रोदरहैम में पाकिस्तानी ग्रूमिंग गैंग्स के बीच ब्रिस्टल में सोमाली मुस्लिमों द्वारा श्वेत लड़कियों के शोषण की कहानी
May 9, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • पत्रिका
होम विश्व

रोदरहैम में पाकिस्तानी ग्रूमिंग गैंग्स के बीच ब्रिस्टल में सोमाली मुस्लिमों द्वारा श्वेत लड़कियों के शोषण की कहानी

जब मामले सामने निकलकर आ रहे हैं, तो ऐसा प्रतीत होता है कि ब्रिटेन के कई शहरों में विभिन्न देशों की पृष्ठभूमि के लोग उनकी अपनी बेटियों को निशाना बना रहे थे, जिनमें से अधिकांश अपराधी मुस्लिम थे।

by सोनाली मिश्रा
Jan 14, 2025, 10:19 am IST
in विश्व, विश्लेषण
Bristol grooming Gang

ग्रूमिंग गैंग के आरोपी

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

ब्रिटेन में बच्चियों के साथ यौन शोषण और बलात्कार की घटनाओं का सामने आने का सिलसिला जारी है। यह और भी अधिक दुर्भाग्यपूर्ण है कि पूरे विश्व और विशेषकर भारत को महिला अधिकारों के विषय में नसीहतें देने वाला देश अपने ही देश की लड़कियों की पीड़ाओं पर केवल चुप्पी ही नहीं साधे था, बल्कि वह लड़कियों को ही दोषी ठहरा रहा था। ऐसा नहीं हैं कि केवल रोदरहैम में श्वेत बच्चियों का एक रणनीति बनाकर यौन शोषण और उत्पीड़न किया गया, बल्कि एक ब्रिस्टल से भी एक मामला सामने आया था और उसमें तेरह सोमाली मुस्लिमों को सजा दी गई थी।

जब मामले सामने निकलकर आ रहे हैं, तो ऐसा प्रतीत होता है कि ब्रिटेन के कई शहरों में विभिन्न देशों की पृष्ठभूमि के लोग उनकी अपनी बेटियों को निशाना बना रहे थे, जिनमें से अधिकांश अपराधी मुस्लिम थे। फिर भी वह कौन सा कारक था कि वहाँ का प्रशासन लड़कियों के प्रति संवेदनहीन बना रहा और इन मुस्लिम अपराधियों के प्रति संवेदनशील?

प्रशासन की अपनी राजनीतिक मजबूरियाँ हो सकती हैं, मगर मीडिया की? मीडिया क्या कर रहा था? पश्चिम का कम्युनिस्ट मीडिया आखिर लड़कियों के साथ हो रहे इन अत्याचारों पर चुप क्यों रहा? ब्रिस्टल में वर्ष 2014 में 13 सोमाली आदमियों को ब्रिस्टल सेक्स रिंग चलाने को लेकर अपराधी घोषित किया था, जो छोटी ब्रिटिश लड़कियों को निशाना बनाते थे।

इसमें भी वे छोटी लड़कियों को निशाना बनाते थे और फिर उन्हें जबरन देह व्यापार के धंधे में धकेलते थे। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार गैंग के जो सदस्य होते थे उनके बहुत ही आकर्षक नाम होते थे, जैसे लेफ्ट आई, मैजिक, और ट्रिगर, जो ब्रिस्टल की उन किशोरियों को यह कहकर ग्रूम करते थे कि जब तक वे रिश्ते में हैं, तब तक सेक्स एक अच्छे रिश्ते के लिए बहुत जरूरी है।

उसके बाद वे ऐसी लड़कियों को बहुत ही मामूली रकम के बदले या फिर शराब, ड्रग, या तोहफों के बदले किसी दूसरे बड़े उम्र के आदमी के साथ सेक्स संबंध बनाने के लिए मजबूर करते थे। इस गैंग की भी कार्यशैली पूरी की पूरी तरह वही थी जो ब्रिटेन के दूसरे शहरों में ऐसे गैंग्स की थी।

