शस्त्र और शास्त्र, दोनों धरातलों पर ध्वस्त पाकिस्तान
July 12, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम विश्व

शस्त्र और शास्त्र, दोनों धरातलों पर ध्वस्त पाकिस्तान

भारत ने शस्त्र और शास्त्र दोनों धरातलों पर पाकिस्तान के द्वि-राष्ट्र सिद्धांत को ध्वस्त किया। ऑपरेशन सिंदूर और सांस्कृतिक एकता के जरिए भारत ने अपनी अखंडता का परिचय दिया। जानें कैसे भारत ने आतंकी हमलों और वैचारिक चुनौतियों का जवाब दिया।

by राकेश सैन
May 20, 2025, 12:12 pm IST
in विश्व, रक्षा
Operation sindoor

ऑपरेशन सिंदूर

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

जैसा कि ‘बाजीराव मस्तानी’ फिल्म में सभी ने देखा कि पेशवाई के लिए साक्षात्कार के समय बाजीराव ने अपने तीर से मोरपंख का आकार कम कर अपनी ‘शस्त्र और शास्त्र’ के ज्ञान में पारंगता का प्रमाण दिया। उनका संदेश था कि मोर का पंख मुगल साम्राज्य है, इसकी जड़ पर प्रहार करो व अपने आप नष्ट हो जाएगा। अभी पाकिस्तान के साथ हुए टकराव के समय भी भारत ने ‘शस्त्र और शास्त्र’ दोनों धरातलों पर अपनी श्रेष्ठता सिद्ध की।

शस्त्र के धरातल पर तो सभी जानते हैं कि कैसे भारत ने पाकिस्तान में स्थित आतंकी अड्डों को ध्वस्त किया, वहां की वायु रक्षा कवच को तहस नहस करते हुए अपनी अचूक नभ सुरक्षा व्यवस्था का परिचय दिया। लेकिन इसके साथ-साथ हमने पाकिस्तानी सेना अध्यक्ष जनरल मुनीर द्वारा अलापे गए धर्म के नाम पर दो राष्ट्र के सिद्धांत को भी धाराशाही कर दिया गया।

सन 1817 में पैदा हुए मुस्लिम विद्वान सर सैयद अहमद खान ने अंग्रेज सरकार के सामने यह सिद्धांत दिया था कि मुसलमान एक अलग राष्ट्र हैं। उनका यही विचार आगे चल कर दो राष्ट्र सिद्धांत बना, जिससे 1947 में धर्म के नाम पर देश का विभाजन हुआ। कट्टरपंथ, जनूनी हिंसा और हमारे नेतृत्व की कमजोरी के चलते चाहे भारत ने धर्म के नाम पर हुए इस बंटवारा स्वीकार कर लिया। परन्तु वैचारिक धरातल पर यह कभी नहीं माना कि पूजा पद्धति अलग होने से किसी की राष्ट्रीयता अलग हो जाती है।

इसे भी पढ़ें: ‘विश्व की पुकार है ये भागवत का सार कि युद्ध ही तो वीर का प्रमाण है’, भारतीय वायुसेना ने शेयर किया दमदार वीडियो, देखें

भारत की युगों से अवधारणा रही है ‘एकम् सद् विप्रा बहुधा वदन्ति’ अर्थात ईश्वर एक है, पर विद्वान उसे अलग-अलग नामों से पुकारते हैं। इसी विश्वास के कारण ही हम 1947 में हुए विभाजन को अप्राकृतिक व ईश्वर की इच्छा के विपरीत मानते हुए पुन: अखण्ड भारत की बात करते हैं।

लेकिन पिछले महीने 17 अप्रैल को पाकिस्तानी सेनाध्यक्ष जनरल सैयद असीम मुनीर ने सैयद अहमद खान के उस विषाक्त द्वि-राष्ट्र सिद्धांत को एक बार फिर दोहराया। उन्होंने कहा कि ‘इसके पीछे मूल विचार यह है कि मुस्लिम और हिन्दू दो अलग-अलग राष्ट्र हैं।’ मुनीर ने ऐबटाबाद के काकुल में पाक सैन्य अकादमी में पासिंग आउट परेड को सम्बोधित करते हुए कहा, ‘द्वि-राष्ट्र सिद्धांत इस मौलिक विश्वास पर आधारित है कि मुसलमान और हिन्दू एक नहीं, बल्कि दो अलग-अलग राष्ट्र हैं। मुसलमान जीवन के सभी पहलुओं जैसे धर्म, रीति-रिवाज, परम्परा, सोच और आकांक्षाओं में हिन्दुओं से अलग हैं।’

