पंजाब के बठिंडा में एक दर्दनाक हादसे में यात्रियों से भरी एक बस अनियंत्रित होकर नाले में गिर गई। इस हादसे में चालक सहित आठ लोगों की जान चली गई, जबकि 15 यात्री घायल हो गए। पुलिस, एनडीआरएफ और स्थानीय ग्रामीणों ने राहत और बचाव कार्य करते हुए नाले में फंसे यात्रियों को बाहर निकाला। हादसे के समय बस में कुल 45 यात्री सवार थे। अधिकतर मौतें नाले में जहरीली गैस की वजह से दम घुटने के कारण हुईं।
प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति ने जताया शोक
इस हादसे पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गहरा दुख व्यक्त किया। राष्ट्रपति ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा, “बठिंडा, पंजाब में बस दुर्घटना में कई लोगों की मृत्यु का समाचार अत्यंत दुखद है। मैं शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी गहन संवेदना प्रकट करती हूं और ईश्वर से प्रार्थना करती हूं कि घायल शीघ्र स्वस्थ हों।”
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने भी ‘एक्स’ पर पोस्ट के जरिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हवाले से लिखा, “पंजाब के बठिंडा में बस दुर्घटना में हुई जनहानि से बेहद दुखी हूं। पीड़ित परिवारों के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं और घायलों के जल्द ठीक होने की कामना करता हूं।” प्रधानमंत्री ने मृतकों के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से 2 लाख रुपये और घायलों को 50,000 रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की है।
कैसे हुआ हादसा.?
जानकारी के मुताबिक, हादसा शुक्रवार को उस समय हुआ जब एक निजी कंपनी की बस यात्रियों को लेकर सरदूलगढ़ से बठिंडा की ओर जा रही थी। गांव जीवन सिंह वाला के पास नाले पर बने एक पुल से गुजरते समय बस अनियंत्रित होकर गंदे पानी से भरे नाले में गिर गई।
जैसे ही बस नाले में गिरी, यात्रियों में चीख-पुकार मच गई। आसपास के ग्रामीण और राहगीर तुरंत मौके पर पहुंचे और पुलिस को सूचित किया। मौके पर पहुंची पुलिस और स्थानीय लोगों ने सीढ़ियों और अन्य साधनों की मदद से बचाव कार्य शुरू किया। नाले में जहरीली गैस के कारण बचाव कार्य में कठिनाई आई, जिससे कुछ यात्रियों की मौत हो गई।
जहरीली गैस बनी जानलेवा
स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि यह नाला बरसात का है, लेकिन इसमें आसपास के इलाकों का सीवरेज पानी गिरता है। लंबे समय से सफाई न होने के कारण नाले में जहरीली गैस बनने लगी थी, जिसने कई यात्रियों की जान ले ली।
प्रशासन और राहत कार्य
हादसे की सूचना मिलते ही बठिंडा की एसएसपी अमनीत कौंडल मौके पर पहुंचीं। उन्होंने बताया कि दुर्घटनाग्रस्त बस गुरु काशी ट्रांसपोर्ट कंपनी की थी। मृतक चालक की पहचान मानसा निवासी बलकार सिंह के रूप में हुई है। सभी घायलों को तलवंडी साबो के अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद बठिंडा सिविल अस्पताल रेफर किया गया है।
उपायुक्त शौकत अहमद परे ने कहा कि राहत कार्य में स्थानीय ग्रामीणों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। बस को क्रेन की मदद से नाले से बाहर निकाला गया। शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए मॉर्च्युरी भेजा गया है।
आंखों देखी कहानी
हादसे के प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि नाले में गिरते ही यात्रियों ने मदद के लिए पुकार लगाई। ग्रामीण तुरंत मौके पर पहुंचे और बिना देर किए बचाव कार्य शुरू कर दिया। विधायक जगरूप सिंह गिल ने बताया कि पांच लोगों की मौत मौके पर ही हो गई थी, जबकि तीन लोगों ने अस्पताल में दम तोड़ दिया।
घायलों की स्थिति और उपचार
घायलों में से कई की हालत गंभीर है। डॉक्टरों ने उनके बेहतर इलाज के लिए आवश्यक कदम उठाए हैं। विधायक ने कहा कि सभी घायलों के इलाज के लिए विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
टिप्पणियाँ