उपराष्ट्रपति धनखड़ ने जस्टिस यशवंत वर्मा के घर कैश बरामदगी मामले में एफआईआर न होने पर उठाए सवाल
July 23, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • ऑपरेशन सिंदूर
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • जनजातीय नायक
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • ऑपरेशन सिंदूर
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • जनजातीय नायक
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम भारत

उपराष्ट्रपति धनखड़ ने जस्टिस यशवंत वर्मा के घर कैश बरामदगी मामले में एफआईआर न होने पर उठाए सवाल

उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने दिल्ली हाई कोर्ट के जज जस्टिस यशवंत वर्मा के घर से कैश बरामदगी मामले में एफआईआर न होने पर सवाल उठाए। उन्होंने न्यायपालिका से पूछा कि क्या यह मामला ठंडे बस्ते में डाल दिया गया है?

by Kuldeep Singh
May 20, 2025, 07:50 am IST
in भारत
जगदीप धनखड़ ने उपराष्ट्रपति पद से दिया इस्तीफा

जगदीप धनखड़ ने उपराष्ट्रपति पद से दिया इस्तीफा

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

करीब दो महीने पहले दिल्ली हाई कोर्ट के जज रहे जस्टिस यशवंत वर्मा के दिल्ली स्थित आवास से बेतहाशा कैश मिलने के मामले को ठंडे बस्ते में डाले जाने पर उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि इस मामले को दो माह हो गए हैं, अब तक एफआईआऱ हो जानी चाहिए थी। ऐसा लगता है कि ये मामला ठंडे बस्ते में चला गया है। उप राष्ट्रपति ने न्यायपालिका से तल्ख सवाल किया कि क्या ऐसी घटनाएं न्याय व्यवस्था को दूषित नहीं करती हैं?

रिपोर्ट्स के अनुसार, उप राष्ट्रपति ने न्यायिक व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा कि इस मामले में कम से कम लोगों को इंतजार था कि इसका सच सामने तो आएगा, लेकिन अभी तक एक एफआईआर तक दर्ज नहीं की जा सकी। हमें कम से कम इसका पता तो लगाना ही चाहिए। उपराष्ट्रपति धनखड़ एक पुस्तक के विमोचन के कार्यकम को संबोधित कर रहे थे। उसी दौरान उन्होंने ये बातें कही। उनका ये भी कहना था कि ये एक ऐसा मामला है, जिस पर सुप्रीम कोर्ट को अपने फैसले पर पुनर्विचार करने की आवश्यकता है, जिसमें शीर्ष अदालत ने ये कहा था कि सर्वोच्च अदालत और हाई कोर्ट के जजों के खिलाफ केस दर्ज करने के लिए पहले मंजूरी लेनी होगी, जिसके बाद ही ऐसा हो सकता है।

उप राष्ट्रपति कहते हैं कि जस्टिस यशवंत वर्मा के घर से कैश बरामद होने के मामले की जांच कर रही तीन जजों की आंतरिक समिति ने तो इस मामले से जुड़े गवाहों से उनके इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों तक को जब्त कर लिया। ये बहुत ही गंभीर मामला है।

क्या है पूरा मामला

ये घटना दो माह पुरानी है, जब 22 मार्च 2025 को दिल्ली हाई कोर्ट के जस्टिस यशवंत वर्मा के दिल्ली स्थित घर में आग लग गई थी। उस दौरान जज वर्मा अपने घर में नहीं थे। उनकी पत्नी ने आग लगने की घटना की जानकारी तुरंत फायर ब्रिगेड और पुलिस को दी। इसके बाद मौके पर पहुंचे फायर ब्रिगेड की टीम को जस्टिस वर्मा के घर से बेतहाशा कैश बरामद हुआ था। इस घटना दी तस्वीरें भी तेजी से मीडिया में वायरल हो गईं। इसके बाद मामले को संभालते हुए जस्टिस वर्मा के खिलाफ कार्रवाई करने की बजाय सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस संजीव खन्ना ने तुरंत जस्टिस वर्मा का ट्रांसफर इलाहाबाद हाई कोर्ट कर दिया। साथ ही तीन जजों की एक समिति बना दी, इसकी जांच के लिए।

जमीनी हकीकत से भाग नहीं सकते

इस घटना पर उप राष्ट्रपति आगे कहते हैं कि कोई कुछ भी कहे, लेकिन आप जमीनी हकीकतों से दूर नहीं भाग सकते। किताबें कुछ भी कहें, लेकिन सत्य तो यही है कि लुटियंस दिल्ली में रहने वाले हमारे जज के घर से कैश बरामद हुए थे। लेकिन, अब तक इस मामले में एफआईआर तक दर्ज क्यों नहीं हुई। लोग सच जानना चाहते हैं, क्योंकि अभिव्यक्ति की आजादी बातों और विश्वास से ही चलती है।

Topics: Cash Recoveryदिल्ली हाई कोर्टजस्टिस यशवंत वर्माDelhi High Courtकैश बरामदगीSupreme CourtJustice Yashwant VermaएफआईआरFIRसुप्रीम कोर्टउपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़Vice President Jagdeep Dhankharन्यायपालिकाjudiciary
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

Suprime Court

सुप्रीम कोर्ट करेगा राष्ट्रपति के 14 सवालों पर विचार

मुंबई लोकल ट्रेन ब्लास्ट मामले में हाई कोर्ट के फैसले के बाद पत्रकारों को जानकारी देते मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस

मुंबई लोकल ट्रेन विस्फोट केस: SC पहुंची महाराष्ट्र सरकार, आरोपियों को रिहा करने के बॉम्बे HC के फैसले को दी चुनौती

उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का इस्तीफा मंजूर, पीएम मोदी ने कही ये बात

मुंबई लोकल ट्रेन ब्लास्ट मामले में हाई कोर्ट के फैसले के बाद पत्रकारों को जानकारी देते मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस

मुंबई ट्रेन सीरियल ब्लास्ट केस: बॉम्बे हाईकोर्ट के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देगी महाराष्ट्र सरकार

जस्टिस यशवंत वर्मा के खिलाफ चलेगा महाभियोग, 145 सांसदों के हस्ताक्षर वाला प्रस्ताव लोकसभा अध्यक्ष को सौंपा

जज ने भरे कोर्ट में वकील को टोका, बोले- ‘मीलॉर्ड’ नहीं, यह कहकर बुलाएं…

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

व्हेल और डॉल्फिन : महासागर के महारथियों का अद्भुत संसार

ब्रिटिश-अफ्रीकी यूट्यूबर सेंजो न केवल धर्म का उपहास उड़ाते हुए मांस खा रहा था, बल्कि उसने वहां बैठी महिलाओं और अन्य भक्त कर्मचारियों को भी वह खाने की पेशकश की

लंदन इस्कॉन के रेस्टोरेंट में बेशर्मी से मांस खाने वाले के विरुद्ध लोगों का भड़का गुस्सा, अब दोषी मांग रहा माफी

Suprime Court

सुप्रीम कोर्ट करेगा राष्ट्रपति के 14 सवालों पर विचार

निर्माण कार्य में लगे लोगों और पुलिस पर पथराव करतीं मुस्लिम महिलाएं

जैसलमेर के बासनपी गांव में वीरों की छतरियों का पुनर्निर्माण कर रहे लोगों पर उन्मादी मुसलमानों का हमला

पाक पर 500 KG बम गिराने वाला विमान 60 साल की सेवा के बाद विदाई की ओर….जानिये इसकी 15 खासियतें

Kanwar Yatra

कांवड़ मेला: 4 करोड़ से ज्यादा शिवभक्तों की उमड़ी भीड़, मेले के बाद भी नहीं थम रहा आस्था का सैलाब

आज का इतिहास

“तारीख बोल उठी”, जानिये 23 जुलाई का इतिहास: आज ही के दिन गूंजी थी “आकाशवाणी”

मौलाना छांगुर

भदोही: मुस्लिम पत्नी और ‘छांगुर गैंग’ ने इस्लाम कबूलने का बनाया दबाव, चाकू की नोंक पर पढ़वाया कलमा

बाल गंगाधर तिलक

लोकमान्य तिलक जयंती पर विशेष : स्वराज के संघर्ष ने बनाया ‘लोकमान्य’

मां जगरानी देवी और चंद्रशेखर आजाद

चंद्रशेखर आजाद की मां की दुखभरी कहानीः मूर्ति तक न लगने दी कांग्रेस ने

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • जीवनशैली
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies