उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले से चौंकाना वाला मामला सामने आया है। यहां बनकटा थाना क्षेत्र के अघाव गांव में 12 वर्ष पहले सुभाष गौड़ नाम का एक युवक संदिग्ध परिस्थितियों में गायब हो गया था, जो अभी तक घर नहीं लौटा। लेकिन उसके चार बच्चों, पत्नी और माता-पिता ने अभी तक उसके लौटने की उम्मीद नहीं छोड़ी थी। उन्हें यकीन था कि वह एक दिन उनके पास जरूर आएगा।
बताया जा रहा है कि जब 10 दिन पहले अचानक घर से गायब युवक साधु के भेष में अपने परिवार वालों के पास लौटा तो उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा है। उसने अपने परिवार वालों को भरोसा दिलाया कि वह सुभाष गौड़ है और 12 साल बाद अपने परिवार के पास लौटा है। मां अपने लापता बेटे को देखकर उसके गले लगकर रोने लगी। पड़ोसियों ने भी इस बात से खुश होकर अपने-अपने सोशल मीडिया अकाउंट से उसकी फोटो और वीडियो वायरल कर दी। इसके कुछ समय बाद ही सऊदी में रहने वाले एक शख्स ने वीडियो पोस्ट करने वाले से संपर्क किया। उसने बताया कि जिसे गांव वाले सुभाष गौड़ समझ रहे हैं। वह मुस्लिम शख्स है, जिसका नाम मैनुद्दीन उर्फ बिलाई अंसारी है। वह मऊ जिले के दोहरीघाट का रहने वाला है। परिवार के सभी लोग रोने लगे जब उन्हें यह पता चला कि यह बहुरुपिया उनका बेटा नहीं है बल्कि कोई और है। वहीं इस पूरे मामले की जानकारी जब पुलिस को दी गई तो वह मौके पर बनकटा पहुंची और आरोपी मैनुद्दीन को हिरासत में ले लिया।
बनकटा रेलवे स्टेशन पर बाबा के भेष में मिला
बनकटा थाना प्रभारी संतोष कुमार ने बताया कि आरोपी को हिरासत में ले लिया गया है। उसके खिलाफ बीएनएस की धारा 151 के तहत चालान किया गया है। बिलाई अंसारी कई जगहों पर घूम-घूमकर भीख मांगता है। इसका चेहरा नथुनी गौड़ के पुत्र सुभाष गौड़ से हूबहू मिलता है, जो 12 साल पहले अचानक से गायब हो गया था। सुभाष के जानने वाले लोगों ने जब बनकटा रेलवे स्टेशन पर आरोपी को साधु के भेष में देखा तो उन्होंने गौड़ के परिवार वालों की इसकी जानकारी दी। उन्होंने उसकी मां और पत्नी को बताया कि उनका लापता सुभाष वापस आ गया है, जिसके बाद वे उसे अपने साथ घर ले गए। इस दौरान अंसारी ने उन्हें अपने बारे में कोई जानकारी नहीं दी और विश्वास दिलाया कि वही उनका सुभाष है।
बिलाई अंसारी के अब्बा ने की पुष्टि
हालांकि 10 दिन बाद बहरुपिए की सच्चाई सबके सामने आ गई। वह मऊ जिले के दोहरीघाट थाना इलाके के अतर सहवा गांव का रहने वाला है। जब इसकी जांच की गई तो दोहरीघाट गांव के प्रधान ने इसकी पुष्टि। वहीं आरोपी के अब्बा ने भी कबूल किया कि वह उसका बेटा बिलाई अंसारी है। अब्बा और ग्राम प्रधान से सम्पर्क करने के बाद पुलिस ने मामले पर संज्ञान लेते हुए उसे हिरासत में ले लिया और उसका चालान किया।
साथ रहने के बाद भी हमसे बात नहीं करता था: सुभाष गौड़ की मां
रिपोर्ट्स के मुताबिक, सुभाष गौड़ की मां का कहना है, “जब साधु के भेष में आए व्यक्ति ने उन्हें बताया कि वह 12 साल पहले गायब हुआ उनका बेटा है, तो हम सब खुश हो गए, लेकिन वह शक्ल से मेरा बेटा नहीं लग रहा था। हम लोगों के साथ 10 दिन तक वह रहा। हमने उसको अच्छे से खाना-पीना खिलाया, लेकिन वह हम सभी से कोई बात नहीं करता था। फिर बाद में पता चला कि वह हमारा बेटा सुभाष नहीं बल्कि एक मुस्लिम है, जिसका नाम बिलाई अंसारी है।”
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