वाराणसी । मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र के मदनपुरा में 150 वर्ष पुराना मंदिर का ताला बुधवार को खुल गया। 40 सालों से बंद पड़े मंदिर का ताला खुलवाने को लेकर कई हिंदू संगठनों के द्वारा प्रदर्शन किया जा रहा था। मंदिर के अंदर डेढ़ फीट के करीब मिट्टी जमी हुई थी। मंदिर खुलने की खबर सुनते ही आस पास की महिलाएं गंगा जल लेकर पहुंच गई। मंदिर को महिलाओं ने गंगा जल से धुला। मंदिर की साफ सफाई नगर निगम की तुम के द्वारा कराया जा रहा है। ताले की चाभी नहीं मिलने पर कटर से ताले को काटा गया।
17 दिसंबर को हिंदू संगठन के लोग ने मंदिर खोलने और पूजा पाठ शुरू करने की मांग की थी। मामले की जानकारी मिलते ही जिला प्रशासन की टीम एडीएम सिटी आलोक वर्मा के नेतृत्व में जांच करने पहुंच गई थी। कुछ दिनों तक मंदिर के आस पास पुलिस फोर्स को भी तैनात किया गया था। कई दशकों से मंदिर से सटे भवन में एक मुस्लिम परिवार रहता है। इस परिवार के लोगों का कहना है कि बंगाली परिवार से मकान को खरीदा गया था।
एडीएम सिटी आलोक वर्मा ने बताया कि मंदिर को खुलवा दिया गया है। मंदिर में मिट्टी इकठ्ठा थी। नगर निगम द्वारा परिसर को साफ किया जा रहा है। मंदिर के अंदर तीन शिवलिंग मिले है। डीसीपी काशी जोन गौरव बंसवाल ने बताया कि सर्वसहमति से मंदिर का ताला तोड़ा गया है। काशी विद्वत परिषद राष्ट्रीय महामंत्री रामनारायण द्विवेदी ने बताया कि खरमास के बाद विधि विधान से आचार्यों से पूजा पाठ कराया जाएगा। आम जनता भी दर्शन कर पाएगी।
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