ब्रिटेन में टॉमी रॉबिन्सन एक अलग तरह के विचारों के नेता हैं। वे ब्रिटेन से अवैध शरणार्थियों को बाहर निकाले जाने की बात करते हैं और साथ ही वे लगातार ब्रिटेन और यूरोप के कई देशों में अवैध प्रवासियों द्वारा भड़काए जा रहे दंगों पर भी खुलकर बात करते हैं।
उन्होनें हाल ही में ईद के अवसर पर हंगामा कर रहे लोगों का एक वीडियो पोस्ट किया था और जिसमें लिखा था कि छोटे गाँव भी अब सुरक्षित नहीं हैं। डरहैम के फ्रामवेलगेट में ईद मनाने वाले लोगों ने हंगामा किया। वे बस से उतरे और स्थानीय बच्चों के साथ झगड़ा करने लगे।
Not even small villages are safe from the religion of peace and their 7th century backward Eid violence.
This was Framwellgate moor in Durham yesterday.
These lot got off a bus and started causing trouble with local children. pic.twitter.com/9MLAyIqeHk
— Tommy Robinson 🇬🇧 (@TRobinsonNewEra) June 7, 2025
टॉमी रॉबिन्सन को पिछले दिनों गिरफ्तार भी किया गया था और हाल ही में उन्हें रिहा किया गया है। रिहा होने के बाद वे लगातार सोशल मीडिया पर तो चर्चा में हैं ही, मगर एक और बात को लेकर वे चर्चा में आ गए हैं।
वे अपने दोस्तों के साथ एक रेस्टोरेंट में खाना खाने गए थे। Hawksmoor रेस्टोरेंट में वे अपने कुछ दोस्तों के साथ गए थे। जब वे वहाँ पर खाने का इंतजार कर रहे थे तो उसी समय उनसे उस रेस्टोरेंट के मैनेजर की तरफ से यह कहा गया कि रेस्टोरेंट का स्टाफ उनकी मौजूदगी के साथ सहज नहीं है। इसलिए वे सभी वहाँ से चले जाएं।
टॉमी रॉबिन्सन वहाँ से चले गए
टॉमी के साथ गए उनके दोस्त ने एक्स पर इस पूरी घटना के विषय में लिखा। 5 जून को हुई इस घटना के विषय में उन्होनें लिखा कि कल उन पाँच लोगों को लंदन में एक रेस्टोरेंट Hawksmoor से जाने के लिए कहा गया। और कारण यह दिया गया कि हमारी मौजूदगी के चलते उनके स्टाफ को अनकम्फर्टेबल महसूस हो रहा था। उन्होनें लिखा कि जब वे लोग स्टार्टर खा रहे थे, तो उनके आसपास 2 वेटर्स थे, जिन्हें उनका साथ पसंद आ रहा था। वे आसपास खड़े होकर बातें कर रहे थे, हंस रहे थे और साथ ही तस्वीरें भी ले रहे थे। फिर उन्होनें प्रश्न किया कि जब स्टार्टर के खत्म होने के बाद उनसे जाने के लिए कहा गया, तो ऐसा कैसे हो सकता है कि उनके स्टाफ को कोई समस्या हुई हो।
Yesterday all 5 of us were asked to leave @HawksmoorTweets restaurant in London (our once great capital) – The reason given was that our presence was making their staff feel uneasy. We had 2 waiters serving us for an hour, who from what I could tell enjoyed our company, they… pic.twitter.com/iTbj06g1Jl
— Liam Tuffs (@liamtuffs1) June 6, 2025
उन्होनें लिखा कि वे लोग खुश मन से वहाँ पर इन्जॉय कर रहे थे और यहाँ तक कि जब वे लोग वहाँ से निकले तो लोगों ने उनका उत्साह वर्धन किया। यहाँ तक कि वेटरेस ने भी उनसे ड्रिंक के लिए पूछा। उन्होनें लिखा कि यह बात एकदम झूठ है कि स्टाफ को कोई भी समस्या उनके साथ थी।
फिर आगे वे लिखते हैं कि “तो ऐसा प्रतीत होता है कि यह निर्णय उच्च पद पर बैठे लोगों द्वारा लिया गया था, जो अपने ग्राहकों पर अपने वोक राजनीतिक विचारों को लागू कर रहे थे, जो कि अब कोई नई बात नहीं रह गई है और समय का एक बहुत ही दुखद संकेत है।“
हालांकि विवाद बढ़ने के बाद रेस्टोरेंट के माफी मांगते हुए पोस्ट किया कि उनका उद्देश्य हमेशा ही सभी लोगों को बेस्ट रेस्टोरेंट अनुभव देने का होता है। गुरुवार को एक पब्लिक फिगर को हमारे रेस्टोरेंट से बाहर जाने के लिए कहा गया, क्योंकि हमारे मेहमान और स्टाफ को असहजता महसूस हुई थी। वे लोग शांतिपूर्वक वहाँ से चले गए।
यह किसी राजनीति या मत के कारण नहीं हुआ है। हम कोई राजनीतिक संगठन नहीं बल्कि रेस्टोरेंट के ग्रुप्स हैं।
मगर इस पोस्ट पर टॉमी रॉबिन्सन ने लिखा कि आप यह कैसे लिख सकते हैं कि यह सब राजनीतिक नहीं था, जब आपके कर्मी या मेहमानों को केवल मेरे राजनीतिक विचारों के कारण समस्या हुई थी।
How can you say it’s not political when your staff or guests issue could only have been with my political views?
I’ll be honest tho… I don’t believe it. Your staff were great, other patrons were taking photos with us and shaking our hands. So this version just doesn’t stack… https://t.co/gHvcxecx5M
— Tommy Robinson 🇬🇧 (@TRobinsonNewEra) June 6, 2025
टॉमी रॉबिन्सन ने लिखा कि “मुझे इस पर विश्वास नहीं होता। आपके कर्मचारी बहुत बढ़िया थे, दूसरे ग्राहक हमारे साथ तस्वीरें ले रहे थे और हमसे हाथ मिला रहे थे। इसलिए यह बहाना सही नहीं है।“
अभी बहुत सारे वीडियो फुटेज आने बाकी हैं जो इस कथन को गलत साबित करते हैं। हम अभी पूरी कहानी पर काम कर रहे हैं, इसलिए यह अभी शुरू ही हुआ है।“
उन्होनें यह भी लिखा कि इस घटना का इस बात से भी लेनादेना नहीं है कि आपकी माँ डेलीमेल के लिए लिखती हैं।
उन्होनें एक और प्रश्न किया कि “ लेकिन मेरे लिए सबसे चिंताजनक बात यह है कि… अगर वहाँ इस्लामी चरमपंथियों का एक समूह होता, तो आप उन्हें जाने के लिए नहीं कहते। केवल वे लोग ही भेदभाव का शिकार होते हैं जिनके साथ भेदभाव करना आसान होता है, और इसे रोकना होगा। हर कोई इस वोक विचारधारा से ऊब चुका है।“
हालांकि यह कहा जा सकता है कि वोक विचारधारा से लोग ऊब गए हैं, मगर यह भी सच है कि इसी विचारधारा का प्रभाव अकडेमिक्स और मीडिया में अभी भी है।
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