नैनीताल : बुधवार को दुष्कर्म के आरोपी उस्मान को गिरफ्तार करने के बावजूद स्थानीय लोगों का गुस्सा शांत नहीं हो पाया है। गुस्साई भीड़ ने सड़कों पर जुलूस निकाल कर आरोपी को फांसी दिए जाने की आवाज उठाई। शहर के कारोबारियों ने आज पूरे शहर को बंद रखा, आस पास के भीमताल भवाली क्षेत्र में भी इस घटना के प्रति रोष देखा गया और कारोबार प्रभावित रहा। अब पता चला है कि उसने सरकारी जमीन पर अतिक्रमण करके अपना घर बनाया है।
जिसे अब प्रशासन ध्वस्त करेगा। इसके लिए घर खाली करने का नोटिस आरोपी के घर पर चस्पा कर दिया गया है। बता दें कि बलात्कार की वारदात के बाद लोग खासे गुस्से में हैं और आऱोपी के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। बीते कल 12 साल की नाबालिग लड़की के साथ दुष्कर्म किए जाने की तहरीर मिलने के बाद पुलिस ने जांच पड़ताल की और करीब 75 साल कारोबारी उस्मान ठेकेदार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
ये घटना आग की तरह नैनीताल में फैली और उसके बाद भीड़ ने मल्लीताल थाने के सामने प्रदर्शन किया और कई दुकानों में तोड़फोड़ भी की और यहां कारोबार कर रहे मुस्लिम युवकों की पिटाई भी की जिसके वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल भी हुए। देर रात पुलिस प्रशासन ने जैसे तैसे लोगों को समझा बुझा कर वहां से हटाया। आज सुबह एक बार स्थानीय लोगों के आक्रोश फूटा और स्थानीय लोगों एक साथ जमा हुए और जुलूस के रूप में आरोपी को फांसी दिए जाने की मांग को लेकर प्रदर्शन करने लगे। इस आंदोलन में बड़ी संख्या में महिलाएं भी सड़कों पर आ गई।
हिंदुत्वनिष्ठ संगठनों के कार्यकर्ताओं ने शांत नैनीताल में हुई ऐसी घटनाओं पर अपने गुस्से का इजहार किया। आज सुबह से ही नैनीताल की तरफ आने वाले ट्रैफिक को पुलिस ने रोक दिया गया केवल पर्यटकों के वाहन ही रानीबाग,कालाढूंगी से नैनीताल और अन्य पर्यटन स्थलों की तरफ जाने दिए। बड़ी संख्या में हिंदू संगठनों के कार्यकर्ता बेरिकेटिंग के पास पुलिस अधिकारियों के साथ उलझते दिखाई दिए जिस पर वहां तनाव की स्थिति बनी रही।
नैनीताल में कई संगठनों के साथ जिला कोर्ट के अधिवक्ताओं ने भी घटना के विरोध में सड़क पर उतरकर जुलूस निकाला। दूर-दराज से नैनीताल पहुंचे पर्यटक अपने-अपने कमरों में कैद हैं। इस बीच तल्लीताल व्यापार मंडल ने पर्यटकों के लिए लंगर की व्यवस्था की है। वहीं आज नगर के सभी स्कूल व यूनिवर्सिटी कैंपस बंद हैं।
इस बीच हिन्दूवादी संगठनों से जुड़े लोगों ने आरोपी के खिलाफ कठोर कार्यवाही और संदिग्ध, बाहरी तत्वों की पहचान करने की मांग उठाई है। गुस्साए लोगों ने कहा कि उक्त घटना न केवल मानवता को झंकझोर देने वाली है, बल्कि क्षेत्रीय सुरक्षा, समाजिक समरसता और कानून व्यवस्था पर भी गंभीर प्रश्नचिह्न लगाता है। लोगों का कहना है कि घटना का आरोपी उस्मान नैनीताल में बिना पुलिस सत्यापन के रह रहा था। यह घटना न केवल स्थानीय सुरक्षा व्यवस्था की गंभीर चूक को उजागर करती है, बल्कि क्षेत्र में बाहरी प्रभावों के बढ़ते खतरे की भी ओर संकेत करती है।
हिंदू संगठनों ने नैनीताल क्षेत्र में रह रहे सभी बाहरी लोगों का सत्यापन करने और अभियान चलाने की मांग की है। साथ ही कहा कि यदि जिले में कोई रोहिंग्या, बांग्लादेशी अथवा पाकिस्तानी मूल के व्यक्ति अवैध रूप से निवासरत हैं, तो उनकी पहचान कर तत्काल देश से बाहर भेजने की प्रक्रिया प्रारंभ की जाए, जिससे राष्ट्रीय सुरक्षा और स्थानीय व्यवस्था दोनों सुदृढ़ रह सकें। वहीं लोगों ने कहा कि बालिका के साथ दुष्कर्म करने वाले अपराधी के विरुद्ध न केवल कठोरतम दंड की कार्रवाई की जाए, बल्कि उसकी संपत्ति को भी तत्काल प्रभाव से ज़ब्त कर लिया जाए, ताकि अपराधियों में एक सख्त संदेश जायेगा।
वहीं लोगों ने कहा कि विगत कुछ समय से यह प्रवृत्ति देखी गई है कि बाहर से आए मुस्लिम कारोबारी नैनीताल के मुख्य व्यापारिक क्षेत्रों में अत्यधिक दाम देकर बड़ी संख्या में दुकानें एवं अन्य संपत्तियां खरीद रहे हैं, जो भविष्य में स्थानीय व्यापारिक संतुलन को गम्भीर रूप से प्रभावित कर सकता है, अतः इस आर्थिक गतिविधि के स्रोतों तथा उसके पीछे संभावित संगठित प्रयासों की गहन जांच की जाए।
हिंदू नेताओं ने कहा कि उन स्थानीय व्यक्तियों की भूमिका की भी जांच की जानी चाहिए, जिन्होंने बिना पर्याप्त पड़ताल के संदिग्ध बाहरी व्यक्तियों को दुकानें, मकान अथवा अन्य अचल संपत्तियां बेचीं या किराए पर दी हैं।
उधर एसएसपी प्रह्लाद मीणा ने बताया कि फोर्स पीएसी को तैनात किया गया है।उन्होंने स्थानीय जनता से शांति बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने कहा कि लोगों में गुस्सा स्वाभाविक है, पुलिस ने आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए जेल भेज दिया गया है।
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