प्रयागराज महाकुंभ के आयोजन पर वक्फ बोर्ड का दावा ठोंक कर विवाद खड़ा करने वाले मुस्लिम मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी के सुर बदल गए हैं। बरेलवी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के भू माफिया वाले बयान का समर्थन किया है। मौलाना ने इस बात को स्वीकार किया कि वक्फ बोर्ड के अंदर भू माफिया लोग भरे पड़े हैं।
रिपोर्ट के अनुसार, बरेलवी ने इस बात को स्वीकार किया कि वक्फ बोर्ड के ही लोग भू माफियाओं के साथ मिलकर उसकी जमीनों को खुर्द-बुर्द कर रहे हैं। ऐसे में एक-एक संपत्ति की जान होनी आवश्यक है। महाकुंभ में वक्फ बोर्ड की बात करने वाले मुस्लिमों को इस आयोजन में सहयोग करने की आवश्यकता है। बरेलवी ने तो यहां तक कहा कि अगर महाकुंभ जाने वाले श्रद्धालु मुस्लिम इलाकों से होकर गुजरते हैं तो मुस्लिमों को उन पर पुष्प वर्षा करके भाई चारे का संदेश देना चाहिए।
बरेलवी ने अफसोस जताते हुए कहा कि हमारे पूर्वजों ने अपनी जमीनों को इसलिए वक्फ किया था कि इसका इस्तेमाल कमजोरों, गरीबों और लाचारों की मदद के लिए किया जा सके। हालांकि, ये बड़े ही दुख की बात है कि वक्फ में काबिज लोगों ने ही इसकी करोड़ों की संपत्तियों को खुर्द, बुर्द किया है। मुस्लिम मौलाना ने कहा कि हालात हो गए हैं कि वक्फ के लोग भू माफियाओं के साथ मिलकर गरीब मुसलमानों के साथ धोखा कर रहे हैं।
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क्या कहा था मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने
गौरतलब है कि प्रयागराज महाकुंभ को लेकर स्थानीय मुस्लिमों के साथ ही शहाबुद्दीन बरेलवी ने दावा किया था कि महाकुंभ का आयोजन जिस स्थान पर किया जा रहा है, वो जमीन वक्फ बोर्ड की है। मौलाना ने दावा किया था कि झूंसी में 54 बीघा जमीन वक्फ बोर्ड की है। इस पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि वक्फ बोर्ड भू माफियाओं का बोर्ड है। ये कुंभ की भूमि है और इसके लिए ही उपलब्ध रहेगी। इसके साथ ही उन्होंने इस मामले की जांच कराने की बात कही थी।
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