अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप कभी-कभी ऐसा कदम उठा लेते हैं, जिससे न केवल विपक्षी, बल्कि उनकी खुद की पार्टी रिपब्लिकन भी मुश्किल में पड़ जाती है। इस बार भी उन्होंने कुछ ऐसा ही किया है। दरअसल, वो कतर के दौरे पर जा रहे हैं औऱ कतर के शेखों ने उन्हें 3300 करोड़ रुपए कीमत का बोइंग यात्री विमान गिफ्ट करने की पेशकश की है, जिस पर अमेरिका में सियासी बवाल खड़ा हो गया है। उनकी सुरक्षा को लेकर भी चिंता खड़ी हो गई है।
एयरफोर्स वन के तौर पर इस्तेमाल करना चाहते हैं ट्रंप
कतर के द्वारा गिफ्ट किए जाने वाले बोइंग 747 विमान को ट्रंप एयरफोर्स वन के तौर पर इस्तेमाल करना चाहते हैं। वो अपने फैसले को लेकर कहते हैं कि अगर कोई चीज फ्री में मिल रही है तो मैं मूर्ख थोड़े हूं कि छोड़ दूं। दरअसल, इस मेहरबानी के पीछे एक वजह ये भी बताई जा रही है कि ट्रंप के परिवार का बिजनेस मध्य पूर्व में तेजी से फैला है। इसमें सउदी अरब में उनका ट्रंप टॉवर है, तो कतर में उनके गोल्फ कोर्स हैं। दुबई ने ट्रंप के क्रिप्टो करेंसी में 2 अऱब डॉलर का निवेश कर रखा है।
सुरक्षा चिंताएं क्यों
राष्ट्रपति ट्रंप को मिलने वाले इस मुफ्त के गिफ्ट से सबसे अधिक अमेरिकी सुरक्षा एजेंसियां चिंतित हैं। इन एजेंसियों को इस बात की चिंता है कि चूंकि यह विमान लंबे वक्त से विदेशियों के द्वारा इस्तेमाल किया जाता रहा है, तो ऐसे में इससे साइबर, सिक्योरिटी, ट्रैकिंग, जासूसी जैसे कई खतरे पैदा हो सकते हैं।
इसके अलावा अमेरिका का संविधान भी इसकी इजाजत नहीं देता है। अमेरिकी संविधान के अनुसार, देश का राष्ट्रपति किसी विदेशी तोहफे को स्वीकार नहीं कर सकता है। हालांकि, ट्रंप तो ट्रंप हैं वे कानून की खामियों का फायदा उठाना चाहते हैं। उनका कहना है कि अगर इसे अमेरिकी रक्षा विभाग को दे दिया जाए तो इस नियम से बचा जा सकता है।
टिप्पणियाँ