देहरादून । हिमालयन सांस्कृतिक केन्द्र, देहरादून में आयोजित ‘आपातकाल दिवस गोष्ठी’ में आई देवतुल्य जनता को संबोधित करते हुए केंद्रीय वन पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा कि भारत के लोकतंत्र के इस काले अध्याय को नहीं भूलना चाहिए और इसे आने वाली पीढ़ी को भी बताना चाहिए कि कैसे कांग्रेस की इंदिरा सरकार ने विपक्ष के नेताओं पर घोर अत्याचार किए। उन्होंने कहा कि इस आपातकाल के दौरान कांग्रेस शासन ने अपने स्वार्थ के लोकतंत्र को पैरों तले रौंद दिया।
सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि भारत के लोकतांत्रिक इतिहास में 25 जून 1975 वह काला दिन है, जब तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने अपनी सत्ता के जाने के भय से आपातकाल को लागू कर लोकतंत्र की आत्मा को कुचलने का काम किया था। उन्होंने कहा कि उस समय लोकनायक जयप्रकाश नारायण जी, पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी जी जैसे महान लोकतंत्र सेनानियों के संघर्ष, तप और बलिदान ने अंधकार में भी लोकतंत्र की लौ को बुझने नहीं दिया।
सीएम धामी ने कहा कि आज पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हमारी सरकार लोकतंत्र सेनानियों के गौरव और उनके अधिकारों की रक्षा के लिए पूर्ण प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है। लोकतंत्र के प्रति हमारे समर्पण और जनभागीदारी की भावना ही आज के ‘नए भारत’ की सबसे बड़ी ताकत है।
राज्यसभा सांसद और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने भी अपने विचार रखे कृषि मंत्री गणेश जोशी, पार्टी महासचिव आदित्य कोठारी जिला अध्यक्ष सिद्धार्थ अग्रवाल आदि भी मौजूद रहे। इस अवसर पर आपातकाल के दौरान यातना झेलने वाले जनसंघ के कार्यकर्ताओं और उनके परिजनों को सम्मानित भी किया गया।
वहीं वन मंत्री ने मीडिया से भी संवाद कर आपातकाल के विषय में जानकारियां साझा की।
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