भारतीय वैज्ञानिकों की सफलता : पश्चिमी घाट में लाइकेन की नई प्रजाति 'Allographa effusosoredica' की खोज
July 19, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • ऑपरेशन सिंदूर
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • जनजातीय नायक
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • ऑपरेशन सिंदूर
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • जनजातीय नायक
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम भारत

भारतीय वैज्ञानिकों की सफलता : पश्चिमी घाट में लाइकेन की नई प्रजाति ‘Allographa effusosoredica’ की खोज

पीआईबी ने शुक्रवार को एक्स पर इसके बारे में जानकारी दी और लाइकेन की नई प्रजाति की कुछ तस्वीरें भी साझा कीं। तस्वीरों में कई जीव एक दूसरे से जुड़े हुए दिखाई दे रहे हैं।

by सुनीता मिश्रा
Jul 18, 2025, 08:35 pm IST
in भारत, विज्ञान और तकनीक
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

भारतीय वैज्ञानिकों की एक टीम ने पश्चिमी घाट से लाइकेन की नई प्रजाति एलोग्राफा इफ्यूसोरेडिका (Allographa effusosoredica) की खोज की है। पुणे स्थित एमएसीएस-अघारकर अनुसंधान संस्थान द्वारा किए गए अध्ययन में क्लासिकल टैक्सोनॉमी को मॉडर्न मॉलिक्यूलर उपकरणों के साथ संयोजित किया और इस क्षेत्र में नई प्रजाति के लिए नए मॉलिक्यूलर (आणविक) मानक स्थापित किए।

क्लासिकल टैक्सोनॉमी को पारंपरिक वर्गीकरण भी कहा जाता है। यह जीवों के बीच प्राकृतिक संबंधों के आधार पर उन्हें वर्गीकृत करने की एक विधि है। इसमें जातियों की पहचान, नाम और संरचना के आधार पर उन्हें व्यवस्थित किया जाता है। वहीं, मॉडर्न मॉलिक्यूलर तकनीकों का उपयोग करके वैज्ञानिक जीवों के डीएनए और प्रोटीन अनुक्रमों का विश्लेषण कर सकते हैं। यह जानकारी जीवों के बीच आनुवंशिक समानता और उनके बीच के अंतर को उजागर करती है।

यह भी पढ़ें – शिवाजी द्वारा निर्मित 12 किले यूनेस्को विश्व धरोहर में शामिल, मराठा सामर्थ्य को सम्मान

पीआईबी ने एक्स पर तस्वीरें साझा कीं

पीआईबी ने शुक्रवार (18 जुलाई) को एक्स पर इसके बारे में जानकारी दी और कुछ तस्वीरें भी साझा कीं। तस्वीरों में कई जीव एक दूसरे से जुड़े हुए दिखाई दे रहे हैं। बताया जा रहा है कि नई प्रजाति क्रस्टोज लाइकेन में आकर्षक इफ्यूज सोरेडिया और तुलनात्मक रूप से दुर्लभ रासायनिक गुण (नॉरस्टिकटिक एसिड नामक रसायन होता है, जिसे एलोग्राफा प्रजाति की अन्य समान आकृति वाली प्रजातियों की तुलना में दुर्लभ माना जाता है) है।

New Lichen species reveals ancient symbiosis in the Western Ghats

The study by MACS-Agharkar Research Institute, Pune, combined classical taxonomy with modern molecular tools, setting new molecular benchmarks for the genus in the region

The newly identified species, a crustose… pic.twitter.com/h3Tyd7yZ1x

— PIB India (@PIB_India) July 18, 2025


लाइकेन केवल एक जीव नहीं, बल्कि दो (कभी-कभी ज्यादा) जीव होते हैं, जो एक-दूसरे से जुड़े हुए होते हैं और एक-दूसरे को लाभ पहुंचाते हैं। इसे सहजीवी संबंध भी कहा जाता है। एक कवक जो संरचना और सुरक्षा प्रदान करता है और दूसरा फोटोबायोन्ट (आमतौर पर एक हरा शैवाल या सायनोबैक्टीरियम) जो सूर्य के प्रकाश को ग्रहण करता है व भोजन बनाता है। अपने साधारण रूप के बावजूद, लाइकेन पारिस्थितिक तंत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। ये मिट्टी बनाते हैं, कीड़ों को भोजन देते हैं और प्रकृति के जैव-संकेतक के रूप में कार्य करते हैं, जिनका उपयोग पर्यावरण की गुणवत्ता का आकलन करने के लिए किया जाता है।

