पाकिस्तान के कराची शहर से करीब 185 किलोमीटर की दूरी पर मूसा खातियान जिला है, जहां के टांडो जाम कस्बे में सैकड़ों की संख्या में लोग इकट्ठे थे। वे अपनी किसी मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे। थोड़ा और करीब से जानने की कोशिश पर पता चला कि ये मामला हिन्दुओं के मंदिर पर अतिक्रमण का है। हिन्दुओं के मंदिर की जमीन पर चारों तरफ से किसी बिल्डर ने अतिक्रमण कर लिया, जिससे मंदिर तक पहुंचने का रास्ता अवरुद्ध हो गया। इसी के खिलाफ हिन्दू समुदाय के लोगों ने प्रदर्शन किया।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, यहां के हैदराबाद शहर में एक ऐतिहासिक शिव मंदिर स्थित है, जिसकी तस्वीरों को देखकर ही पता चलता है कि मंदिर सैकड़ों सालों जितना पुराना है। इसी मंदिर के प्रांगण और उसकी आसपास की जमीन पर किसी बिल्डर ने अवैध रूप से कब्जा कर लिया और वहां पर निर्माण भी शुरू कर दिया। इसी के खिलाफ पाकिस्तान दलित इत्तेहाद-पाकिस्तान द्रविण गठबंधन (पीडीआई) के बैनर के तले हिन्दुओं ने विरोध प्रदर्शन किया। हिन्दुओं ने शहर के अलग-अलग हिस्सों में जमकर प्रदर्शन किया और अपना विरोध जताने के बाद टांडो जाम प्रेस क्लब के सामने भी विरोध किया।
पिछले वर्ष ही मंदिर का हुआ था जीर्णोद्धार
बताया जाता है कि इस ऐतिहासिक मंदिर का पिछले साल ही सिंध हेरिटेज विभाग की ओर से जीर्णोद्धार कराया गया था। भगवान शिव का मंदिर होने के चलते प्रत्येक सोमवार के दिन यहां पर भजन-कीर्तन होते हैं। इसके अलावा मंदिर की जमीन पर ही हिन्दुओं का अंतिम संस्कार भी किया जाता है।
बिल्डर के सियासी रसूख के चलते पुलिस नहीं ले रही एक्शन
प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि आरोपी बिल्डर की राजनीतिक पहुंच है, जिसके कारण स्थानीय पुलिस भी उसके खिलाफ कोई भी एक्शन लेने से डरती है। लोगों का आरोप है कि हम लोगों ने पुलिस प्रशासन को पत्र लिखकर मंदिर की जमीन को अतिक्रमण मुक्त करने की गुहार लगाई है, लेकिन हमारी कोई सुन ही नहीं रहा है। प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी है कि अगर अब पुलिस हमारी मदद नहीं करती है तो सारे शहर में आंदोलन करेंगे।
प्रदर्शनकारियों ने शहबाज शरीफ सरकार से मांग की है कि वो सिंध में प्रभावशाली काशलेखी समुदाय से जुड़े बिल्डर के खिलाफ एक्शन ले।
टिप्पणियाँ