एक 13 साल की बच्ची के साथ तीन अलग-अलग आदमियों ने चार बार बलात्कार किया था और उसे एक आदमी द्वारा पूरे शहर में एक जगह से दूसरी जगह भेजा गया था। पुलिस को उस बच्ची की पीड़ा के बारे में वर्ष 2012 में पता चला था, मगर चूंकि बच्ची को अपनी ज़िंदगी को लेकर खतरा था, इसलिए उसने पुलिस के साथ शुरू में सहयोग करने से इनकार कर दिया गया।

एक फ्लैट जिसे ड्रग्स और सेक्स का अड्डा बना दिया गया था, वह एक लड़की का था, जिसने एक बार इन गैंग के लोगों से ड्रग खरीदी थी। वह उनके जाल में फँसती गई और लड़कियों को लाती गई। उसकी अपनी चौदह साल की बहन भी इस गैंग का निशाना बनी थी। उसकी अपनी चौदह साल की बहन केवल अपने अंत:वस्त्रों में एक सिंक के नीचे छिपी मिली थी।

जब उसके पास एक महिला पुलिस कर्मी गई तो उसने बताया था कि उसके साथ एक आदमी ने बलात्कार किया है।

कुछ पीडिताओं को अपने कथित बॉयफ्रेंड्स के दोस्तों के साथ रिवाज के नाम पर संबंध बनाने के लिए मजबूर किया गया क्योंकि उनसे कहा गया कि यह “सोमाली रिवाज है कि आदमी लोग एक दूसरे की गर्लफ्रेंड्स के साथ सेक्स करते हैं।“

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इस सेक्स रिंग में अपराधी घोषित किये गए लोग थे “लिबन आब्दी उर्फ ​​लेफ्ट बैक, 21, मुस्तफा ग्रीन्स फराह, 21, अराफात लेफ्ट आई उस्मान, 20, इदलेह स्नाइपर उस्मान, 22, अब्दुलाही ट्रिगर अदन, 20, सईद जकारिया, 22, मुस्तफा डेरिया, 22 और डेरिया के चचेरे भाई मोहम्मद मैजिक जामा , 20,”।

इन सभी को 18 महीनों से लेकर 15 साल तक की सजा मिली थी।  ज़कारिया, जिसका उपनाम टारगेट था, और छह अन्य पुरुषों – मोहम्मद जुमाले, 24, उसके भाई उमर जुमाले, 20, मोहम्मद दाहिर, 22, जुसुफ अब्दिजिरक, 20, अब्दिराशिद अब्दुलाही, 21 और सकारिया शेख, 21 – को ब्रिस्टल में चार युवा लड़कियों को बहला-फुसलाकर उनके साथ यौन दुर्व्यवहार करने के दूसरे मुकदमे में दोषी ठहराया गया।

इसे भी पढ़ें: ब्रिटेन में आधार, ‘मुस्लिम ब्रदरहुड’ से जुड़े तार; जिहाद समर्थक दागी ब्रिटिश संगठनों पर यूएई ने लगाई रोक

वहीं उस समय ब्रिस्टल सोमाली फॉर्म की अध्यक्ष मूना अली ने कहा था कि इसे केवल अपराध की तरह देखा जाए, सोमाली अपराधी की तेरह नहीं। उन्होनें कहा था कि जो इस समय पूरे देश में हो रहा है, यह भी उससे अलग नहीं है और मुझे आशा है कि लोग इसे केवल अपराध की तरह देखेंगे न कि सोमाली समुदाय को अपराधी की तरह।

