पतंजलि में आपदा प्रबंधन पर अंतरराष्ट्रीय कार्यशाला का शुभारंभ
July 12, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम भारत उत्तराखंड

डिजास्टर मेडिसिन में भारत को वैश्विक नेतृत्व दिलाएगा पतंजलि- स्वामी रामदेव

हरिद्वार, पतंजलि विश्वविद्यालय में ‘जलवायु परिवर्तन, आपदा प्रबंधन एवं आपदा औषधि’ विषय पर आयोजित दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय कार्यशाला का आज भव्य शुभारंभ हुआ।

by दिनेश मानसेरा
Apr 12, 2025, 05:05 pm IST
in उत्तराखंड
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

हरिद्वार, पतंजलि विश्वविद्यालय में ‘जलवायु परिवर्तन, आपदा प्रबंधन एवं आपदा औषधि’ विषय पर आयोजित दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय कार्यशाला का आज भव्य शुभारंभ हुआ। इस कार्यशाला में चार देशों के अंतरराष्ट्रीय ख्यातिप्राप्त वैज्ञानिकों ने भाग लिया। कार्यशाला में स्पेन विश्वविद्यालय के प्रो. रूबेन, इटली से विश्व बैंक के आपदा चिकित्सा समूह के अध्यक्ष प्रो. रॉबर्टो मुगावेरो, नॉर्वे विश्वविद्यालय के प्रो. बी. सिटौला और नेपाल आपदा प्रबंधन केंद्र के वैज्ञानिक प्रो. बी. अधिकारी ने भाग लिया।

इस अवसर पर पतंजलि विश्वविद्यालय में ‘डिजास्टर मेडिसिन, मैनेजमेंट एंड क्लाइमेट चेंज’ को लेकर अंतरराष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्र (सेंटर ऑफ़ एक्सीलेंस ) की स्थापना एवं लोकार्पण भी किया गया। साथ ही विश्वविद्यालय में पेटेंट सेल की भी स्थापना की गई।
कार्यशाला के उद्घाटन समारोह में पतंजलि विश्वविद्यालय के कुलाधिपति एवं विश्वविख्यात योगऋषि स्वामी रामदेव ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि, यह केंद्र भविष्य में वैश्विक स्तर पर आपदाओं व उनसे उत्पन्न त्रासदी से निपटने में सहायक सिद्ध होगा। पतंजलि ने हमेशा हर आपदा में मानवता और समाज सेवा की दिशा में अग्रणी भूमिका निभाई है—चाहे वह सुनामी रही हो, बिहार की बाढ़, या केदारनाथ की त्रासदी। पतंजलि की शक्ति, सोच और भावना का ही परिणाम है कि हम हर आपदा में सबसे पहले सहायता पहुँचाने वालों में शामिल होते हैं। उन्होंने भारतीय व सनातन संस्कृति से आपदा प्रबंधन की शिक्षा लेने पर भी बल दिया।

इस अवसर पर पतंजलि विश्वविद्यालय के कुलपति एवं आयुर्वेद शिरोमणि आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि, यह अंतरराष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्र आने वाले समय में वैश्विक स्तर पर आपदा प्रबंधन और जनकल्याण के लिए एक व्यवस्थित पहल करेगा। पतंजलि ने पूर्व में भी केदारनाथ त्रासदी, नेपाल भूकंप और बिहार की बाढ़ जैसी आपदाओं में अग्रणी भूमिका निभाते हुए मानवीय सेवा के कार्य किए हैं। आचार्य बालकृष्ण ने अपने संबोधन में सनातन संस्कृति की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि आपदा प्रबंधन और जनकल्याण के क्षेत्र में भारत की प्राचीन परंपराएं सदैव मार्गदर्शक रही हैं। उन्होंने कहा की पतंजलि विश्वविद्यालय में स्थापित यह अंतरराष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्र (सेंटर ऑफ़ एक्सीलेंस) न केवल वैश्विक स्तर पर आपदा और त्रासदी से निपटने के लिए शोध और समाधान विकसित करेगा, बल्कि भारतीय सनातन संस्कृति के मूल्यों को पुनर्स्थापित करने की दिशा में भी एक सशक्त पहल सिद्ध होगा। उन्होंने इस कार्यशाला को वैश्विक आपदा चिकित्सा और प्रबंधन को लेकर भविष्य की रणनीतियाँ विकसित करने तथा शोध, प्रशिक्षण व सहयोग की दिशा में महत्वपूर्ण मील का पत्थर बताया।

