Mahakumbh-2025: ये सनातन धर्म में आस्था का संगम है, जिसमें हर कोई डुबकी लगाना चाहता है। 144 वर्ष के बाद हो रहे दिव्य महाकुंभ में भारत ही नहीं दुनियाभर के देशों से आकर लोग मां गंगा के पवित्र जल में स्नान कर रहे हैं। इसी क्रम में शनिवार को 116 देशों के राजनयिक भी महाकुंभ में आएंगे और डुबकी लगाएंगे। इसके अलावा ये मेला क्षेत्र का भ्रमण कर इसकी भव्यता और दिव्यता को भी निहारेंगे।
विदेशी राजनयिकों के आगमन को देखते हुए प्रशासन ने भी युद्ध स्तर पर तैयारियां शुरू कर दी है। इसके तहत अरैल घाट पर इन देशों के राष्ट्रीय ध्वजों को भी लगाया जाएगा। इन सभी राजनयिकों को अरैल टेंट सिटी में परंपरागत तरीके से स्वागत और फिर राजनयिक सलामी दी जाएगी। इसके लिए प्रशासन ने क्रूज तैयार करवा लिया है, जिसमें सवार होकर ये सभी राजनयिक वीआईपी घाट पर जाएंगे और वहां संगम के पवित्र जल में स्नान करेंगे। फिर ये सभी हनुमान मंदिर और अक्षयवट का दर्शन करेंगे।
इसके बाद इन सभी डेलीगेट्स को डिजिटल महाकुंभ सेंटर ले जाया जाएगा, जहां से ये महाकुंभ के इतिहास और उसके मर्म को समझ सकेंगे। इसके बाद शाम को राजनयिक सांस्कृतिक आयोजनों में शामिल होंगे और फिर वाराणसी के लिए रवाना हो जाएंगे।
27 करोड़ से अधिक श्रद्धालु कर चुके हैं महाकुंभ में स्नान
गौरतलब है कि 13 जनवरी से शुरू हुए दिव्य महाकुंभ का आज 19वां दिन है। अब तक 27.58 करोड़ श्रद्धालु संगम के पवित्र जल में डुबकी लगा चुके हैं। अकेले मौनी अमावस्या के ही दिन करीब 10 करोड़ लोगों ने स्नान किया था। अभी भी श्रद्धालुओं का हुजूम वैसा ही है। श्रद्धालुओं के इस हुजूम को देखते हुए सरकार ने यहां की सुरक्षा व्यवस्था को बेहद कड़ा कर रखा है। छिटपुट घटनाओं को छोड़कर अब तक महाकुंभ बहुत ही शानदार तरीके से चल रहा है।
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