"वुमन, लाइफ, फ्रीडम": ईरान में विरोध की आवाज को कुचलने की साजिश
July 21, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • ऑपरेशन सिंदूर
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • जनजातीय नायक
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • ऑपरेशन सिंदूर
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • जनजातीय नायक
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम विश्व

“वुमन, लाइफ, फ्रीडम”: ईरान में विरोध की आवाज को कुचलने की साजिश

2022 के "वुमन, लाइफ, फ्रीडम" आंदोलन के बाद ईरान में दमन जारी। महसा शफीई और अन्य परिवारों पर जुल्म की कहानी, इजरायल युद्ध के साये में।

by Kuldeep Singh
Jul 21, 2025, 07:06 am IST
in विश्व
Iran killing innocent people

लोगों की असहमति की आवाज को दबा रही ईरानी सरकार

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

ईरान लगातार असहमति की आवाजों को कुचलने में लगा है, ताकि इस्लामी शासन अपने आपको बनाए रखे। खासतौर पर इजरायल के साथ 12 दिन के युद्ध के दौरान ईरान को इस बात का अंदेशा कहीं विद्रोह न हो। इसी को ध्यान में रखते हुए इस्लामी शासन असहमति को कुचलने की कोशिश कर रहा है। इसी क्रम में पिछले कुछ हफ्तों में ईरान की सरकार ने 2022 के विरोध प्रदर्शनों में मारे गए कम से कम आठ लोगों के रिश्तेदारों को गिरफ्तार किया है। ये कार्रवाई इजरायल के साथ हुए व्यापक दमन का हिस्सा है।

महसा शफीई की गिरफ्तारी: एक परिवार की पीड़ा

24 साल की महसा शफीई का परिवार तब और टूट गया, जब यासुज शहर में खुफिया एजेंटों ने उन्हें उनके घर से गिरफ्तार कर लिया। उनके 18 साल के भाई परसा शफीई 2022 के विरोध प्रदर्शनों में मारे गए थे। उसी दिन उनके पिता को भी रिवॉल्यूशनरी गार्ड की खुफिया शाखा ने बुलाया। मानवाधिकार कार्यकर्ता फवाद चूबिन के मुताबिक, परिवार पर यह दबाव डाला जा रहा है कि वे महसा की स्थिति के बारे में कुछ न बोलें। महसा का अब तक कोई अता-पता नहीं है, जिससे उनके परिवार का डर और दुख और बढ़ गया है।

“वुमन, लाइफ, फ्रीडम”: 2022 का विद्रोह

2022 में महसा झिना अमीनी की हिजाब कानून उल्लंघन के आरोप में हिरासत में मौत ने ईरान में “वुमन, लाइफ, फ्रीडम” नारे के साथ बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिए। इस आंदोलन में परसा शफीई जैसे कई युवाओं ने अपनी जान गंवाई। अब सरकार उन परिवारों को निशाना बना रही है, जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया। यह दमन न केवल शारीरिक है, बल्कि मानसिक और भावनात्मक भी है, जिसका मकसद परिवारों को चुप कराना और उनके दर्द को दुनिया से छिपाना है।

अन्य परिवारों पर जुल्म

इसी प्रकार से पिछले सप्ताह ही तेहरान में खाजाई और उनकी पत्नी नेदा करेगर को गिरफ्तार, जिनके भाई एरफान 2022 में मारे गए थे। हेंगाव संगठन के मुताबिक, 60 से अधिक सुरक्षाकर्मियों ने उनके घर पर हमला कर दिया और उनके परिजनों को बेरहमी से पीटा। हालांकि, बाद में इस जोड़े को जमानत पर रिहा कर दिया। 23 जून को सुलेमान कादर गलवान को गिरफ्तार किया गया, जो मारे गए प्रदर्शनकारी अब्दुलसलाम के भाई हैं। 21 जून को शाहरियार मोहम्मदी के पिता अली मोहम्मदी को हिरासत में लिया गया, जिन्हें पूछताछ में इतना मारा गया कि वे बेहोश हो गए और उन्हें अस्पताल ले जाना पड़ा। उन्हें स्वतंत्र वकील तक की सुविधा नहीं दी गई। इसके अलावा, 19 जून को मजिद नादेरखानी और 18 जून को फेज़ोल्लाह अज़रनोश व करीम कादरपोर को भी गिरफ्तार किया गया।