प्रश्न यह नहीं है कि अपराधों को किस तरह देखा जाए, प्रश्न यह है कि बच्चियों को फुसलाकर सेक्स और ड्रग के जाल में फँसाने वाले इन गैंग्स की कहानियों पर कम्युनिस्ट मीडिया या कहें कम्युनिस्ट राजनेताओं ने विमर्श के आधार पर चुप्पी क्यों साध रखी थी? क्यों उनके लिए उनके ही अपने देश की लड़कियों की पीड़ा मायने नहीं रखती? फिर चाहे वह रोदरहैम की लड़कियां हों, जिन्हें पाकिस्तानी मूल के मुस्लिम लोगों ने सेक्स और ड्रग्स के जाल में धकेला या फिर ब्रिस्टल की वह लड़कियां जिन्हें सोमाली मूल के मुस्लिम लोगों ने सेक्स और ड्रग्स के जाल में धकेला।

Topics: सोमाली ग्रूमिंग गैंगब्रिस्टलrape of girls in BritainSomali grooming gangBristolworld Newsवर्ल्ड न्यूजbritain grooming gangब्रिटेन ग्रूमिंग गैंगब्रिटेन में लड़कियों से रेप
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

Islamist raped a hinu minor girl in bangladesh

बांग्लादेश: स्कूल शिक्षक मुहम्मद मुजम्मिल हक ने 10 वर्षीय नाबालिग हिन्दू लड़की से किया ‘रेप’

France Nice church attack

फ्रांस: ‘पश्चिमी लोगों से बदला ले रहा था, जो मुसलमानों की हत्याएं करते हैं’, चर्च में हत्या करने वाले आतंकी को उम्रकैद

Austrelian senater Fatima payman

ऑस्ट्रेलिया में निर्दलीय सीनेटर फातिमा पेमन ने कहा, “ईरान में महिलाएं सुरक्षित, महिलाओं की समस्या पश्चिमी प्रोपोगैंडा”

Elon Musk calls Austrelian government Fascist

एलन मस्क की नागरिकता खत्म करने की मांग, 150,000 कनाडाई लोगों ने याचिका पर किए हस्ताक्षर,क्या है मामला?

Israel Bus Blast

इजरायल की बस में एक के बाद एक 3 धमाके, दहल गया तेल अवीव, माना जा रहा आतंकी हमला

dr muhammad yunus

बांग्लादेश पुस्तक मेले में फिर इस्लामी कट्टरपंथियों का बवाल : महिलाओं के मासिक स्वास्थ्य स्टॉल पर किया हमला

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

महाराणा प्रताप: हल्दीघाटी की विजयगाथा और भारत के स्वाभिमान का प्रतीक

लेफ्टिनेंट जनरल एमके दास, पीवीएसएम, एसएम
**, वीएसएम (सेवानिवृत्त)

‘वक्त है निर्णायक कार्रवाई का’ : पाकिस्तान ने छेड़ा अघोषित युद्ध, अंतिम निष्कर्ष तक पहुंचाएगा भारत

पाकिस्तान के मंसूबों का मुंहतोड़ जवाब देती भारत की वायु रक्षा प्रणाली, कैसे काम करते हैं एयर डिफेंस सिस्टम?

काशी विश्वनाथ धाम : ‘कोविलूर टू काशी’ शॉर्ट फिल्म रिलीज, 59 सेकेंड के वीडियो में दिखी 250 साल पुरानी परंपरा

उत्तर-दक्षिण भारत के सांस्कृतिक सेतु

पश्चिमी कृपा का आनंद लेने वाला पाकिस्तान बना वैश्विक आतंकवाद का केंद्र : मेलिसा चेन

कुमार विश्वास ने की बलूचिस्तान के आजादी की प्रार्थना, कहा- यही है पाकिस्तान से छुटकारा पाने का सही समय

‘ऑपरेशन सिंदूर’ युद्ध नहीं, भारत की आत्मा का प्रतिकार है : जब राष्ट्र की अस्मिता ही अस्त्र बन जाए!

यह युद्ध नहीं, राष्ट्र का आत्मसम्मान है! : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने ऑपरेशन सिंदूर को सराहा, देशवासियों से की बड़ी अपील

शाहिद खट्टर ने पीएम शहबाज शरीफ को बताया गीदड़

मोदी का नाम लेने से कांपते हैं, पाक सांसद ने पीएम शहबाज शरीफ को बताया गीदड़

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies