देश विरोधी तत्व लगातार माहौल बिगाड़ने की कोशिशों में लगे रहते हैं। लेकिन, उनसे भी अधित सतर्क रहती हैं सुरक्षा एजेंसियां जो कि इनके मंसूबों को लगातार नाकाम कर रही हैं। ऐसा ही एक मामला असम से सामने आया है, जहां कुछ उग्रवादी संगठन अशांति फैलाने के लिए ‘ULFA C Company’ नाम का उग्रवादी संगठन बनाने की फिराक में थे। लेकिन, उससे पहले ही सुरक्षा एजेंसियों ने कई उग्रवादियों को गिरफ्तार कर लिया।
प्रतिदिन टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, संदिग्ध उग्रवादियों की पहचान प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन उल्फा के ही संदिग्ध कैडरों के तौर पर हुई है। बताया जाता है कि ये सभी नया गुट बनाने की फिराक में थे। गिरफ्तार किए गए उग्रवादियों के पास से पुलिस ने भारी मात्रा में गोला बारूद बरामद किए हैं। इन सभी को दुलियाजान से गिरफ्तार किया गया है। पुलिस की ओर से कहा गया है कि शुरुआत में उन्होंने कार्रवाई करके उल्फा कैडर बिटुपन गोगोई उर्फ जयंत नाम के उग्रवादी को हथियारों के साथ गिरफ्तार किया था।
बाद में जब पुलिस ने बिटुपन गोगोई को इंटेरोगेट किया तो दो अन्य के बारे में भी पता चला। इन दोनों की पहचान दिरियाल गांव के बोलिन गोगोई उर्फ धोन और दुलियाघाट के पास तेंगाघाट के भरत सजारी के तौर पर हुई है।
अधिकारियों ने बताया है कि गिरफ्तार किए गए उग्रवादी नया गुट बनाने की फिराक में थे। इनके पास से कई राउंड गोला बारूद, आईईडी, एक 7.65 मिमी की पिस्टल के साथ ही आपत्तिजनक दस्तावेज, 11 मोबाइल फोन और करीब 50,000 रुपए कैश बरामद किया गया है। इसके साथ ही दीमापुर से भी पुलिस ने कई आग्नेयास्त्रों को जब्त किया है।
एक उग्रवादी बिटुपन के बारे में पता चला है कि वो अवैध वसूली के रैकेट से भी जुड़ा हुआ था।
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