पर हो रहे हमलों के लिए मिथ्या आरोपों के आधार पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को उत्तरदायी ठहराने के मामले को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने गंभीरता से लिया है। कुछ समाचार पत्र झूठे आरोपों के आधार पर रा.स्व.संघ को बदनाम करने का प्रयास कर रहे हैं। रा.स्व.संघ के सह सरकार्यवाह श्री मदनदास ने इस मामले पर कड़ा रुख अपनाते हुए कहा कि जो भी समाचार माध्यम झूठे और मनगढ़ंत समाचारों के आधार पर संघ की छवि खराब करने का प्रयास करेगा उसके विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की जाएगी।रा.स्व.संघ का मानना है कि वनवासी क्षेत्रों में चल रहे मतान्तरण के कारण ही प्रतिकार की घटनाएं बढ़ी हैं, फिर भी संघ किसी भी प्रकार की हिंसा की निंदा करता है, चाहे वह किसी अल्पसंख्यक के प्रति हो या बहुसंख्यक के प्रति।हिंसक घटनाओं की सभी वर्गों द्वारा निंदा की जाती है, लेकिन कुछ समाचार माध्यमों द्वारा हिंसक घटनाओं में संघ का नाम जोड़कर पारस्परिक वैमनस्यता का वातावरण तैयार किया जाता है। ईसाइयों पर हमले की चार घटनाएं, जिन्हें राष्ट्रीय समाचार माध्यमों और अन्तरराष्ट्रीय समाचार माध्यमों द्वारा प्रमुखता से प्रकाशित किया गया था, उसमें से दो घटनाएं उड़ीसा एवं झज्झर बलात्कार कांड के मामले में संघ का नाम सुनियोजित तरीके से घसीटा गया था। अन्य दो मामलों-झाबुआ नन बलात्कार काण्ड और आस्ट्रेलियाई मिशनरी ग्राहम स्टीन्स हत्याकाण्ड में संघ किसी भी प्रकार से शामिल नहीं था। इस घटना के लिए गठित आयोग द्वारा यह सिद्ध किया जा चुका है। वस्तुत: झाबुआ बलात्कार काण्ड के आरोपी 24 व्यक्तियों में से 12 ईसाई समुदाय के हैं। ग्राहम स्टीन्स हत्याकाण्ड के आरोपी ने भी स्वयं स्वीकार किया है कि उसका रा.स्व.संघ से कोई सम्बन्ध नहीं है, बल्कि उसने यहां तक कहा कि रा.स्व.संघ एक अप्रभावी संगठन है।बहरहाल, आधारहीन और झूठी खबरों के द्वारा संघ और अन्य हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों को बदनाम करने का अभियान चलाया जा रहा है, जिसका उद्देश्य राजग सरकार, जिसमें भाजपा मुख्य दल है, को अस्थिर करने के लिए संघ को बलि का बकरा बनाना है। ऐसे कुत्सित प्रयास पहले भी किए जाते रहे हैं। 1977-79 में जनता पार्टी की सरकार के समय भी ऐसा ही अभियान तीव्रता से चलाया गया था।सामान्यत: रा.स्व.संघ ऐसे मिथ्याप्रचार पर ध्यान नहीं देता। इसी कारण संघ ने पूर्व में लगाए गए अनेक आरोपों की उपेक्षा की है।रा.स्व.संघ अब ऐसे किसी भी प्रयास को सहन नहीं करेगा। संघ के विरुद्ध झूठी खबरें प्रकाशित करने वाले समाचार माध्यमों के विरुद्ध मानहानि का मुकदमा दर्ज किया जाएगा। संघ ने स्वयंसेवकों और संघ से सहानुभूति रखने वालों से कहा है कि जब भी उनके विरुद्ध कोई मिथ्या समाचार प्रकाशित हो तो वे उस समाचार माध्यम के विरुद्ध मानहानि का मुकदमा करें।– प्रतिनिधि21
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