जनरल मुनीर सम्बोधित चाहे पाकिस्तानी रंगरूटों को कर रहे थे, परन्तु उनकी चिट्ठी का पता भारतीय मुसलमान थे। याद करें कि यह लगभग वही समय था जब भारत में कुछ छद्मधर्मनिरपेक्ष दलों की तुष्टिकरण की नीति के चलते वक्फ बोर्ड अधिनियम में संसद द्वारा किए गए संशोधन के कारण यहां मुस्लिम भावनाएं भडक़ी हुई थीं। इस दौरान बंगाल में साम्प्रदायिक दंगे भी हुए, जिसमें कई निर्दोष हिन्दुओं ने जानें भी गंवाई और अपमान भी झेले। जनरल मुनीर ने ऐसे संवेदनशील मौके पर आंच में भूसा झोंकने का काम करते हुए भारत के मुसलमानों में फिर से द्वि-राष्ट्र सिद्धांत स्थापित करने का कुत्सित प्रयास किया।

यह वैचारिक विमर्श स्थापित करने का प्रयास किया कि हिन्दुओं के चलते भारत के मुसलमान चैन से नहीं रह सकते। साम्प्रदायिक हिंसा भडक़ाने के लिए उसने 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगांव पर आतंकी हमला करवाया जिसमें, हिन्दुओं को छांट-छांट, उनका खतना जांच कर मौत के घाट उतारा गया। कहने का भाव कि पाकिस्तान ने आतंकी हमले के रूप में ‘शस्त्र’ और द्विराष्ट्र सिद्धांत के रूप में ‘शास्त्र’  दोनों धरातल पर हमले किये। लेकिन, भारत ने ‘शठे शाठ्यम समाचरेत’ अर्थात जैसे को तैसा नीति पर चलते हुए दोनों हमलों की धार को पूरी तरह कुन्द कर दिया। भारत ने दुश्मन पर शस्त्र से आघात तो किया ही साथ में आपरेशन सिंदूर की जानकारी देने के लिए जिन दो महिला सैन्य अधिकारियों विंग कमाण्डर व्योमिका सिंह व कर्नल सोफिया कुरैशी को जिम्मेवारी सौंपी गई वो भारतीय सांस्कृतिक एकता की परिचायक बनीं। केवल इतना ही नहीं, आपरेशन सिंदूर की सफलता का दुनिया को संदेश देने के लिए जिस प्रतिनिधिमण्डलों का चयन किया गया है उसमें बहुदलीय व बहु-उपासना पद्धति से जुड़े नेता शामिल किए गए हैं। आपरेशन के दौरान पाकिस्तान के सामने पूरा देश एक साथ मुट्ठी तान कर खड़ा हो गया।

वैसे जनरल मुनीर की द्वि-राष्ट्र के विषाक्त सिद्धांत वाली वैचारिक जुगाली उस समय भी स्वत: ही खारिज हो जाती है जब मुसलमान होते हुए भी तालिबान पाकिस्तान को अपना दुश्मन घोषित कर देता है और बलोचिस्तान मुक्ति सेना हमधर्मी पाक सेना के खून से होली खेलती है। मुसलमान मजहब के नाम पर एक राष्ट्र होते तो पाकिस्तान से बंगलादेश अलग क्यों होता? इरान-इराक में युद्ध क्यों होते? 51 देशों में विभक्त इस्लामिक जगत अभी तक धर्म के नाम पर एक राष्ट्र क्यों नहीं बन पाया? इसी द्वि-राष्ट्र के सिद्धांत के ताबूत पर अब भारत के आपरेशन सिन्दूर ने एक और मजबूत कील ठोक दी है।

इसे भी पढ़ें: ‘ऑपरेशन सिंदूर रुका है, खत्म नहीं हुआ’, इजरायल में भारत के राजदूत बोले-लखवी, हाफिज सईद और साजिद मीर को सौंपे पाकिस्तान

