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भारत नहीं, इस देश के राष्ट्रीय ध्वज में है हिंदू मंदिर, जानें इसका इतिहास और महत्त्व

कंबोडिया का राष्ट्रीय ध्वज विशिष्ट रूप से अनूठा है, क्योंकि इसमें हिंदू मंदिर की छवि अंकित है।

by Mahak Singh
Dec 30, 2024, 02:11 pm IST
in विश्व
कंबोडिया का राष्ट्रीय ध्वज

कंबोडिया का राष्ट्रीय ध्वज

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कंबोडिया का राष्ट्रीय ध्वज विशिष्ट रूप से अनूठा है, क्योंकि इसमें हिंदू मंदिर की छवि अंकित है। यह देश दुनिया का एकमात्र ऐसा राष्ट्र है, जिसके ध्वज में एक धार्मिक स्थल, विशेषकर हिंदू मंदिर, को दर्शाया गया है। कंबोडिया का ध्वज न केवल उसकी सांस्कृतिक धरोहर को प्रतिबिंबित करता है, बल्कि यह देश की धार्मिक विविधता और ऐतिहासिक महत्त्व को भी उजागर करता है।

अंकोरवाट मंदिर: कंबोडिया की सांस्कृतिक धरोहर

कंबोडिया के ध्वज में दिखाए गए अंकोरवाट मंदिर का निर्माण 12वीं शताब्दी में हुआ था और यह दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक स्मारकों में से एक है। अंकोरवाट, जिसे पहले हिंदू मंदिर के रूप में स्थापित किया गया था। यह मंदिर कंबोडिया की सांस्कृतिक, धार्मिक और ऐतिहासिक धरोहर का अभिन्न हिस्सा बन चुका है।

अंकोरवाट का धार्मिक महत्त्व सिर्फ कंबोडिया तक सीमित नहीं है, इस मंदिर का ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व कंबोडिया के लिए अतुलनीय है, और यही कारण है कि इसे राष्ट्रीय ध्वज पर जगह दी गई है।

कंबोडिया का ध्वज

कंबोडिया के ध्वज में तीन क्षैतिज पट्टियां होती हैं—ऊपर और नीचे नीली पट्टियां, और बीच में एक लाल पट्टी। ध्वज के केंद्रीय भाग में सफेद रंग में अंकोरवाट मंदिर की छवि अंकित है।

  • नीला रंग कंबोडिया की राजशाही का प्रतीक है, जो देश के राजनीतिक और सांस्कृतिक गौरव को दर्शाता है।
  • लाल रंग राष्ट्र और उसके लोगों का प्रतिनिधित्व करता है, जो कंबोडिया की एकता और उसकी जनसंख्या की विविधता का प्रतीक है।
  • सफेद रंग धर्म को दर्शाता है, विशेष रूप से अंकोरवाट मंदिर के धार्मिक महत्व को, और कंबोडिया में धर्म के प्रति सम्मान और समृद्ध धार्मिक इतिहास को प्रदर्शित करता है।
ध्वज का ऐतिहासिक और धार्मिक महत्त्व

कंबोडिया का ध्वज न केवल एक राष्ट्र का प्रतीक है, बल्कि यह देश के गौरवशाली और सांस्कृतिक धरोहर का भी प्रतीक है। अंकोरवाट मंदिर, जो कंबोडिया की ऐतिहासिक धरोहर का अभिन्न हिस्सा है, कंबोडिया की धार्मिक विविधता और इतिहास को प्रकट करता है।

अंकोरवाट का कंबोडिया के राष्ट्रीय ध्वज पर होना यह बताता है कि कंबोडिया अपने इतिहास, संस्कृति और धर्मों के प्रति सम्मान को बनाए रखते हुए आगे बढ़ रहा है। यह ध्वज न केवल कंबोडिया के नागरिकों के लिए गर्व का कारण है, बल्कि यह देश के धार्मिक और सांस्कृतिक गौरव को भी दुनिया भर में प्रदर्शित करता है।

कंबोडिया का पर्यटन और वैश्विक पहचान

अंकोरवाट मंदिर कंबोडिया के सबसे प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक है, जहाँ हर साल लाखों पर्यटक आते हैं। यह न केवल कंबोडिया के धार्मिक और ऐतिहासिक महत्व को दर्शाता है, बल्कि इसे देखने के लिए दुनियाभर से लोग आकर्षित होते हैं। इसके ध्वज में अंकित होने से, कंबोडिया की वैश्विक पहचान और इसके सांस्कृतिक धरोहर का महत्व और भी बढ़ गया है।

कंबोडिया के राष्ट्रीय ध्वज में अंकोरवाट मंदिर की छवि यह प्रदर्शित करती है कि यह देश अपनी प्राचीन संस्कृति, धर्म और ऐतिहासिक धरोहर को गर्व के साथ मनाता है। साथ ही, यह कंबोडिया के इतिहास और धार्मिक विविधता को सम्मानित करने का एक प्रभावशाली तरीका है।

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