प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार शाम आठ बजे देश को संबोधित किया। उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर की हर एक जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पाकिस्तान भारत की सीमा पर हमला करने की फिराक में था और भारत ने उसके सीने पर ही हमला कर दिया। आतंक के खिलाफ भारत की नीति है ऑपरेशन सिंदूर। हम अपनी शर्तों पर जवाब देकर रहेंगे। हर उस जगह पर जाकर कठोर कार्रवाई करेंगे जहां से आतंक की जड़ें निकलती हैं। भारत कोई भी न्यूक्लियर ब्लैकमेल नहीं सहेगा। हम आतंक की सरपरस्त सरकार और आतंक के आकाओं को अलग-अलग नहीं देखेंगे।
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि हम सभी ने बीते दिनों में देश का सामर्थ्य और उसका संयम दोनों देखा है। मैं सबसे पहले भारत की पराक्रमी सेनाओं को सशस्त्र बलों, हमारी खुफिया एजेंसियों, हमारे वैज्ञानिकों को हर भारत वासी की ओर से सलाम करता हूं। 22 अप्रैल को पहलगाम में आतंकवादियों ने जो बर्बरता दिखाई थी उसने देश, दुनिया को झकझोर दिया था। छुट्टियां मना रहे निर्दोष नागरिकों को धर्म पूछकर उनके परिवार, उनके बच्चों के सामने बेरहमी से मार डाला यह आतंक का बहुत विभत्स चेहरा था, क्रूरता थी। यह देश के सद्भाव को तोड़ने की घिनौनी कोशिश भी थी। मेरे लिए व्यक्तिगत रूप से यह पीड़ा बहुत बड़ी थी। इस आतंकी हमले के बाद पूरा देश, हर राजनीतिक दल, एक स्वर में आतंक के खिलाफ उठ खड़ा हुआ है। हमने आतंकवादियों को मिट्टी में मिलाने के लिए भारत की सेनाओं को पूरी छूट दे दी है। आज हर आतंकी, आतंक का हर संगठन जान चुका है कि हमारी बहनों, बेटियों के माथे से सिंदूर हटाने का अंजाम क्या होता है।
पीएम मोदी ने कहा कि “हमारे वीर सैनिकों ने ऑपरेशन सिंदूर के लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए असीम शौर्य का प्रदर्शन किया। मैं उनकी वीरता, साहस और पराक्रम को देश की हर माता, बहन और बेटी को समर्पित करता हूं। हमने सैन्य कार्रवाई को सिर्फ स्थगित किया है। आने वाले समय में हम पाकिस्तान को देखेंगे कि वह क्या रवैया अपनाता है। इस बार ऑपरेशन सिंदूर ने नया आयाम जोड़ा है। हमने रेगिस्तान और पहाड़ों में अपनी क्षमता प्रदर्शित की और न्यू वारफेयर में अपनी क्षमता दिखाई। मेक इन इंडिया के हथियारों की विश्वसनीयता बढ़ी है। हर प्रकार के आतंकवाद के खिलाफ हम सभी का एकजुट रहना, हमारी एकता सबसे बड़ी शक्ति है।
प्रधानमंत्री मोदी ने शांति की बात पर जोर देते हुए कहा कि निश्चित तौर पर यह युग युद्ध का नहीं है, लेकिन यह युग आतंकवाद का भी नहीं है। आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस एक बेहतर दुनिया की गारंटी है। पाकिस्तानी फौज, पाकिस्तान की सरकार जिस तरह से आतंकवाद को खाद-पानी दे रहे हैं, वह एक दिन पाकिस्तान को ही समाप्त कर देगा। पाकिस्तान को अगर बचना है तो उसे अपने टेरर इन्फ्रास्ट्रक्चर का सफाया करना होगा। इसके अलावा शांति का कोई रास्ता नहीं है
टेरर और टॉक एक साथ नहीं, पानी और खून एक साथ नहीं बह सकता
प्रधानमंत्री मोदी ने आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति का उल्लेख करते हुए कहा कि भारत का स्पष्ट मत है कि
टेरर और टॉक एक साथ नहीं हो सकते हैं, टेरर और ट्रेड एक साथ नहीं चल सकते, पानी और खून एक साथ नहीं बह सकता। मैं विश्व समुदाय से कहूंगा कि हमारी घोषित नीति है पाकिस्तान से बात होगी तो आतंकवाद और पीओके पर ही होगी। आज बुद्ध पूर्णिमा है। भगवान बुद्ध ने शांति का मार्ग दिखाया है, यह रास्ता भी शक्ति की ओर जाता है। आवश्यकता पड़ने पर शक्ति का इस्तेमाल भी जरूरी है। पिछले कुछ दिनों में भारत ने यही किया है। मैं एक बार फिर भारत की सेना और सशस्त्र बलों को सैल्यूट करता हूं। हर भारतवासी के एकजुटता के संकल्प को नमन करता हूं।
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