गुरुग्राम, (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के शामली जिले में बदमाशों से हुई मुठभेड़ के दाैरान घायल एसटीएफ की मेरठ यूनिट में तैनात इंस्पेक्टर सुनील कुमार का मेदांता मेडिसिटी में बुधवार को निधन हो गया। उन्हें साेमवार काे घायल अवस्था में भर्ती कराया गया था।
यूपी एसटीएफ की मेरठ टीम का शामली के झिंझाना क्षेत्र में दाे दिन पूर्व साेमवार रात करीब 2:30 बजे कार सवार मुस्तफा कग्गा गैंग के बदमाशों की घेराबंदी के दाैरान मुठभेड़ हाे गई थी। मुठभेड़ में गैंग का एक लाख का इनामी बदमाश अरशद निवासी थाना गंगोह जिला सहारनपुर व उसके तीन साथी मंजीत, सतीश और मनवीर ढेर हाे गए थे। इस मुठभेड़ में बदमाशों की गाेलीबारी में एसटीएफ के इंस्पेक्टर सुनील कुमार भी गंभीर रूप से घायल हो गए थे। उन्हें बेहतर इलाज के लिए पहले करनाल के निजी अस्पताल में ले जाया गया, जहां से उन्हें डाॅक्टरों ने गुरुग्राम के मेदांता मेडिसिटी रेफर कर दिया था।जहां डाॅक्टराें के अथक प्रयासाें के बाद भी उन्हें बचाया नहीं जा सका और उनकी सांसें आज थम गई।
मेदांता अस्पताल प्रबंधन के मुताबिक इंस्पेक्टर सुनील कुमार का मंगलवार की शाम को ऑपरेशन किया गया था। इस दौरान उनके शरीर में लगी तीन गोलियां निकाल दी गई थीं लेकिन उनका लिवर फट गया था। जिस वजह से उनकी हालत बिगड़ती चली गई और आज उन्हाेंने अंतिम सांस ली।
योगी सरकार ने किया आर्थिक सहयोग का ऐलान
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शामली में अपराधियों के साथ हुई मुठभेड़ में वीरगति काे प्राप्त हुए एसटीएफ के निरीक्षक सुनील कुमार को भावभीनी श्रद्धांजलि दी है। मुख्यमंत्री ने बलिदानी सुनील के परिजनों को पचास लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है। परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने का गृह जनपद की एक सड़क नामकरण शहीद के नाम पर करने का ऐलान किया है।
सीएम योगी ने बलिदानी सुनील के परिजनों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि इस शोक की घड़ी में राज्य सरकार उनके साथ है। सरकार की ओर से शहीद के परिवार को हर संभव मदद की जाएगी।
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