यह भी पढ़ें – प्रयागराज में कांवड़ यात्रा पर हमला : DJ बजाने को लेकर नमाजी आक्रोशित, लाठी-डंडे और तलवार से किया हमला

बता दें कि लाइकेन पहाड़ी और खाली चट्टानों पर पाई जाती है। यह सामान्य तौर पर सफेद रंग में पाई जाती है। लाइकेन कवक और शैवाल के मिश्रित रूप होते हैं। लाइकेन का उपयोग इत्र बनाने, जैविक रसायन बनाने इत्यादि में होता है।

Topics: जैव विविधताPIBपश्चिमी घाटnew lichen speciesallographa effusosoredicaIndian scientistsलाइकेनसहजीविताभारत में नई प्रजातिअघारकर संस्थानपश्चिमी घाट जीवाश्म
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

World Rainforest Day-2025

विश्व वर्षावन दिवस 2025: पृथ्वी के फेफड़ों को बचाने की पुकार

प्रतीकात्मक चित्र

24 लाख साल पुराने जीवाश्मों ने खोला राज, बहुत गर्म था पूर्वोत्तर, धीरे-धीरे होता गया…

PM मोदी पर फर्जी आरोपों वाली AI जनित रिपोर्ट वायरल, PIB ने बताया झूठा

प्रतीकात्मक तस्वीर

“सतर्क रहें, इस वीडियो के झांसे में न आएं”

प्रतीकात्मक तस्वीर

PIB fact check: पाकिस्तान का भारत के हिमालय क्षेत्र में 3 IAF जेट क्रैश होने का दावा फर्जी

S-400 difence System

Fact check: पाकिस्तान का एस-400 को नष्ट करने का दावा फर्जी, जानें क्या है पूरा सच

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

ज्ञान सभा 2025 : विकसित भारत हेतु शिक्षा पर राष्ट्रीय सम्मेलन, केरल के कालड़ी में होगा आयोजन

सीबी गंज थाना

बरेली: खेत को बना दिया कब्रिस्तान, जुम्मा शाह ने बिना अनुमति दफनाया नाती का शव, जमीन के मालिक ने की थाने में शिकायत

प्रतीकात्मक चित्र

छत्तीसगढ़ के अबूझमाड़ में सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में छह नक्सली ढेर

पन्हाला दुर्ग

‘छत्रपति’ की दुर्ग धरोहर : सशक्त स्वराज्य के छ सशक्त शिल्पकार

जहां कोई न पहुंचे, वहां पहुंचेगा ‘INS निस्तार’ : जहाज नहीं, समंदर में चलती-फिरती रेस्क्यू यूनिवर्सिटी

जमानत मिलते ही करने लगा तस्करी : अमृतसर में पाकिस्तानी हथियार तस्करी मॉड्यूल का पर्दाफाश

Pahalgam terror attack

घुसपैठियों पर जारी रहेगी कार्रवाई, बंगाल में गरजे PM मोदी, बोले- TMC सरकार में अस्पताल तक महिलाओं के लिए सुरक्षित नहीं

अमृतसर में BSF ने पकड़े 6 पाकिस्तानी ड्रोन, 2.34 किलो हेरोइन बरामद

भारतीय वैज्ञानिकों की सफलता : पश्चिमी घाट में लाइकेन की नई प्रजाति ‘Allographa effusosoredica’ की खोज

डोनाल्ड ट्रंप, राष्ट्रपति, अमेरिका

डोनाल्ड ट्रंप को नसों की बीमारी, अमेरिकी राष्ट्रपति के पैरों में आने लगी सूजन

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • जीवनशैली
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies