भारत सरकार ने चीन के दो प्रमुख सरकारी मीडिया प्लेटफॉर्म ग्लोबल टाइम्स और शिन्हुआ न्यूज के सोशल मीडिया अकाउंट्स को ब्लॉक कर दिया है। यह कदम इसलिए उठाया गया क्योंकि ये दोनों लंबे समय से भारत के खिलाफ फर्जी खबरें और दुष्प्रचार फैला रहे थे।
इन मीडिया संस्थानों ने हाल ही में भारत के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर झूठी खबरें फैलाने की कोशिश की। ग्लोबल टाइम्स बार-बार यह दावा कर रहा था कि भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ बिना किसी कारण के हमला किया है और इसे ‘एकतरफा कार्रवाई’ बताया जा रहा था। इतना ही नहीं, वे यह दिखाने की कोशिश कर रहे थे कि भारत लंबा युद्ध नहीं लड़ सकता, जिससे निवेशकों में डर फैलाया जा सके। चीनी मीडिया ने पुराने युद्धों के एडिट किए गए वीडियो दिखाकर दुष्प्रचार किया और भारत के हथियारों को लेकर भ्रामक जानकारी फैलाई। ग्लोबल टाइम्स ने पाकिस्तानी सेना के हवाले से भी कई झूठी खबरें चलाईं। इस पर भारत के बीजिंग स्थित दूतावास ने चीन को कड़ी फटकार लगाई थी।
तुर्की और चीन की मीडिया में यह झूठी खबर भी फैलाई गई कि पाकिस्तान के जेएफ-17 थंडर लड़ाकू विमान ने भारत के S-400 एयर डिफेंस सिस्टम को नष्ट कर दिया है। जबकि भारत ने इन दावों को साफ तौर पर गलत बताया, फिर भी इन खबरों को हटाया या सुधारा नहीं गया। चूंकि जेएफ-17 विमान चीन की कंपनी द्वारा बनाया गया है, इस तरह की खबरें शेयर बाजार में कंपनी के शेयर बढ़ाने के लिए चलाई गई थीं। इसका सीधा फायदा चीनी एयरक्राफ्ट निर्माता कंपनी AVIC चेंगदू एयरक्राफ्ट को मिला, जिसके शेयर दो दिन में 36% तक बढ़ गए। तुर्की की मीडिया ने भारत को मुस्लिम विरोधी देश के रूप में दिखाने की कोशिश की और मुस्लिम ब्रदरहुड जैसे संगठनों को डिजिटल प्रचार के ज़रिए उभारा। वहीं, चीनी मीडिया भारत में दो मोर्चों पर युद्ध होने की झूठी भविष्यवाणी करके लोगों को डराने की कोशिश कर रहा था। इन सभी झूठे प्रचारों को देखते हुए भारत सरकार ने पहली बार इतने सख्त कदम उठाए और चीन के दोनों सरकारी मीडिया संस्थानों ग्लोबल टाइम्स और शिन्हुआ न्यूज के सोशल मीडिया अकाउंट्स को ब्लॉक कर दिया है।
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