भारतीय समाज की एकता समझाने के लिए पाकिस्तानी जनरल मुनीर को एक कथा सुनाना चाहूंगा। गंधर्वों द्वारा दुर्योधन को बंदी बनाए जाने पर अपनी पारिवारिक कटुता भुला कर युधिष्ठिर ने भीम को आदेश दिया कि वह जाए और युवराज दुर्योधन को गंधर्वों से मुक्त करवाए। भीम द्वारा प्रश्न किए जाने पर युधिष्ठिर कहते हैं कि हमारे परिवार में चाहे सौ मतभेद हों परन्तु दुनिया के लिए हम भरतवंशी ‘सौ और पांच’ नहीं ‘एक सौ पांच’ हैं। इसी तरह लोकतांत्रिक व्यवस्था के चलते भारतीयों में सौ मतभेद हो सकते हैं परन्तु दुश्मन के लिए हम भी वही हैं ‘वयं पंचाधिकम् शतम्।’

Topics: Arms and Scripturesजनरल मुनीरPakistan terror attacksgeneral munirIndian cultural unityभारत की एकताऑपरेशन सिंदूरOperation Sindoorशस्त्र और शास्त्रद्वि-राष्ट्र सिद्धांतपाकिस्तान आतंकी हमलेभारतीय सांस्कृतिक एकताUnity of Indiatwo-nation theory
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

Terrorism

नेपाल के रास्ते भारत में दहशत की साजिश, लश्कर-ए-तैयबा का प्लान बेनकाब

प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ और जनरल असीम मुनीर: पाकिस्तान एक बार फिर सत्ता संघर्ष के उस मोड़ पर खड़ा है, जहां लोकतंत्र और सैन्य तानाशाही के बीच संघर्ष निर्णायक हो सकता है

जिन्ना के देश में तेज हुई कुर्सी की मारामारी, क्या जनरल Munir शाहबाज सरकार का तख्तापलट करने वाले हैं!

Ajit Doval

अजीत डोभाल ने ऑपरेशन सिंदूर की सफलता और पाकिस्तान के झूठे दावों की बताई सच्चाई

Operation Sindoor: बेनकाब हुआ चीन, ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में ऐसे कर रहा था अपने दोस्त पाक की मदद

एस जयशंकर क्वाड देशों के विदेश मंत्रियों के साथ

पहलगाम आतंकी हमले की क्वाड देशों ने की कड़ी निंदा, ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को मिला अंतरराष्ट्रीय समर्थन

अफगान सरकार के उप-प्रवक्ता हमदुल्लाह फितरत

Taliban ने जिन्ना के देश का झूठ किया उजागर, फर्जी बयान देने वाले General Munir की हुई फजीहत

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

Donald Trump

टैरिफ युद्ध अमेरिका पर ही भारी पड़ सकता है

कपिल शर्मा को आतंकी पन्नू की धमकी, कहा- ‘अपना पैसा वापस ले जाओ’

देश और समाज के खिलाफ गहरी साजिश है कन्वर्जन : सीएम योगी

जिन्होंने ने बसाया उन्ही के लिए नासूर बने अप्रवासी मुस्लिम : अमेरिका में समलैंगिक काउंसिलवुमन का झलका दर्द

कार्यक्रम में अतिथियों के साथ कहानीकार

‘पारिवारिक संगठन एवं विघटन के परिणाम का दर्शन करवाने वाला ग्रंथ है महाभारत’

नहीं हुआ कोई बलात्कार : IIM जोका पीड़िता के पिता ने किया रेप के आरोपों से इनकार, कहा- ‘बेटी ठीक, वह आराम कर रही है’

जगदीश टाइटलर (फाइल फोटो)

1984 दंगे : टाइटलर के खिलाफ गवाही दर्ज, गवाह ने कहा- ‘उसके उकसावे पर भीड़ ने गुरुद्वारा जलाया, 3 सिखों को मार डाला’

नेशनल हेराल्ड घोटाले में शिकंजा कस रहा सोनिया-राहुल पर

‘कांग्रेस ने दानदाताओं से की धोखाधड़ी’ : नेशनल हेराल्ड मामले में ईडी का बड़ा खुलासा

700 साल पहले इब्न बतूता को मिला मुस्लिम जोगी

700 साल पहले ‘मंदिर’ में पहचान छिपाकर रहने वाला ‘मुस्लिम जोगी’ और इब्न बतूता

Loose FASTag होगा ब्लैकलिस्ट : गाड़ी में चिपकाना पड़ेगा टैग, नहीं तो NHAI करेगा कार्रवाई

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies