उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में हो रहे महाकुंभ-2025 में आस्था का सैलाब उमड़ रहा है। दोपहर 12 बजे तक संगम में 53.95 लाख श्रद्धालु संगम स्नान कर चुके हैं। लगातार श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ती जा रही है। प्रशासन का अनुमान है कि कल शनिवार औऱ रविवार होने के कारण श्रद्धालुओं की भीड़ और अधिक बढ़ सकती है। इसे देखते हुए यातायात की पुख्ता व्यवस्था की गई है।
वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी बैठक कर अधिकारियों को खुद सड़क पर उतरकर हर स्तर पर जबावदेही सुनिश्चित करने का आदेश दिया है। उन्होंने कहा है कि अधिकारियों को ये तय करना ही कि कहीं भी जाम न लगे। अगर ऐसा हुआ तो ये अधिकारियों की जबावदेही होगी।
अब तक 49 करोड़ से अधिक लोग कर चुके हैं स्नान
महाकुंभ का आज 33वां दिन है और महाकुंभ में अब तक 49.13 करोड़ श्रद्धालु गंगा स्नान कर चुके हैं। अनुमान ये लगाया जा रहा है कि आज ही ये आकंड़ा 50 करोड़ के पार जा सकता है।
16-18 फरवरी तक अंतरराष्ट्रीय बर्ड फेस्टिवल
इस बीच अब महाकुंभ में 16 फरवरी से 18 फरवरी तक दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय बर्ड फेस्टिवल भी मनाया जाएगा। इस दौरान करीब 200 प्रजातियों के पक्षियों का भी महाकुंभ होगा। इस दौरान दर्शक साइबेरियन क्रेन, इंडियन फ्लेमिंगो और इंडियन स्कीमर जैसे विलुप्तप्राय पक्षियों का दीदार किया जा सकेगा।
महाकुंभ में बनेंगे 4 वर्ल्ड रिकॉर्ड
- आज करीब 15,000 सफाई कर्मियों की तरफ से एक साथ सभी गंगा घाटों पर व्यापक सफाई अभियान चलाया जाएगा। इससे पहले 2019 में 10,000 सफाई कर्मियों ने ये रिकॉर्ड बनाया था।
- 15 फरवरी को 300 से अधिक लोग एक साथ संगम की बीच धारा में उतरकर वहां सफाई करेंगे, जो कि अपने आप में गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड होगा।
- वहीं 16 फरवरी को परेड मैदान पर करीब 1000 ई रिक्शॉ का संचालन किया जाएगा।
- 17 फरवरी को एक साथ 10,000 लोग अपनीं हैंड प्रिटिंग से इतिहास रचेंगे। 2019 में ऐसा 5000 लोगों ने किया था।
50 देशों के विदेशी पर्यटकों ने समझा सनातन धर्म का मर्म
महाकुंभ में विदेशी पर्यटकों को लेकर प्रशासन ने बताया है कि अब तक महाकुंभ में 50 से अधिक देशों के विदेशी पर्यटक आकर सनातन धर्म और संस्कृति को समझने की कोशिशें कर चुके हैं। इसी क्रम में अफ्रीकी देश घाना के प्रतिनिधि भी संगम स्नान करने पहुंचे। इस दौरान प्रतिनिधि मंडल ने अग्नि अखाड़े के सचिव महामंडलेश्वर संपूर्णानंद से मुलाकात की। घाना में उच्चायोग करने वाले घाना उच्चायोग के प्रतिनिधि जितेंद्र सिंह नेगी ने सनातन धर्म और संस्कृति की तारीफ करते हुए कहा कि हमारे पूर्वज भारत से घाना आकर यहां बस गए थे। ये हमारी प्रयागराज की पहली यात्रा है, लेकिन हमें काफी जानकारी प्राप्त हुई।
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