उत्तर प्रदेश के संभल में कथित जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान हुई हिंसा के बाद से जिला प्रशासन ने वहां पर बाहरी नेताओं के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा रखा है। बावजूद इसके सियासी पार्टियां लगातार इसका उल्लंघन करने की कोशिशों में लगी हुई हैं। इसी क्रम में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी भी संभल के दौरे पर जाने की तैयारी कर रहे हैं।
इस पर मुरादाबाद मंडल के कमिश्नर आंजनेय सिंह ने उनसे ऐसा नहीं करने की अपील की है। आज तक की रिपोर्ट के अनुसार कमिश्नर आंजनेय ने कांग्रेस सांसद से संभल नहीं आने की गुजारिश करते हुए कहा कि किसी भी तरह से संभल में हालातों को और अधिक बिगड़ने नहीं दे सकते हैं। उन्होंने सख्त चेतावनी दी है कि अगर प्रशासन के कार्य में बाधा डालने की कोशिश की गई तो कानून के अनुसार आगे के कदम उठाए जाएंगे।
कमिश्नर आंजनेय कहते हैं कि पुलिस प्रशासन किसी को रोकना नहीं चाहता है, खासतौर पर संवैधानिक पदों पर बैठे लोगों को लेकिन हम हालात को भी नहीं बिगड़ने दे सकते। गौरतलब है कि इससे पहले 30 नवंबर को समाजवादी पार्टी ने भी संभल जाने की कोशिश की थी, लेकिन उसे भी पुलिस ने रोक दिया था। उल्लेखनीय है कि संभल में 10 दिसंबर तक के लिए बाहरी लोगों के प्रवेश पर डीएम ने रोक लगा रखी है। इसके साथ ही पूरे जिले में बीएनएस की धारा 163 भी लगाई गई है।
क्या है पूरा मामला
19 नवंबर को सिविल जज सीनियर डिवीजन संभल स्थित चंदौसी की अदालत में संभल की शाही जामा मस्जिद को हरिहर मंदिर होने को लेकर कैला देवी मंदिर के महंत ऋषिराज गिरि, हरिशंकर जैन समेत आठ वादकारियों ने छह लोगों के विरुद्ध दावा दायर किया था।
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इसके बाद कोर्ट ने कोर्ट कमिश्नर रमेश सिंह राघव को नियुक्त करके सर्वे (कमीशन) किए जाने के आदेश दिया था। बाद में 24 अगस्त को सर्वे के दौरान मुस्लिम कट्टरपंथियों ने जमकर उत्पात मचाया था। 4 लोगों की मौत भी हो गई थी। हालांकि, पुलिस प्रशासन की सख्ती के आगे प्रदर्शनकारियों की एक नहीं चली। सर्वे पूरा कर लिया गया था। विष्णु शंकर जैन ने संभल की कथित मस्जिद को हरिहर मंदिर बताते हुए कहा कि 1526 में मुगल आक्रान्ता बाबर ने मंदिर को तोड़कर उसके स्थान पर मस्जिद को बनाने की कोशिश की थी। ये भारतीय पुरातत्व विभाग द्वारा संरक्षित है, जिस पर किसी का कोई अतिक्रमण नहीं हो सकता है।
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