‘वे न तो लोकतंत्र की भावना का सम्मान करता है औऱ न ही उसे लोगों की आकांक्षाओं की परवाह है। जनता द्वारा 80-90 बार नकारे गए लोग अपने सियासी फायदे के लिए गुंडागर्दी करके संसद को कंट्रोल करना चाहते हैं।’ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ये बातें विपक्ष के लिए कही हैं। क्योंकि आज से संसद का शीतकालीन सत्र शुरू हो रहा है, लेकिन उससे पहले ही कांग्रेस की अगुवाई में विपक्ष हंगामें के लिए तैयार है।
रिपोर्ट के मुताबिक, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पत्रकारों से बात करते हुए आरोप लगाया कि विपक्ष जनता के प्रति जिम्मेदार नहीं है, जिस कारण से वो लोगों के मनोभावों को समझ नहीं पाते हैं और इसी कारण उनकी उम्मीदों पर खरे भी नहीं उतर पा रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ये टिप्पणी महाराष्ट्र विधानसभा में महायुति की प्रचंड जीत के बाद कही है। राज्य की 288 सीटों पर हुए चुनाव में महायुति गठबंधन 235 सीटों पर शानदार जीत दर्ज की है, जबकि एमवीए 49 सीटों पर सिमट गया है। फिर भी संजय राउत जैसे लोग लगातार जनाधार पर सवाल उठा रहे हैं।
इसके साथ ही पीएम मोदी ने ये भी कहा कि देश का जो वोटर है वो संविधान और लोकतंत्र के प्रति समर्पित है, संसदीय कार्य प्रणाली में लोगों की अस्था है और संसद में बैठे हम जैसे लोगों की ये जिम्मेदारी है और ये समय की मांग भी है कि हम लोगों की भावनाओं पर खरा उतरें। इसका सबसे अच्छा तरीका ये है कि हम लोग संसद के पटल पर प्रत्येक विषय को उठाएं। ताकि आगामी पीढ़ियां इससे सीख ले सकें।
उल्लेखनीय है कि संसद का शीतकालीन सत्र आज से शुरू होकर 20 दिसंबर तक चलेगा। इस दौरान सरकार वक्फ संशोधन विधेयक-2024, एक राष्ट्र एक चुनाव जैसे कई अहम विधेयक पारित किए जाने हैं। हालांकि, विपक्ष इन दोनों ही विधेयकों के लगातार विरोध में है।
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