पिथौरागढ़ । शहर में चल रहे पावन सावन मेले में गंभीर अनियमितताएं सामने आ रही हैं, जिससे हिंदू समाज की आस्था और स्थानीय व्यापारियों के हितों को गहरी ठेस पहुंच रही है। यह मेला, जो हिंदुओं की धार्मिक और सांस्कृतिक आस्था का केंद्र है, उसमें अधिकांश दुकानें बिना किसी सत्यापन के गैर-हिंदू और बाहरी लोगों को आवंटित कर दी गई हैं।
कुछ लोग, जो सड़क किनारे दरी आदि बेचते हुए पाए गए, उनके पास आधार कार्ड तक नहीं था और पूछने पर खुद को बरेली, मुरादाबाद निवासी बता रहे थे। यह स्थिति सुरक्षा की दृष्टि से अत्यंत चिंताजनक है।
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रोजगार भारती पिथौरागढ़ के जिला अध्यक्ष ललित मेहरा, महामंत्री रमेश मखौलिया, अमन चंद, प्रकाश ठकुराठी समेत अन्य हिंदुत्तवनिष्ठ संगठनों ने जब मौके पर पहुंचकर स्थिति का निरीक्षण किया, तो नगर पालिका और पुलिस प्रशासन की घोर लापरवाही सामने आई।
इन लोगों ने सवाल उठाया है कि ऐसे लोग कौन हैं..? इन्हें मेला क्षेत्र में दुकानें लगाने की अनुमति किसने दी..? इनके पास न कोई चरित्र प्रमाण पत्र है, न सत्यापन।
ये औने-पौने दामों में सामान बेचकर स्थानीय दुकानदारों को आर्थिक नुकसान पहुंचा रहे हैं। धार्मिक मेलों को सुरक्षित, पवित्र और पारदर्शी बनाए रखना प्रशासन की जिम्मेदारी है। उधर इस मामले के तूल पकड़ता देख स्थानीय पुलिस प्रशासन ने दुकानदारों का सत्यापन अभियान शुरू किया है।
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