वाराणसी में हुए सामूहिक दुष्कर्म केस अब एसआईटी सुलझाएगी। सीपी मोहित अग्रवाल ने बताया कि पूरे मामले की गहनता से जांच चल रही है। आरोपियों के परिजनों ने ज्ञापन सौंप कर कई गंभीर आरोप लगाए थे। कई परिजनों ने पीड़ित युवती द्वारा लगाए गए आरोपों की निराधार बताया था। परिजनों द्वारा कई साक्ष्य भी पुलिस को दिया गया है। अब इस पूरे मामले की जांच एसआईटी की टीम करेगी। 30 दिनों के अंदर रिपोर्ट सौंपने के लिए कहा गया है। आगे की कोई भी गिरफ्तारी साक्ष्यों के जांच के बाद ही होगी।
सीपी मोहित अग्रवाल ने बताया कि युवती ने जिस दिन अपने साथ हुए सामूहिक दुष्कर्म की बात बताई। उस दिन उस समयावधि में उसके इंस्टाग्राम पर कई वीडियो मिले हैं। जिसमें वह हंसती नजर आ रही हैं। इसलिए पूरे मामले में संदेह पैदा होता है। लड़की द्वारा युवक पर आरोप लगाया गया था कि उसे कैफे लेकर गया। जहां उसके साथ दुष्कर्म हुआ था लेकिन युवती के चैट में उसके खुद कैफे पहुंचने की बात लिखी है। जिस समयावधि में उसने अपने आप को बंधक बनाने की बात कही, उस समय वो स्वतः ही वहां गई थी। ऐसा उसके चैट से मिला है।
सीपी मोहित अग्रवाल ने बताया कि युवती को उसके सहेली के घर से जब बरामद किया गया, तो वह घर भी नहीं जाना चाहती थी। उस समय उसने दुष्कर्म की बात भी पुलिस को नहीं बताई। परिजनों के द्वारा युवती के ऊपर लगाए आरोपों के बाद एसआईटी की टीम गठित कर दी गई है। टीम में डीसीपी, एडीसीपी, क्राइम ब्रांच और सर्विलांस के लोग शामिल होंगे। इस मामले में किसी के साथ अन्याय न हो और निष्पक्ष जांच का भरोसा सीपी ने दिया है।
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