भारत “फांसी मिली तो भी अफसोस नहीं, जन्नत में मिलेगी हूर”: आफताब को श्रध्दा की हत्या का नहीं कोई अफसोस, दिखाई कट्टर मानसिकता
विश्व ऐसी हैवानियत कहां से लाते है ये दरिंदे ? श्रध्दा, निधि और अब कविता, अबु बकर ने पहले सिर काटा फिर काटे दोनों हाथ