ब्रिटेन में ग्रूमिंग केस के मामले में वहां की जूरी में ट्रायल कर रही है। सुनवाई के दौरान अभियोजक रोसानों स्कैमर्डेला ने मैनचेस्टर ने अदालत को बताया कि 8 पुरुषों ने 13 साल की दो लड़कियों के साथ बलात्कार किया। इन नाबालिगों को गंदे फ्लैटों पर और गद्दों पर ओरल सेक्स और यौन संबंध स्थापित करने के लिए मजबूर किया।
यहीं नहीं आरोपियों ने लड़कियों को अलग-अलग मौकों पर गलियों, कार पार्किंग, गोदामों में भी सेक्स के लिए मजबूर किया गया। जहां भी आरोपी चाहते थे, वहां इन्हें भेजते थे। आरोपियों में सभी एशियाई मूल के हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार, अधिकतर वारदातें पश्चिमी इंग्लैंड के रोशडेल शहर में हुई हैं। इनमें दक्षिण एशियाई मूल के पुरुषों पर श्वेत महिलाओं के यौन शोषण के आरोप हैं।
कैसे होती है इसकी शुरुआत
स्कैमर्डेला के मुताबिक, यौन दुर्व्यवहारों के इस चक्र की शुरुआत महंगी गाड़ियों से शुरू होती है। जहां आरोपी पहले महंगी गाड़ियों से इन बच्चियों को लुभाते हैं। इसके बाद इन्हें वयस्कों जैसा अहसास दिलाने के लिए शराब, सिगरेट, ड्रग्स और रहने के लिए जगह तक की सुविधाएं दी जाती हैं। एक पीड़िता ने बताया कि आरोपी उसे मुफ्त में अंडरवियर, शराब, खाना और पैसा देते थे। इन सब चीजों के बदले में ये अपने और रोशडेल में रहने वाले दूसरे एशियाई पुरुषों के साथ संबंध बनाने के लिए कहते थे।
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यौन शोषण की ये वारदातें 2001 से 2006 के बीच की बताई जा रही हैं। हाल के दिनों में ब्रिटेन में ग्रूमिंग गिरोहों की जांच की मांग तेज हुई है। आरोप ये भी लगाए जा रहे हैं कि पुलिस प्रशासन को इसके बारे में पता है,लेकिन वे किसी न किसी दबाव के चलते मामले में एक्शन नहीं ले रहे हैं। कहा ये भी जा रहा है कि ग्रूमिंग गैंग की जांच से ब्रिटेन की संस्थागत विफलताओं के उजागर होने का भी डर है।
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