इस कार्यशाला के मुख्य अतिथि एवं उत्तराखंड स्टेट काउंसिल फॉर साइंस एंड टेक्नोलॉजी (यूकॉस्ट) के महानिदेशक डॉ. दुर्गेश पंत ने कहा कि आपदा प्रबंधन भारतीय संस्कृति के इकोसिस्टम में समाहित है। उन्होंने आधुनिक विज्ञान, तकनीक और सकारात्मक सोच के समन्वय से आपदाओं और उनसे उत्पन्न त्रासदी से प्रभावी ढंग से निपटने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि आपदा के पश्चात उत्पन्न मानसिक और शारीरिक आघात (पोस्ट डिजास्टर ट्रॉमा) को कम करने में योग और आयुर्वेद का समन्वय एक महत्वपूर्ण कारक सिद्ध हो सकता है। डॉ. पंत ने यह भी कहा कि पतंजलि विश्वविद्यालय द्वारा स्थापित यह अंतरराष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्र आपदा औषधि और प्रबंधन के क्षेत्र में वैज्ञानिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण को जोड़ने का एक अनूठा प्रयास है।

इस अवसर पर वर्ल्ड बैंक के भारत में प्रतिनिधि डॉ. आशुतोष मोहंती ने कहा कि पतंजलि विश्वविद्यालय दक्षिण एशिया का पहला संस्थान है जहाँ डिज़ास्टर मेडिसिन के क्षेत्र में गंभीर और संगठित पहल की गई है। उन्होंने पतंजलि विश्वविद्यालय की इस पहल की प्रशंसा करते हुए यह घोषणा की कि वर्ल्ड बैंक द्वारा विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों को आपदा प्रबंधन और डिज़ास्टर मेडिसिन के क्षेत्र में स्कॉलरशिप, फेलोशिप, पीएचडी अनुसंधान तथा स्टूडेंट एक्सचेंज प्रोग्राम में भागीदारी का अवसर उपलब्ध कराया जाएगा।

इस कार्यशाला के मुख्य संयोजक एवं पतंजलि विश्वविद्यालय दूरस्थ शिक्षा निदेशक प्रो. सत्येन्द्र मित्तल ने कार्यशाला के उद्देश्य पर प्रकाश डालते जलवायु परिवर्तन से उत्पन्न होने वाली आपदाओं और उनके निराकरण हेतु भविष्य की योजनाओं के बारे में विस्तार से बताया। प्रो. मित्तल ने बताया कि यह कार्यशाला डीआरए इंफ़्राकोन, मैकाफेरी, मेगा प्लास्ट, टेक फैब तथा यूकॉस्ट के सहयोग से आयोजित की गयी।

इस अवसर पर उत्तराखंड के अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक समीर सिन्हा ने अपने संबोधन में कहा कि आपदा प्रबंधन में जनसमुदाय की सहभागिता अत्यंत आवश्यक है, जिससे आपदा से उत्पन्न त्रासदी को कम किया जा सके। उन्होंने सामुदायिक भागीदारी को आपदा प्रबंधन के लिए मूल आधार बताया। वहीं भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) से दीपक कुमार पांडे ने भी आपदा प्रबंधन पर महत्वपूर्ण प्रकाश डालते हुए कहा कि व्यवस्थित प्रशिक्षण, त्वरित प्रतिक्रिया और स्थानीय संसाधनों के समुचित उपयोग के माध्यम से किसी भी आपदा की तीव्रता को प्रभावी रूप से नियंत्रित किया जा सकता है।

इस कार्यशाला में पंतजलि विश्वविद्यालय के कुलानुशासिका प्रो. (डॉ.) देवप्रिया, प्रति-कुलपति प्रो. मयंक कुमार अग्रवाल, कुलसचिव आलोक कुमार सिंह, कुलानुशासक आर्षदेव, डीन अकादमी एवं रिसर्च डॉ. ऋत्विक बिसारिया, डॉ. अनुराग वार्ष्णेय, डॉ. वेदप्रिया, डॉ. वी.के. शर्मा, प्रो. पी.के. सिंह, डॉ. अजय चौरसिया, डॉ. सूर्य प्रकाश, डॉ. राधिका नागरथ, डॉ. बी.डी. पाटनी तथा गणमान्य प्रमुख रूप से उपस्थित रहे। कार्यक्रम में मंच संचालन डॉ. निवेदिता शर्मा ने की।

Topics: स्वामी रामदेवपतंजलि विश्वविद्यालय कार्यशालाजलवायु परिवर्तन और आपदा प्रबंधनडिजास्टर मेडिसिन वर्कशॉप 2025Patanjali University Disaster Management WorkshopPatanjali Center of Excellenceस्वामी रामदेव आपदा प्रबंधनपतंजलि इंटरनेशनल वर्कशॉप
Share15TweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

Uttarakhand International Yoga Day

हरिद्वार में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2025: पतंजलि योगपीठ की इकाइयों में भव्य आयोजन

शास्त्र सिर्फ ग्रंथ नहीं, विज्ञान और सृष्टि का ज्ञान हैं : पतंजलि में हुआ 62वें शास्त्रोत्सव का समापन

Uttarakhand Shastrotsav

हरिद्वार में गूंजा वेद मंत्र: भारतीय संस्कृति का पुनर्जागरण और विश्व कीर्तिमान

थूक जिहाद पर बोले रामदेव शर्मनाक है ऐसी घटनाएं, मुस्लिम धर्म गुरु आगे आएं

उत्तराखंड : युवा धर्म संसद का भव्य शुभारंभ, चंपत राय, सीएम धामी और बाबा रामदेव ने किया मार्गदर्शन

आचार्य बालकृष्ण का सम्मान करते स्वामी रामदेव।

गुरु पूर्णिमा सनातन धर्म को युग धर्म के रूप में प्रतिष्ठापित करने का पर्व : स्वामी रामदेव

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

Donald Trump

टैरिफ युद्ध अमेरिका पर ही भारी पड़ सकता है

कपिल शर्मा को आतंकी पन्नू की धमकी, कहा- ‘अपना पैसा वापस ले जाओ’

देश और समाज के खिलाफ गहरी साजिश है कन्वर्जन : सीएम योगी

जिन्होंने ने बसाया उन्ही के लिए नासूर बने अप्रवासी मुस्लिम : अमेरिका में समलैंगिक काउंसिलवुमन का झलका दर्द

कार्यक्रम में अतिथियों के साथ कहानीकार

‘पारिवारिक संगठन एवं विघटन के परिणाम का दर्शन करवाने वाला ग्रंथ है महाभारत’

नहीं हुआ कोई बलात्कार : IIM जोका पीड़िता के पिता ने किया रेप के आरोपों से इनकार, कहा- ‘बेटी ठीक, वह आराम कर रही है’

जगदीश टाइटलर (फाइल फोटो)

1984 दंगे : टाइटलर के खिलाफ गवाही दर्ज, गवाह ने कहा- ‘उसके उकसावे पर भीड़ ने गुरुद्वारा जलाया, 3 सिखों को मार डाला’

नेशनल हेराल्ड घोटाले में शिकंजा कस रहा सोनिया-राहुल पर

‘कांग्रेस ने दानदाताओं से की धोखाधड़ी’ : नेशनल हेराल्ड मामले में ईडी का बड़ा खुलासा

700 साल पहले इब्न बतूता को मिला मुस्लिम जोगी

700 साल पहले ‘मंदिर’ में पहचान छिपाकर रहने वाला ‘मुस्लिम जोगी’ और इब्न बतूता

Loose FASTag होगा ब्लैकलिस्ट : गाड़ी में चिपकाना पड़ेगा टैग, नहीं तो NHAI करेगा कार्रवाई

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies