वक्फ कानून 2025 के खिलाफ मुस्लिम समुदाय के द्वारा देश के कई राज्यों में प्रदर्शन किए जा रहे हैं। पश्चिम बंगाल में तो जमकर हिंसा हो रही है। इस बीच तमिल सुपरस्टार और राजनेता जोसेफ विजय चंद्रशेखर ने भी वक्फ कानून 2025 के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का रुख कर लिया है। उनकी पार्टी तमिलगा वेट्री कझगम (टीवीके) की ओर से वक्फ कानून के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई है।
उनका तर्क है कि वक्फ संशोधन-2025 संविधान के अनुच्छेद 14 (समानता के अधिकार), 25 (धार्मिक स्वतंत्रता का अधिकार) औ्र अनुच्छेद 26 (धार्मिक संस्थाओं की स्वतंत्रता ) का उल्लंघन करता है। टीवीके ने दलील दी है कि इस संशोधन के बाद से अब वक्फ के प्रबंधन पर राजनीतिक हस्तक्षेप किया जा सकेगा। इससे मुसलमानों की धार्मिक और सांस्कृतिक स्वायत्तता प्रभावित होगी।
इसके साथ ही टीवीके ने संशोधन को राजनीति से प्रेरित करार दिया है। उसका कहना है कि यह संशोधन राज्यों के अधिकार क्षेत्र में अतिक्रमण करता है। अल्पसंख्यकों के हितों के खिलाफ है। उल्लेखनीय है कि वक्फ संशोधन के खिलाफ कांग्रेस, सीपीएम, टीवीके समेत कई राजनीतिक दलों ने याचिका दायर की है, जिस पर 16 अप्रैल को सुप्रीम कोर्ट सुनवाई करने वाला है।
मुनंबम वक्फ दावे पर साधे रखी चुप्पी
जोसेफ विजय लगातार वक्फ संशोधन के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं। वो इसे लोकतंत्र विरोधी और भारत की धर्मनिरपेक्षता की नीव पर हमला करार देते हैं। उनका कहना है ये मुस्लिम समुदाय पर मनोवैज्ञानिक हमला है। बीते दिनों एक्टर विजय मुसलमानों की इफ्तार पार्टी में भी दिखे थे। लेकिन, हैरानी की बात ये है कि केरल के कोच्चि जिले के मुनंबम में जब वक्फ बोर्ड ने मनमाने तरीके से 610 ईसाई परिवारों की 400 एकड़ जमीन पर मनमाने तरीके से दावा ठोंक दिया था, उस पर वो कभी नहीं बोले।
मुनंबम के पीड़ित ईसाई परिवार अपने अधिकार के लिए लगातार प्रदर्शन कर रहे थे, तो भी उस पर एक्टर विजय ने चुप्पी साधे रखी। शायद वहां उनकी राजनीति नहीं चल रही थी।
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