गत दिनों भोपाल में ‘सार्थक जीवन का आधार सेवा’ विषय पर एक गोष्ठी आयोजित हुई। इसे संबोधित करते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल के सदस्य श्री सुहासराव हिरेमठ ने कहा कि सेवा कार्य से मेरा राजनीतिक मार्ग बने, मेरी प्रसिद्धि हो, मेरा इतिहास में नाम दर्ज हो जाए, इसके लिए सेवा कार्य नहीं है।
उन्होंने कहा कि यह भी देखा जाता है कि समाचार पत्रों में सेवा कार्यों को उतनी प्रमुखता से प्रकाशित नहीं किया जाता, जितना कि आपराधिक घटनाओं को प्रकाशित किया जाता है। पुरानी आपराधिक घटनाओं को बार-बार प्रकाशित किया जाता है, लेकिन सकारात्मक कार्यों को छापा तक नहीं जाता।
यह स्थिति बदलनी चाहिए। गोष्ठी के विशेष अतिथि थे आईआईआईटी, भोपाल के निदेशक आशुतोष कुमार सिंह और अध्यक्ष थे मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त नयायाधीश रोहित आर्य।
टिप्पणियाँ