गत दो माह पूर्व अमृतसर के एक मंदिर पर बम फेंकने के मामले में एएनआईए ने खालिस्तानी आतंकी को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि पकड़े गए आतंकी ने इस साल मार्च महीने में अमृतसर के छेहरटा इलाके में ठाकुर द्वारा मंदिर पर ग्रेनेड हमला किया था। एनआईए ने उक्त गिरफ्तारी अमृतसर के ही अकाल गढ़ ढपइयां गांव के पास से दिखाई है। आरोपी की पहचान भगवंत सिंह उर्फ मन्ना भट्टी के रूप में बताई है।
देश की विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों ने इस मामले में कुल चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। अधिकारियों के मुताबिक ग्रेनेड हमले में गुरसिदक सिंह और विशाल उर्फ चूची ने अहम भूमिका निभाई थी। घटना के बाद प्रतिबंधित संगठन खालिस्तान लिब्रेशन फोर्स ने इसकी जिम्मेदारी ली थी। एजेंसी ने बताया कि हमले के बाद पुलिस के साथ मुठभेड़ में गुरसिदक सिंह मारा गया, जबकि विशाल को गिरफ्तार कर लिया गया था।
उक्त एनकाउंटर से पहले पुलिस ने इसी मामले में दीवान सिंह उर्फ सनी और साहिब सिंह उर्फ साबा को भी धर लिया था। एनआईए की जांच के अनुसार, घटना के बाद से फरार भगवंत ने आतंकी गुरसिदक और विशाल को पनाह दी थी। एनआईए ने कहा कि हमले की योजना बनाने के दौरान और उसके बाद भी दोनों भगवंत के साथ रहे। हमले में इस्तेमाल किया गया ग्रेनेड भी भगवंत की जानकारी में उसके घर के पीछे छिपाया गया था। उसने अपने बैंक खाते में आतंकी फंड भी प्राप्त किया।
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