वाराणसी। चंदौली जंपर की पुलिस ने नेपाली मौलवी इस्लामुद्दीन को गिरफ्तार कर चौंकाने वाला खुलासा किया। इस्लामुद्दीन ने झाड़-फूंक के नाम पर 26 लाख रुपए ठगे थे। नसीरपुर गांव और आस-पास के इलाकों में वह ठगता था। कुछ ग्रामीणों से सूचना मिली कि वह मझवार स्टेशन के पास है। बकरीद पर घर भागने के फिराक में है। पुलिस ने मझवार स्टेशन से इस्लामुद्दीन को गिरफ्तार किया। इसके पास से नेपाल का पहचान पत्र, यूपी और बिहार का आधार कार्ड भी मिला है। चार लाख रुपए भी बरामद किए गए हैं।
नसीरपुर में बना मौलवी
क्षेत्राधिकारी सदर राजेश कुमार राय ने बताया कि अगस्त 2024 में कोतवाली चंदौली में इस्लामुद्दीन के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ था। नेपाल से आकर इस्लामुद्दीन नसीरपुर गांव की मस्जिद में मौलवी बन गया। गांव के लोगों से झाड़-फूंक के नाम पर पैसे ठगने लगा। गहने और करीब 26 लाख रुपए लेकर बिहार भाग गया था। इस्लामुद्दीन पुत्र मोहम्मद जान, निवासी ग्राम मंथरी (जटहरा), थाना रामपुर खाफ, जिला रोतहट (नेपाल) का रहने वाला है। पिछले कुछ वर्षों से भारत में बिहार के पते पर फर्जी पहचान के साथ रह रहा था। उसके पास से 4 लाख रुपए, नेपाल का पहचान पत्र, यूपी और बिहार का आधार कार्ड बरामद किया गया है।
इस्लामुद्दीन ने गाजीपुर और बिहार के कुछ इलाकों में भी इसने अपना जाल फैला रखा था। नेपाल से भारत ये कैसे पहुंचा और किसने मदद की, उसकी तलाश की जा रही है। इसके मोबाइल के कॉल डिटेल से आगे की जानकारी ली जा रही है।
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