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आत्मीय भेंट के क्षण
प्रधानमंत्री श्री वाजपेयी के साथ (बाएं से) श्री कुप्.सी. सुदर्शन तथा श्री रज्जू भैया। (दायीं ओर) श्री कुशाभाऊ ठाकरे तथा श्री लालकृष्ण आडवाणी
नई दिल्ली। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के निवर्तमान सरसंघचालक पूज्य रज्जू भैया, नूतन सरसंघचालक श्री कुप्.सी. सुदर्शन, सह सरकार्यवाह श्री हो.वे. शेषाद्रि तथा नूतन सरकार्यवाह श्री मोहनराव भागवत संघ के सहयोगी वरिष्ठ अधिकारियों के साथ गत 30 मार्च को प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी के निमंत्रण पर उनके निवास स्थान पर मिले। श्री अटल बिहारी वाजपेयी ने श्री सुदर्शन के नूतन सरसंघचालक बनने व श्री मोहन भागवत के नए सरकार्यवाह निर्वाचित होने पर उन्हें चाय पर आमंत्रित किया था। श्री वाजपेयी ने शाल व श्रीफल भेंट कर श्री सुदर्शन का अभिनन्दन किया।
इस अवसर पर श्री रज्जू भैया, श्री हो.वे. शेषाद्रि एवं श्री मदनदास, श्री दत्तोपंत ठेंगडी, श्री अशोक सिंहल, श्री लालकृष्ण आडवाणी, डा. मुरली मनोहर जोशी, श्री कुशाभाऊ ठाकरे, श्री गोविन्दाचार्य, श्री वैंकैया नायडू, श्री नरेन्द्र मोदी तथा श्री सर्वपल्ली गुरुमूर्ति उपस्थित थे।
श्री सुदर्शन ने देश की सुरक्षा के लिए उभरे खतरों के प्रति संघ की चिन्ताओं से श्री वाजपेयी को अवगत कराया। उत्तर-पूर्वी राज्यों व जम्मू-कश्मीर में चल रही आतंकवादी व अलगाववादी गतिविधियों तथा पश्चिम बंगाल की सीमा पर हो रही घुसपैठ पर चर्चा हुई। श्री सुदर्शन ने त्रिपुरा में एन.एल.एफ.टी. द्वारा अपह्मत संघ के चार वरिष्ठ कार्यकर्ताओं की अभी तक रिहाई न हो पाने पर चिन्ता व्यक्त की। उन्होंने प्रधानमंत्री को बताया कि उनकी सूचना के अनुसार चारों कार्यकर्ता बंगलादेश ले जाए गए हैं। उन्होंने बताया कि इस सम्बंध में संघ के वरिष्ठ अधिकारियों ने त्रिपुरा के मुख्यमंत्री व वरिष्ठ अधिकारियों से भी कई बार मुलाकात की परन्तु राज्य सरकार इस मामले में कुछ नहीं कर रही है। (इ.वि.सं.के.)
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