उधम सिंह नगर: जिले के काशीपुर नगर निगम क्षेत्र में अवैध मजारें बना दिए जाने के मामले एक के बाद एक सामने आ रहे हैं। शहर में एक ऐसी अवैध मजार का मामला सामने आया है जो कि सरकारी भू दस्तावेजों में मंदिर के नाम दर्ज है। खबर है कि इसे अब वक्फ बोर्ड में दर्ज करवाने की साजिश की जा रही है।
काशीपुर में भुलन शाह की अवैध मजार पर अवैध निर्माण किए जाने के नोटिस दिए आज 5 माह का समय बीत चुका है उस पर नगर प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की है। इसी बीच एक और अवैध मजार का मामला सामने आया है। जिसकी शिकायत सीएम हेल्प लाइन पोर्टल पर की गई है। इस शिकायत में बताया गया है कि उक्त भूमि एक मंदिर के नाम दर्ज है। पुराने लोग बताते हैं कि पहले यहां छोटा हनुमान मंदिर था और अब यहां अवैध रूप से मजार का निर्माण कर दिया गया है।
मामला सीएम पोर्टल से जानकारी में आने पर जिला प्रशासन ने इसकी जांच पड़ताल शुरू कर दी है। काशीपुर क्षेत्र में सिंचाई विभाग की भूमि पर एक अवैध मजार बना दिए जाने की खबर भी सुर्खियों में है। इसके अलावा भूमि विवादों के चलते भी दो अवैध मजारें भी बना दिए जाने का मामला प्रकाश में आया है। बताया जाता है कि कुछ भू माफिया, भूमि की खरीद फरोख्त को प्रभावित करने के लिए ऐसे हरकते कर उक्त भूमि को विवादों से जोड़ देते हैं, ताकि वहां की भूमि की बिक्री पर इसका असर पड़ने लगे।
हिंदुत्वनिष्ठ संगठनों के कार्यकर्ताओं को आशंका है कि एक बड़े षड्यंत्र के तहत सनातन नगरी काशीपुर को जेहाद नगरी बनाया जा रहा है। गगन कंबोज कहते हैं कि जहां-तहां अवैध मजारें, अवैध मदरसे और सरकारी जमीनों पर कब्जे कर बनाई जा रही मस्जिदों को देख कर ऐसा लगता है कि ये कोई सोची समझी साजिश के तहत हो रहा है।
डा राहुल पैगिया बताते हैं कि पिछले दिनों एक भूमि पर बोरिंग कराए जाने को लेकर जिस तरह से मुस्लिम समुदाय ने हमला किया वो चिंता का विषय है। अमित नारंग बताते हैं कि काशीपुर की डेमोग्राफी को बदलने के लिए यूपी के मुस्लिम उत्तराखंड में फर्जी दस्तावेजों के आधार पर घुसपैठ कर रहे हैं जिन पर अंकुश लगाना जरूरी है।
क्या कहते हैं मेयर बाली ?
काशीपुर को हम काशी की तरह धर्म नगरी बनाने के लिए कृत संकल्प हैं। अवैध मजारें, अवैध मदरसे, अवैध कब्जे, काशीपुर में नहीं रहेंगे। राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर धामी भी कह चुके हैं कि अवैध जो भी हैं वो बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
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