संयुक्त राष्ट्र की अपील और मौजूदा हालात

संयुक्त राष्ट्र के विशेषज्ञों ने ईरान से दमन, फांसी, सामूहिक गिरफ्तारियों और नफरत भरे भाषणों को रोकने की मांग की है। HRANA के मुताबिक, युद्ध शुरू होने के बाद 823 लोग राजनीतिक या सुरक्षा संबंधी आरोपों में हिरासत में लिए गए, जिनमें 286 को इज़राइल के हमले से जुड़ा ऑनलाइन कंटेंट साझा करने के लिए पकड़ा गया। यह दमन उन परिवारों के लिए दोहरा दुख है, जो पहले ही अपनों को खो चुके हैं।

एक इंसानी त्रासदी गिरफ्तारियां और अत्याचार सिर्फ आंकड़े नहीं हैं; ये उन परिवारों की कहानियां हैं, जो पहले ही अपने प्रियजनों की मौत का गम झेल रहे हैं। यह दमन उनके घावों को और गहरा कर रहा है, और उनकी आवाज को दबाने की कोशिश की जा रही है।

Topics: विरोध प्रदर्शन 2022परिवारों पर जुल्मIran atrocitiesprotests 2022persecution of familiesसंयुक्त राष्ट्रUnited Nationsमहसा अमीनीMahsa Aminiईरान अत्याचार
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

benjamin Netanyahu

इजरायल का UNSC में कबूलनामा: हमने ईरान के सैन्य और परमाणु ठिकानों पर हमला किया

US Attacked on Iran

अमेरिका ने ईरान के परमाणु ठिकानों पर किया हमला, ट्रंप ने बताया ‘सफल’, संयुक्त राष्ट्र ने की निंदा

पाकिस्तान की अमेरिका में बेइज्जती: बिलावल भुट्टो के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल को आतंकवाद पर मिली कड़ी फटकार

विदेश मुस्लिम पत्रकार (दाएं) की बात सुनकर बिलावल भुट्टो के चेहरे का रंग उड़ गया

UN में एक मुस्लिम पत्रकार ने ही लगा दी Bilawal Bhutto की क्लास, पकड़ा बड़बोले पाकिस्तानी नेता का झूठ

Malyshia Supporting India on Operation

पाकिस्तान के ‘महजबी कार्ड’ को मलेशिया ने नकारा, भारतीय प्रतिनिधिमंडल को कार्यक्रम करने की इजाजत

Hrish puri UN exposes Pakistan on terrorism ground

बेशर्म पाकिस्तान! आतंकी हमले करने के बाद नागरिक सुरक्षा पर UN में बांट रहा ज्ञान, भारत ने बोलती बंद कर दी

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

जगदीप धनखड़, उपराष्ट्रपति

उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने दिया इस्तीफा

राजेश्वर सिंह, भाजपा विधायक

कन्वर्जन रोकने के लिए और कड़े कानून बनाए जाएं, भाजपा विधायक ने की मांग

मुंबई लोकल ट्रेन ब्लास्ट मामले में हाई कोर्ट के फैसले के बाद पत्रकारों को जानकारी देते मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस

मुंबई ट्रेन सीरियल ब्लास्ट केस: बॉम्बे हाईकोर्ट के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देगी महाराष्ट्र सरकार

सैनिक स्कूल में एयर मार्शल सुनील काशीनाथ विधाते, एवीएसएम, वाईएसएम, वीएम का किया गया अभिवादन

उत्तराखंड: एयर मार्शल सुनील काशीनाथ विधाते जब पहुंचे सैनिक स्कूल…

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी

मानसून सीजन में सभी अधिकारी 24 घंटे अलर्ट मोड में रहें, सीएम धामी ने अधिकारियों को दिए निर्देश

पुणे: खरी भाषा, खरी बात

पुलिस की गिरफ्त में आरोपी।

पश्चिमी यूपी में दंगे भड़काने की साजिश, कांवड़ यात्रा और बजरंग दल थे निशाने पर, पाकिस्तान का वीडियो किया वायरल

भारतीय मजदूर संघ के अखिल भारतीय अध्यक्ष हिरन्मय पंड्या ने सोमवार को दिल्ली के केशव कुंज में पत्रकार वार्ता की।

भारतीय मजदूर संघ के गौरवशाली 70 वर्ष : कार्यक्रम में RSS प्रमुख होंगे मुख्य अतिथि

बांग्लादेश: फाइटर जेट क्रैश में 19 लोगों की मौत, 164 घायल; कॉलेज कैंपस में दुर्घटनाग्रस्त हुआ था विमान

जस्टिस यशवंत वर्मा के खिलाफ चलेगा महाभियोग, 145 सांसदों के हस्ताक्षर वाला प्रस्ताव लोकसभा अध्यक्ष को सौंपा

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • जीवनशैली
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies