सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकंडरी एजुकेशन (CBSE) ने बड़ा कदम उठाते हुए अब 10वीं के छात्रों को दो-दो बार बोर्ड परीक्षा देने का अवसर देने का फैसला लिया है। इसके लिए केंद्रीय बोर्ड ने 9 मार्च तक लोगों से सुझाव भी मांगे हैं। बोर्ड ने ये फैसला राष्ट्रीय शिक्षा नीति को प्रमोट करते हुए लिया है।
बोर्ड ने अगले साल 2016 से 10वीं की परीक्षाओं के साल में दो बार आयोजन कराने के ड्राफ्ट को अंतिम रूप देने से पहले ये सुझाव मांगे हैं। इसको लेकर बोर्ड की अधिकृत वेबसाइट www.cbse.gov.in पर पॉलिसी के बारे में जानकारी उपलब्ध है। इसमें शिक्षक, अभिभावक, छात्र और बाकी अन्य के विचारों को जानने के लिए सुझाव मांगे गए हैं। इसके अलावा केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय में भी इसको लेकर काफी विचार-विमर्श हुआ है। इसके अनुसार अगले साल से 10वीं बोर्ड की पहली परीक्षा 17 फरवरी से 9 मार्च तक होगी और दूसरी परीक्षा का आयोजन 5 से 20 मई के बीच किया जाएगा।
नहीं जारी होगा पासिंग डॉक्यूमेंट
खास बात ये है कि अगले वर्ष से सीबीएसई छात्रों को पासिंग डॉक्यूमेंट जारी नहीं करेगा। इसकी जगह छात्रों को डिजिलॉकर पर रिजल्ट उपलब्ध कराए जाएंगे। इसी के आधार पर छात्र 11वीं कक्षा में प्रवेश ले सकेंगे। बाद में जब छात्र दूसरी बोर्ड परीक्षा को पास कर लेंगे तो उन्हें प्रमाण पत्र जारी किए जाएंगे।
क्या होगा फायदा
अक्सर देखा जाता है कि कई छात्रों का रिजल्ट केवल एक मामूली सी चूक के कारण खराब हो जाता है। इसी को देखते हुए केंद्रीय बोर्ड ने ये फैसला लिया है कि अब से 10वीं के दो बार एक्जाम लिए जाएंगे।
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